1. ‘गोदान’ उपन्यास के केंद्रीय पात्र होरी का संबंध किस वर्ग से है?
उत्तर: (B) किसान वर्ग
विस्तार: ‘गोदान’ भारतीय किसान जीवन की महागाथा है। इसका मुख्य पात्र होरी एक गरीब किसान है जो जीवन भर एक गाय की आकांक्षा में संघर्ष करता है। प्रेमचंद ने इसके माध्यम से कृषक समाज की त्रासदी का यथार्थ चित्रण किया है।
2. प्रेमचंद का मूल नाम क्या था?
उत्तर: (C) धनपत राय श्रीवास्तव
विस्तार: मुंशी प्रेमचंद का वास्तविक नाम धनपत राय श्रीवास्तव था। वे प्रारंभ में ‘नवाब राय’ के नाम से उर्दू में लिखते थे, लेकिन बाद में हिंदी में ‘प्रेमचंद’ नाम से लिखने लगे।
3. ‘कफ़न’ कहानी का मुख्य विषय क्या है?
उत्तर: (A) गरीबी और मानवीय संवेदनाओं का क्षरण
विस्तार: ‘कफ़न’ प्रेमचंद की यथार्थवादी कहानीकला का चरम है। यह कहानी दिखाती है कि अत्यधिक गरीबी किस प्रकार मनुष्य को संवेदनहीन और अमानवीय बना सकती है। घीसू और माधव इसके प्रमुख पात्र हैं।
4. प्रेमचंद की कहानीकला की सबसे बड़ी विशेषता क्या है?
उत्तर: (A) आदर्शोन्मुख यथार्थवाद
विस्तार: प्रेमचंद अपने साहित्य में समाज के यथार्थ का चित्रण करते थे, लेकिन साथ ही वे एक आदर्श समाधान भी प्रस्तुत करते थे। इसीलिए उनकी कला को ‘आदर्शोन्मुख यथार्थवाद’ कहा जाता है।
5. ‘निर्मला’ उपन्यास की मुख्य समस्या क्या है?
उत्तर: (B) दहेज प्रथा और अनमेल विवाह
विस्तार: ‘निर्मला’ उपन्यास एक युवती निर्मला की悲剧 कहानी है, जिसका विवाह एक अधेड़ उम्र के व्यक्ति से हो जाता है। यह उपन्यास दहेज प्रथा और अनमेल विवाह के दुष्प्रभावों को उजागर करता है।
6. जयशंकर प्रसाद का कौन-सा उपन्यास अधूरा रह गया था?
उत्तर: (C) इरावती
विस्तार: ‘इरावती’ जयशंकर प्रसाद का ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर आधारित उपन्यास है, जिसे वे अपनी मृत्यु के कारण पूरा नहीं कर सके। ‘कंकाल’ और ‘तितली’ उनके पूर्ण उपन्यास हैं, जबकि ‘कामायनी’ एक महाकाव्य है।
7. ‘पुरस्कार’ कहानी की मुख्य पात्र मधूलिका किस भावना का प्रतीक है?
उत्तर: (A) राष्ट्रप्रेम और व्यक्तिगत प्रेम का द्वंद्व
विस्तार: ‘पुरस्कार’ कहानी की नायिका मधूलिका अपने प्रेमी अरुण के विरुद्ध जाकर राष्ट्र की रक्षा करती है, लेकिन अंत में स्वयं भी उसके साथ मृत्यु का वरण करती है। यह कहानी राष्ट्रप्रेम और व्यक्तिगत प्रेम के आंतरिक संघर्ष को दर्शाती है।
8. जयशंकर प्रसाद किस साहित्यिक वाद के प्रमुख स्तंभ थे?
उत्तर: (C) छायावाद
विस्तार: जयशंकर प्रसाद, सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’, सुमित्रानंदन पंत और महादेवी वर्मा के साथ छायावाद के चार प्रमुख स्तंभों में से एक माने जाते हैं। उनकी रचनाओं में काव्यात्मकता, दार्शनिकता और सौंदर्यबोध प्रमुख है।
9. ‘आकाशदीप’ कहानी का परिवेश कैसा है?
उत्तर: (C) ऐतिहासिक-समुद्री
विस्तार: ‘आकाशदीप’ एक प्रसिद्ध रोमांटिक कहानी है जिसका परिवेश समुद्र और जलदस्युओं की दुनिया से जुड़ा है। चंपा और बुद्धगुप्त इसके प्रमुख पात्र हैं। यह कर्तव्य और प्रेम के द्वंद्व को दर्शाती है।
10. प्रसाद जी के उपन्यासों ‘कंकाल’ और ‘तितली’ में क्रमशः किन समस्याओं को उठाया गया है?
उत्तर: (B) व्यक्ति की स्वतंत्रता और सामाजिक बंधन
विस्तार: ‘कंकाल’ में प्रसाद जी ने समाज के धार्मिक और नैतिक बंधनों में जकड़े व्यक्ति की स्वतंत्रता का प्रश्न उठाया है, जबकि ‘तितली’ में ग्रामीण जीवन के संदर्भ में आदर्श और यथार्थ का समन्वय प्रस्तुत किया है। दोनों ही व्यक्ति और समाज के संबंधों पर केंद्रित हैं।
11. भारत विभाजन की त्रासदी पर लिखा गया यशपाल का प्रसिद्ध उपन्यास कौन-सा है?
उत्तर: (C) झूठा सच
विस्तार: ‘झूठा सच’ दो भागों (‘वतन और देश’ तथा ‘देश का भविष्य’) में प्रकाशित एक महाकाव्यात्मक उपन्यास है जो भारत के विभाजन की घटना और उसके बाद के परिणामों का विस्तृत और यथार्थपरक चित्रण करता है।
12. यशपाल की कहानीकला पर किस विचारधारा का प्रभाव स्पष्ट रूप से दिखाई देता है?
उत्तर: (B) मार्क्सवाद (प्रगतिवाद)
विस्तार: यशपाल प्रगतिवादी साहित्यकार थे और उनकी रचनाओं में मार्क्सवादी विचारधारा का गहरा प्रभाव है। वे अपनी कहानियों और उपन्यासों में सामाजिक-आर्थिक विषमता, वर्ग संघर्ष और सामाजिक रूढ़ियों पर प्रहार करते हैं।
13. ‘परदा’ कहानी में यशपाल ने किस वर्ग की विडंबना को चित्रित किया है?
उत्तर: (B) निम्न-मध्यम वर्ग की झूठी शान
विस्तार: ‘परदा’ कहानी में चौधरी पीरबख्श के माध्यम से यशपाल ने निम्न-मध्यम वर्ग की उस मानसिकता को उजागर किया है जो गरीबी के बावजूद झूठी इज्जत और शान बनाए रखने के लिए संघर्ष करती है। परदा यहाँ इसी झूठी इज्जत का प्रतीक है।
14. यशपाल का उपन्यास ‘दादा कामरेड’ किस पृष्ठभूमि पर लिखा गया है?
उत्तर: (C) क्रांतिकारी आंदोलन
विस्तार: ‘दादा कामरेड’ यशपाल का पहला उपन्यास है, जो भारत के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान क्रांतिकारी गतिविधियों और वामपंथी विचारधारा से प्रभावित युवाओं के जीवन पर आधारित है।
15. यशपाल की कहानियों की भाषा-शैली कैसी है?
उत्तर: (B) सपाट, व्यंग्यात्मक और यथार्थवादी
विस्तार: यशपाल अपनी बात को सीधे और स्पष्ट तरीके से कहने के लिए जाने जाते हैं। उनकी भाषा सपाटबयानी और यथार्थ के करीब है, जिसमें सामाजिक पाखंड पर तीखा व्यंग्य होता है।
16. हिन्दी में मनोविश्लेषणात्मक उपन्यास परंपरा के प्रवर्तक कौन माने जाते हैं?
उत्तर: (C) जैनेन्द्र कुमार
विस्तार: जैनेन्द्र कुमार को हिन्दी में मनोविश्लेषणात्मक उपन्यास का प्रवर्तक माना जाता है। उन्होंने अपनी रचनाओं, जैसे ‘परख’, ‘सुनीता’, ‘त्यागपत्र’ आदि में पात्रों के बाहरी जीवन के बजाय उनके आंतरिक मन, द्वंद्वों और ग्रंथियों का सूक्ष्म विश्लेषण किया।
17. ‘त्यागपत्र’ उपन्यास की नायिका मृणाल अपने जीवन में किस द्वंद्व से जूझती है?
उत्तर: (A) सामाजिक विद्रोह और आत्मपीड़ा
विस्तार: ‘त्यागपत्र’ की नायिका मृणाल सामाजिक रूढ़ियों का विद्रोह करती है, लेकिन इस प्रक्रिया में वह स्वयं को गहरी पीड़ा और कष्ट देती है। यह उपन्यास व्यक्ति के आंतरिक सत्य और सामाजिक नैतिकता के टकराव को दिखाता है।
18. जैनेन्द्र की कहानियों में अक्सर किस तरह के पात्र केंद्र में होते हैं?
उत्तर: (C) अंतर्मुखी, दार्शनिक और अपने भीतर उलझे हुए व्यक्ति
विस्तार: जैनेन्द्र के पात्र बाहरी दुनिया में बहुत सक्रिय नहीं होते, बल्कि वे अपने मन की दुनिया में अधिक जीते हैं। वे अक्सर नैतिक, दार्शनिक और अस्तित्व संबंधी प्रश्नों से जूझते रहते हैं। उनकी स्त्री पात्र विशेष रूप से सशक्त और विचारवान होती हैं।
19. ‘पाजेब’ कहानी किस मनोविज्ञान पर आधारित है?
उत्तर: (B) बाल मनोविज्ञान
विस्तार: ‘पाजेब’ जैनेन्द्र की प्रसिद्ध कहानी है जो बाल मनोविज्ञान का अत्यंत सूक्ष्म और संवेदनशील चित्रण करती है। यह दिखाती है कि बच्चे किस तरह सोचते हैं और बड़ों का व्यवहार उन पर क्या असर डालता है।
20. जैनेन्द्र की भाषा-शैली की प्रमुख विशेषता क्या है?
उत्तर: (C) चिंतनपरक, दार्शनिक और স্বল্পভাষী
विस्तार: जैनेन्द्र की भाषा पात्रों के आंतरिक चिंतन को व्यक्त करने वाली होती है। वह कम शब्दों में गहरी बात कहते हैं। उनकी भाषा में एक दार्शनिक गहराई और ठहराव होता है, जो उनके पात्रों के अंतर्मन को उजागर करने में सहायक होता है।
21. ‘शेखर: एक जीवनी’ किस प्रकार का उपन्यास है?
उत्तर: (C) मनोविश्लेषणात्मक उपन्यास
विस्तार: अज्ञेय का ‘शेखर: एक जीवनी’ हिन्दी का एक युगांतरकारी मनोविश्लेषणात्मक उपन्यास है। यह नायक शेखर के बचपन से लेकर युवावस्था तक के मानसिक विकास, उसके विद्रोह, प्रेम और अस्तित्व की खोज का गहन चित्रण करता है।
22. अज्ञेय का पूरा नाम क्या था?
उत्तर: (C) सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन ‘अज्ञेय’
विस्तार: अज्ञेय जी का पूरा नाम सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन था। ‘अज्ञेय’ उनका उपनाम था।
23. ‘रोज’ (गैंग्रीन) कहानी की नायिका मालती के जीवन की त्रासदी क्या है?
उत्तर: (D) यांत्रिकता और ऊब भरी दिनचर्या
विस्तार: ‘रोज’ कहानी में अज्ञेय ने मध्यवर्गीय स्त्री मालती के जीवन की एकरसता, ऊब और যান্ত্রিকতাকে चित्रित किया है। उसका जीवन बिना किसी उत्साह या बदलाव के रोज एक ही ढर्रे पर चलता रहता है, जो उसके अस्तित्व को अर्थहीन बना देता है।
24. अज्ञेय किस काव्य-धारा के प्रवर्तक माने जाते हैं?
उत्तर: (C) प्रयोगवाद और नयी कविता
विस्तार: अज्ञेय ने ‘तार सप्तक’ का संपादन करके हिन्दी में ‘प्रयोगवाद’ का प्रवर्तन किया, जो बाद में ‘नयी कविता’ के रूप में विकसित हुई। उन्होंने भाव, भाषा और शिल्प के स्तर पर नए-नए प्रयोग किए।
25. ‘नदी के द्वीप’ उपन्यास में अज्ञेय ने किस दर्शन को अभिव्यक्त किया है?
उत्तर: (C) अस्तित्ववादी दर्शन
विस्तार: ‘नदी के द्वीप’ व्यक्ति के अस्तित्व, उसकी स्वतंत्रता, चयन और समाज से उसके संबंधों को अस्तित्ववादी दृष्टिकोण से देखता है। भुवन, रेखा और गौरा जैसे पात्र अपने अस्तित्व को परिभाषित करने का प्रयास करते हैं।
26. ‘अंधेरे बंद कमरे’ उपन्यास में मोहन राकेश ने किस वर्ग के जीवन की घुटन को दर्शाया है?
उत्तर: (B) दिल्ली के महानगरीय मध्यवर्ग
विस्तार: ‘अंधेरे बंद कमरे’ उपन्यास में हरबंस और नीलिमा के माध्यम से महानगरीय मध्यवर्गीय जीवन के संत्रास, घुटन, अधूरेपन और आपसी संबंधों के तनाव को चित्रित किया गया है।
27. मोहन राकेश किस साहित्यिक आंदोलन के प्रमुख हस्ताक्षर हैं?
उत्तर: (C) नयी कहानी आंदोलन
विस्तार: मोहन राकेश, राजेन्द्र यादव और कमलेश्वर के साथ ‘नयी कहानी आंदोलन’ के प्रमुख स्तंभों में से एक थे। इस आंदोलन ने शहरी मध्यवर्ग की आशा-निराशा, कुंठा और बदलते मानवीय संबंधों को अपनी कहानियों का विषय बनाया।
28. ‘मलबे का मालिक’ कहानी किस घटना पर आधारित है?
उत्तर: (C) भारत विभाजन
विस्तार: ‘मलबे का मालिक’ भारत विभाजन की त्रासदी पर लिखी गई एक मार्मिक कहानी है। इसमें एक मुस्लिम पिता ग़नी मियाँ विभाजन के वर्षों बाद अपने घर और परिवार को देखने अमृतसर आता है, जो अब मलबे का ढेर बन चुका है।
29. मोहन राकेश के नाटकों में ‘आषाढ़ का एक दिन’ का नायक कौन है?
उत्तर: (A) कालिदास
विस्तार: ‘आषाढ़ का एक दिन’ महाकवि कालिदास के जीवन के एक कल्पित अंश पर आधारित है। यह नाटक सत्ता और सृजनात्मकता, प्रेम और महत्वाकांक्षा के द्वंद्व को दिखाता है।
30. मोहन राकेश की कहानीकला की विशेषता क्या है?
उत्तर: (C) आधुनिक शहरी बोध और टूटे संबंधों का यथार्थ
विस्तार: मोहन राकेश अपनी कहानियों में आधुनिक शहरी जीवन की विसंगतियों, अकेलेपन, अजनबीपन और स्त्री-पुरुष के बीच बदलते और टूटते रिश्तों को बड़ी सूक्ष्मता और यथार्थता से पकड़ते हैं।
31. राजेन्द्र यादव का उपन्यास ‘सारा आकाश’ किस फिल्म के रूप में प्रसिद्ध हुआ?
उत्तर: (A) सारा आकाश
विस्तार: राजेन्द्र यादव के उपन्यास ‘सारा आकाश’ पर इसी नाम से बासु चटर्जी ने एक फिल्म बनाई, जो ‘नई लहर’ या ‘समानांतर सिनेमा’ की एक महत्वपूर्ण फिल्म मानी जाती है।
32. ‘एक इंच मुस्कान’ उपन्यास के सह-लेखक कौन हैं?
उत्तर: (C) मन्नू भंडारी
विस्तार: ‘एक इंच मुस्कान’ हिन्दी साहित्य का एक अनूठा प्रयोगात्मक उपन्यास है, जिसे राजेन्द्र यादव और उनकी पत्नी मन्नू भंडारी ने मिलकर लिखा था। इसमें पुरुष पात्र के संवाद राजेन्द्र यादव ने और स्त्री पात्र के संवाद मन्नू भंडारी ने लिखे।
33. राजेन्द्र यादव द्वारा संपादित किस पत्रिका ने ‘नयी कहानी’ को स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई?
उत्तर: (B) हंस
विस्तार: प्रेमचंद द्वारा शुरू की गई पत्रिका ‘हंस’ का पुन:प्रकाशन 1986 में राजेन्द्र यादव ने शुरू किया और इसे वैचारिक बहस का एक महत्वपूर्ण मंच बनाया। इसने कई नए लेखकों को पहचान दी।
34. ‘जहाँ लक्ष्मी कैद है’ कहानी का मुख्य विषय क्या है?
उत्तर: (A) मध्यवर्गीय समाज में स्त्री की पराधीनता
विस्तार: इस कहानी में राजेन्द्र यादव ने दिखाया है कि पढ़ी-लिखी और सुंदर होने के बावजूद एक मध्यवर्गीय स्त्री (लक्ष्मी) किस तरह आर्थिक और सामाजिक रूप से पराधीन है और उसकी अपनी कोई स्वतंत्रता नहीं है।
35. राजेन्द्र यादव की कहानीकला की पहचान किससे है?
उत्तर: (B) यथास्थिति का बौद्धिक और तटस्थ विश्लेषण
विस्तार: राजेन्द्र यादव अपनी कहानियों में कोई समाधान देने के बजाय स्थितियों का बौद्धिक और निर्मम विश्लेषण करते हैं। वे मध्यवर्गीय जीवन की विडंबनाओं को बिना किसी भावुकता के यथार्थ रूप में प्रस्तुत करते हैं।
36. मन्नू भंडारी का कौन-सा उपन्यास माता-पिता के तलाक से बच्चे पर पड़ने वाले प्रभाव पर केंद्रित है?
उत्तर: (B) आपका बंटी
विस्तार: ‘आपका बंटी’ हिन्दी का एक मील का पत्थर उपन्यास है, जो शकुन और अजय के तलाक के बाद उनके बेटे बंटी के अकेलेपन, असुरक्षा और मानसिक पीड़ा का अत्यंत मार्मिक और मनोवैज्ञानिक चित्रण करता है।
37. ‘महाभोज’ उपन्यास का मुख्य विषय क्या है?
उत्तर: (B) आधुनिक राजनीति में मूल्यहीनता और भ्रष्टाचार
विस्तार: ‘महाभोज’ उपन्यास एक दलित युवक की हत्या के बाद पनपी अवसरवादी और मूल्यहीन राजनीति का पर्दाफाश करता है। यह दिखाता है कि कैसे राजनेता एक मौत को भी अपने फायदे के लिए इस्तेमाल करते हैं।
38. ‘यही सच है’ कहानी पर कौन सी प्रसिद्ध फिल्म बनी?
उत्तर: (C) रजनीगंधा
विस्तार: बासु चटर्जी द्वारा निर्देशित प्रसिद्ध फिल्म ‘रजनीगंधा’ (1974) मन्नू भंडारी की कहानी ‘यही सच है’ पर आधारित है। यह कहानी एक युवती के अपने वर्तमान और अतीत के प्रेम के बीच के द्वंद्व को दर्शाती है।
39. मन्नू भंडारी की कहानीकला की सबसे बड़ी शक्ति क्या है?
उत्तर: (A) नारी मन का सूक्ष्म और प्रामाणिक चित्रण
विस्तार: मन्नू भंडारी अपनी रचनाओं में आधुनिक स्त्री के मन की उलझनों, उसकी आकांक्षाओं, उसके द्वंद्वों और सामाजिक बंधनों के प्रति उसके संघर्ष का बहुत ही सजीव और प्रामाणिक चित्रण करती हैं।
40. ‘एक कहानी यह भी’ किस विधा की रचना है?
उत्तर: (C) आत्मकथा
विस्तार: ‘एक कहानी यह भी’ मन्नू भंडारी की आत्मकथात्मक कृति है, जिसमें उन्होंने अपने लेखकीय और व्यक्तिगत जीवन के अनुभवों को पूरी ईमानदारी से प्रस्तुत किया है।
41. हिन्दी साहित्य में ‘आंचलिक उपन्यास’ के प्रवर्तक के रूप में किसे जाना जाता है?
उत्तर: (C) फणीश्वरनाथ ‘रेणु’
विस्तार: फणीश्वरनाथ ‘रेणु’ को उनके उपन्यास ‘मैला आँचल’ के साथ हिन्दी में आंचलिक उपन्यास की परंपरा को स्थापित करने का श्रेय दिया जाता है। आंचलिक उपन्यास में किसी विशेष अंचल (क्षेत्र) की संस्कृति, भाषा, रहन-सहन और समस्याओं का गहन चित्रण होता है।
42. ‘मैला आँचल’ उपन्यास का कथा क्षेत्र कौन-सा है?
उत्तर: (C) बिहार का पूर्णिया जिला
विस्तार: ‘मैला आँचल’ की कथाभूमि बिहार के पूर्णिया जिले का मेरीगंज गाँव है। रेणु ने इस गाँव के माध्यम से स्वतंत्रता के बाद के ग्रामीण भारत के बदलते सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक परिदृश्य का सजीव चित्रण किया है।
43. ‘तीसरी कसम’ (उर्फ मारे गये गुलफाम) कहानी पर बनी फिल्म के नायक-नायिका कौन थे?
उत्तर: (B) राज कपूर और वहीदा रहमान
विस्तार: रेणु की प्रसिद्ध कहानी ‘मारे गये गुलफाम’ पर ‘तीसरी कसम’ नाम से फिल्म बनी, जिसका निर्देशन बासु भट्टाचार्य ने और निर्माण गीतकार शैलेन्द्र ने किया था। इसमें हीरामन की भूमिका राज कपूर ने और हीराबाई की भूमिका वहीदा रहमान ने निभाई थी।
44. रेणु की कहानीकला की सबसे बड़ी विशेषता क्या है?
उत्तर: (C) भाषा में आंचलिक बोली, लोकगीत और मुहावरों का जीवंत प्रयोग
विस्तार: रेणु की भाषा उनकी सबसे बड़ी ताकत है। वे अपनी रचनाओं में उस अंचल विशेष की बोली, लोकगीतों, मुहावरों और लय को इस तरह पिरो देते हैं कि पूरा परिवेश जीवंत हो उठता है। इसे ‘लयात्मक गद्य’ भी कहा जाता है।
45. ‘पंचलैट’ कहानी का मुख्य संदेश क्या है?
उत्तर: (B) आवश्यकता पड़ने पर सामाजिक बंधन टूट जाते हैं
विस्तार: ‘पंचलैट’ (पेट्रोमैक्स) कहानी दिखाती है कि कैसे गाँव वाले पंचलैट तो खरीद लाते हैं पर उसे जलाना कोई नहीं जानता। अंत में गोधन, जिसका हुक्का-पानी बंद था, पंचलैट जलाता है और समुदाय उसकी गलती माफ कर देता है। यह दर्शाती है कि जरूरतें सामाजिक नियमों से बड़ी होती हैं।
46. भीष्म साहनी का कौन-सा उपन्यास भारत-विभाजन की महा-त्रासदी का दस्तावेज़ माना जाता है?
उत्तर: (C) तमस
विस्तार: ‘तमस’ (जिसका अर्थ है अंधकार) भारत-विभाजन के दौरान हुए सांप्रदायिक दंगों की भयावहता का एक अत्यंत शक्तिशाली और यथार्थवादी चित्रण है। इस उपन्यास के लिए भीष्म साहनी को साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
47. ‘चीफ़ की दावत’ कहानी किस पर करारा व्यंग्य करती है?
उत्तर: (C) मध्यवर्गीय अवसरवादिता और बुजुर्गों के प्रति उपेक्षा पर
विस्तार: इस कहानी में शामनाथ नामक पात्र अपनी तरक्की के लिए अपने चीफ़ (बॉस) को दावत पर बुलाता है और अपनी अनपढ़ माँ को छिपाने की कोशिश करता है। यह कहानी मध्यवर्ग के खोखलेपन और स्वार्थ को उजागर करती है।
48. भीष्म साहनी किस लेखक-संगठन से जुड़े हुए थे?
उत्तर: (A) प्रगतिशील लेखक संघ
विस्तार: भीष्म साहनी प्रगतिशील लेखक संघ के एक सक्रिय और महत्वपूर्ण सदस्य थे। उनकी रचनाओं में प्रगतिशील चेतना, मानवतावादी दृष्टिकोण और सामाजिक सरोकार स्पष्ट रूप से दिखाई देते हैं।
49. भीष्म साहनी के भाई का क्या नाम था जो एक प्रसिद्ध अभिनेता थे?
उत्तर: (B) बलराज साहनी
विस्तार: भीष्म साहनी के बड़े भाई बलराज साहनी हिन्दी सिनेमा के एक अत्यंत प्रतिभाशाली और सम्मानित अभिनेता थे। उन्होंने ‘दो बीघा ज़मीन’, ‘गरम हवा’ जैसी कई कालजयी फिल्मों में अभिनय किया।
50. भीष्म साहनी की कहानीकला की भाषा कैसी है?
उत्तर: (C) सरल, सहज और किस्सागोई अंदाज़ वाली
विस्तार: भीष्म साहनी की भाषा बहुत सीधी, सरल और आडंबरहीन है। वे एक कुशल किस्सागो (कहानी सुनाने वाले) की तरह अपनी बात कहते हैं, जो सीधे पाठक के दिल तक पहुँचती है। उनकी सादगी में ही उनकी शक्ति निहित है।
51. ‘गबन’ उपन्यास में प्रेमचंद ने किस समस्या को प्रमुखता दी है?
उत्तर: (B) मध्यवर्गीय समाज में प्रदर्शन-प्रियता और आभूषण-लालसा
विस्तार: ‘गबन’ उपन्यास की नायिका जालपा की आभूषणों के प्रति अत्यधिक लालसा उसके पति रमानाथ को गबन करने और नैतिक पतन की ओर ले जाती है। यह उपन्यास मध्यवर्ग के दिखावे और झूठी शान की प्रवृत्ति पर चोट करता है।
52. ‘ममता’ कहानी के लेखक कौन हैं?
उत्तर: (B) जयशंकर प्रसाद
विस्तार: ‘ममता’ जयशंकर प्रसाद की एक प्रसिद्ध ऐतिहासिक पृष्ठभूमि वाली कहानी है। यह भारतीय नारी के त्याग, कर्तव्य और अतिथि-सत्कार के आदर्श को प्रस्तुत करती है।
53. ‘उखड़े हुए लोग’ उपन्यास के रचनाकार कौन हैं?
उत्तर: (B) राजेन्द्र यादव
विस्तार: ‘उखड़े हुए लोग’ राजेन्द्र यादव का उपन्यास है जो स्वतंत्रता के बाद के मोहभंग और राजनीतिक-सामाजिक जीवन में आई गिरावट को दर्शाता है।
54. ‘पूस की रात’ कहानी में हल्कू क्या बचाने में असफल रहता है?
उत्तर: (B) अपनी फसल
विस्तार: प्रेमचंद की इस मार्मिक कहानी में किसान हल्कू कड़ाके की ठंड के कारण खेत में जाकर नीलगायों से अपनी फसल नहीं बचा पाता। यह कहानी किसान की विवशता को दर्शाती है।
55. ‘अपने अपने अजनबी’ उपन्यास के लेखक कौन हैं?
उत्तर: (B) अज्ञेय
विस्तार: ‘अपने अपने अजनबी’ अज्ञेय का एक छोटा लेकिन गहन दार्शनिक उपन्यास है, जो मृत्यु, अकेलेपन और ईश्वर के अस्तित्व जैसे प्रश्नों से जूझता है। यह अस्तित्ववादी दर्शन से प्रभावित है।
56. ‘परती परिकथा’ उपन्यास के लेखक कौन हैं?
उत्तर: (A) फणीश्वरनाथ ‘रेणु’
विस्तार: ‘परती परिकथा’ रेणु का ‘मैला आँचल’ के बाद दूसरा महत्वपूर्ण आंचलिक उपन्यास है। इसमें भी पूर्णिया अंचल की भूमि-समस्या और सामाजिक-राजनीतिक जीवन का चित्रण है।
57. ‘क्लेरेंस ईथरली’ किस लेखक की प्रसिद्ध कहानी है?
उत्तर: (C) यशपाल
विस्तार: यशपाल की कहानी ‘क्लेरेंस ईथरली’ हिरोशिमा पर बम गिराने वाले पायलट के अपराध-बोध और पश्चाताप पर आधारित है। यह युद्ध की अमानवीयता पर एक सशक्त टिप्पणी है।
58. किस लेखक ने अपनी रचनाओं में ‘पूर्वदीप्ति’ (Flashback) शैली का बहुतायत से प्रयोग किया है?
उत्तर: (B) अज्ञेय
विस्तार: अज्ञेय ने, विशेषकर ‘शेखर: एक जीवनी’ में, पूर्वदीप्ति या फ्लैशबैक शैली का बेहतरीन प्रयोग किया है। उपन्यास की शुरुआत में शेखर फाँसी की प्रतीक्षा कर रहा है और उसका पूरा जीवन फ्लैशबैक में चलता है।
59. ‘त्रिशंकु’ कहानी संग्रह किसका है?
उत्तर: (C) मन्नू भंडारी
विस्तार: ‘त्रिशंकु’ मन्नू भंडारी का प्रसिद्ध कहानी संग्रह है। ‘त्रिशंकु’ नाम अज्ञेय के निबंध संग्रह का भी है, लेकिन कहानी संग्रह के रूप में यह मन्नू भंडारी से जुड़ा है।
60. ‘अमृतसर आ गया है’ कहानी के लेखक कौन हैं?
उत्तर: (A) भीष्म साहनी
विस्तार: ‘अमृतसर आ गया है’ भीष्म साहनी की विभाजन की पृष्ठभूमि पर लिखी एक और सशक्त कहानी है, जो एक ट्रेन यात्रा के दौरान सांप्रदायिक तनाव और भय के माहौल का चित्रण करती है।
61. जैनेन्द्र के किस उपन्यास में विवाह-संस्था को चुनौती दी गई है?
उत्तर: (C) त्यागपत्र
विस्तार: ‘त्यागपत्र’ में नायिका मृणाल सामाजिक मान्यताओं और विवाह संस्था के विरुद्ध जाकर अपने व्यक्तिगत सत्य के लिए जीवन जीती है, भले ही उसे इसके लिए अपार कष्ट सहना पड़े।
62. ‘ना आने वाला कल’ उपन्यास के लेखक कौन हैं?
उत्तर: (A) मोहन राकेश
विस्तार: ‘ना आने वाला कल’ मोहन राकेश का उपन्यास है, जो एक पहाड़ी स्कूल के परिवेश में आधुनिक व्यक्ति के अकेलेपन, ऊब और दिशाहीनता को चित्रित करता है।
63. प्रेमचंद की अंतिम पूर्ण उपन्यास कौन-सा है?
उत्तर: (C) गोदान
विस्तार: ‘गोदान’ (1936) प्रेमचंद का अंतिम पूर्ण उपन्यास है। ‘मंगलसूत्र’ उनका अधूरा उपन्यास है, जिसे वे अपनी मृत्यु के कारण पूरा नहीं कर सके।
64. ‘रसप्रिया’ कहानी के लेखक कौन हैं?
उत्तर: (B) फणीश्वरनाथ ‘रेणु’
विस्तार: ‘रसप्रिया’ रेणु की एक प्रसिद्ध आंचलिक कहानी है, जो लोककला और कलाकार के संघर्ष को दर्शाती है।
65. ‘एक पति के नोट्स’ उपन्यास किसका है?
उत्तर: (C) महेन्द्र भल्ला
विस्तार: यह प्रश्न थोड़ा भ्रामक हो सकता है। ‘एक पति के नोट्स’ महेन्द्र भल्ला का उपन्यास है, जबकि ‘एक पत्नी के नोट्स’ ममता कालिया का। यह ‘नयी कहानी’ के दौर की महत्वपूर्ण रचना है।
66. जयशंकर प्रसाद के किस उपन्यास में व्यक्तिवादी चेतना की प्रधानता है?
उत्तर: (A) कंकाल
विस्तार: ‘कंकाल’ में प्रसाद जी ने सामाजिक और धार्मिक संस्थाओं की आलोचना करते हुए व्यक्ति की स्वतंत्रता और उसके अंतर्मन को अधिक महत्व दिया है।
67. ‘शतरंज के खिलाड़ी’ कहानी में किस शहर के पतन का चित्रण है?
उत्तर: (C) लखनऊ
विस्तार: प्रेमचंद की इस कहानी में लखनऊ के नवाब वाजिद अली शाह के समय का चित्रण है, जहाँ शासक और अमीर वर्ग अपने ऐशो-आराम और शतरंज में डूबे थे और अंग्रेजों ने अवध पर कब्जा कर लिया।
68. ‘विपथगा’ किसका कहानी संग्रह है?
उत्तर: (C) अज्ञेय
विस्तार: ‘विपथगा’ अज्ञेय का महत्वपूर्ण कहानी संग्रह है, जिसकी कहानियों में व्यक्ति के मनोवैज्ञानिक द्वंद्वों और अस्तित्व की खोज का चित्रण है।
69. ‘आद्रा’ कहानी के लेखक कौन हैं?
उत्तर: (A) मोहन राकेश
विस्तार: ‘आद्रा’ मोहन राकेश की कहानी है, जो स्त्री-पुरुष संबंधों की जटिलता और एक-दूसरे को न समझ पाने की त्रासदी को व्यक्त करती है।
70. ‘देशद्रोही’ उपन्यास किसका है?
उत्तर: (A) यशपाल
विस्तार: ‘देशद्रोही’ यशपाल का एक राजनीतिक उपन्यास है, जो 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन की पृष्ठभूमि पर लिखा गया है और इसमें कम्युनिस्ट पार्टी की भूमिका पर बहस है।
71. ‘मैं हार गई’ किसकी पहली कहानी मानी जाती है?
उत्तर: (B) मन्नू भंडारी
विस्तार: ‘मैं हार गई’ मन्नू भंडारी की शुरुआती और प्रसिद्ध कहानियों में से एक है, जिसमें राजनीति और व्यक्तिगत ईमानदारी के बीच का द्वंद्व चित्रित है।
72. ‘वाङ्चू’ कहानी के लेखक कौन हैं?
उत्तर: (A) भीष्म साहनी
विस्तार: ‘वाङ्चू’ भीष्म साहनी की एक मार्मिक कहानी है, जो एक तिब्बती शरणार्थी के जीवन के माध्यम से मानवीय संवेदनाओं और संबंधों को दर्शाती है।
73. ‘जयदोल’ किसका कहानी संग्रह है?
उत्तर: (A) अज्ञेय
विस्तार: ‘जयदोल’ अज्ञेय का कहानी संग्रह है। उनकी अन्य कहानी संग्रहों में ‘कोठरी की बात’, ‘शरणार्थी’, ‘अमर वल्लरी’ आदि शामिल हैं।
74. ‘मैला आँचल’ का नायक कौन है?
उत्तर: (D) पूरा अंचल (मेरीगंज)
विस्तार: आलोचक मानते हैं कि ‘मैला आँचल’ का कोई एक व्यक्ति नायक नहीं है, बल्कि पूरा का पूरा अंचल (मेरीगंज गाँव) ही इसका नायक है। डॉ. प्रशांत एक प्रमुख पात्र हैं, लेकिन नायक नहीं।
75. ‘सेवा सदन’ उपन्यास में प्रेमचंद ने किस समस्या को उठाया है?
उत्तर: (B) वेश्यावृत्ति की समस्या और विवाह संस्था
विस्तार: ‘सेवा सदन’ प्रेमचंद के शुरुआती उपन्यासों में से है, जिसमें उन्होंने सुमन नामक स्त्री के माध्यम से समाज में वेश्याओं की स्थिति और विवाह संस्था की खामियों पर साहसिक टिप्पणी की है।
76. ‘गुंडा’ कहानी किस शहर की पृष्ठभूमि पर आधारित है?
उत्तर: (C) वाराणसी (काशी)
विस्तार: जयशंकर प्रसाद की प्रसिद्ध कहानी ‘गुंडा’ वाराणसी की पृष्ठभूमि पर आधारित है। यह नन्हकूसिंह नामक एक चरित्र के माध्यम से काशी की पुरानी आन-बान और तहजीब को चित्रित करती है।
77. ‘एक दुनिया समानांतर’ कहानी संग्रह का संपादन किसने किया था?
उत्तर: (B) राजेन्द्र यादव
विस्तार: ‘एक दुनिया समानांतर’ नयी कहानी के दौर का एक महत्वपूर्ण संकलन है, जिसका संपादन राजेन्द्र यादव ने किया था। इसने साठोत्तरी कहानी की दिशा तय करने में भूमिका निभाई।
78. ‘कितने पाकिस्तान’ उपन्यास के लेखक कौन हैं?
उत्तर: (C) कमलेश्वर
विस्तार: यद्यपि कमलेश्वर सूची में नहीं हैं, यह एक अत्यंत महत्वपूर्ण प्रश्न है। ‘कितने पाकिस्तान’ कमलेश्वर का युगांतरकारी उपन्यास है जो विभाजन और मानव इतिहास में सत्ता के क्रूर चेहरे का विश्लेषण करता है।
79. ‘दो बैलों की कथा’ के माध्यम से प्रेमचंद ने क्या संदेश दिया है?
उत्तर: (C) स्वतंत्रता के लिए संघर्ष और एकता
विस्तार: यह कहानी सिर्फ पशु प्रेम की नहीं, बल्कि हीरा और मोती नामक दो बैलों के माध्यम से परोक्ष रूप से भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का प्रतीक है। यह दिखाती है कि एकता और संघर्ष से ही आजादी मिलती है।
80. ‘लहरों के राजहंस’ नाटक के लेखक कौन हैं?
उत्तर: (B) मोहन राकेश
विस्तार: ‘लहरों के राजहंस’ मोहन राकेश का प्रसिद्ध नाटक है, जो नंद और सुंदरी के माध्यम से सांसारिक सुख और आध्यात्मिक शांति के द्वंद्व को प्रस्तुत करता है।
81. ‘तमस’ उपन्यास किस वर्ष प्रकाशित हुआ?
उत्तर: (C) 1973
विस्तार: भीष्म साहनी का कालजयी उपन्यास ‘तमस’ 1973 में प्रकाशित हुआ था और 1975 में इसे साहित्य अकादमी पुरस्कार मिला।
82. ‘ढाई आखर प्रेम का’ किसकी आत्मकथा का एक अंश है?
उत्तर: (B) फणीश्वरनाथ ‘रेणु’
विस्तार: रेणु की आत्मकथा ‘आत्मपरिचय’ के अंतर्गत ‘ढाई आखर प्रेम का’ एक महत्वपूर्ण अंश है जिसमें वे अपने जीवन के प्रेम प्रसंगों का वर्णन करते हैं।
83. ‘राजा निरबंसिया’ कहानी किसकी है?
उत्तर: (C) कमलेश्वर
विस्तार: ‘राजा निरबंसिया’ कमलेश्वर की एक मील का पत्थर कहानी है जो नयी कहानी आंदोलन का प्रतिनिधित्व करती है। यह आधुनिक जीवन में मानवीय संबंधों के टूटन को एक पुरानी लोककथा के समानांतर रखकर प्रस्तुत करती है।
84. ‘पिंजरे की उड़ान’ किसका पहला कहानी संग्रह है?
उत्तर: (B) यशपाल
विस्तार: ‘पिंजरे की उड़ान’ यशपाल का पहला कहानी-संग्रह है, जो 1939 में प्रकाशित हुआ। इसकी अधिकांश कहानियाँ उन्होंने जेल में लिखी थीं।
85. ‘एक इंच मुस्कान’ में अमर, अमला और रंजना के बीच कैसा संबंध है?
उत्तर: (B) त्रिकोणात्मक प्रेम संबंध
विस्तार: मन्नू भंडारी और राजेन्द्र यादव द्वारा लिखित इस उपन्यास का केंद्र एक जटिल त्रिकोणात्मक प्रेम संबंध है, जिसमें पात्रों के मानसिक द्वंद्व को दिखाया गया है।
86. ‘इंदुमती’ को हिन्दी की पहली कहानी किसने माना है?
उत्तर: (C) आचार्य रामचंद्र शुक्ल
विस्तार: यद्यपि यह प्रश्न सीधे तौर पर दिए गए लेखकों से नहीं है, पर कहानीकला के विकास को समझने के लिए महत्वपूर्ण है। आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने किशोरीलाल गोस्वामी की कहानी ‘इंदुमती’ (1900) को हिन्दी की पहली मौलिक कहानी माना है।
87. प्रेमचंद के किस उपन्यास को ‘ग्रामीण जीवन का महाकाव्य’ कहा जाता है?
उत्तर: (D) गोदान
विस्तार: ‘गोदान’ में प्रेमचंद ने भारतीय किसान के संपूर्ण जीवन, उसकी समस्याओं, संघर्षों और त्रासदियों का इतना व्यापक और गहरा चित्रण किया है कि इसे ‘ग्रामीण जीवन का महाकाव्य’ की संज्ञा दी जाती है।
88. ‘ठेस’ कहानी में आहत होने वाला पात्र कौन है?
उत्तर: (A) सिरचन
विस्तार: फणीश्वरनाथ ‘रेणु’ की कहानी ‘ठेस’ में सिरचन एक स्वाभिमानी और संवेदनशील कारीगर है, जिसके आत्मसम्मान को जब ठेस पहुँचती है तो वह काम अधूरा छोड़कर चला जाता है। यह कलाकार के सम्मान के प्रश्न को उठाती है।
89. ‘फाँसी’ किसका कहानी संग्रह है?
उत्तर: (A) जैनेन्द्र
विस्तार: ‘फाँसी’ जैनेन्द्र कुमार का एक प्रसिद्ध कहानी संग्रह है। उनकी अन्य कहानी संग्रहों में ‘वातायन’, ‘एक रात’, ‘दो चिड़ियाँ’, ‘पाजेब’ आदि प्रमुख हैं।
90. ‘मुर्दहिया’ किस दलित लेखक की आत्मकथा है?
उत्तर: (B) तुलसीराम
विस्तार: यह प्रश्न सीधे तौर पर सूची से नहीं है लेकिन समकालीन साहित्य के संदर्भ में महत्वपूर्ण है। ‘मुर्दहिया’ और ‘मणिकर्णिका’ डॉ. तुलसीराम की आत्मकथा के दो भाग हैं, जो दलित जीवन के यथार्थ का मार्मिक चित्रण करते हैं।
91. मन्नू भंडारी की कौन सी रचना ‘लव मैरिज’ की समस्या पर केंद्रित है?
उत्तर: (D) बिना दीवारों का घर
विस्तार: ‘बिना दीवारों का घर’ मन्नू भंडारी का नाटक है जो प्रेम विवाह के बाद एक दंपति के बीच उत्पन्न होने वाले अहम् के टकराव और अपेक्षाओं के टूटने को दिखाता है।
92. ‘कर्मनाशा की हार’ कहानी के लेखक कौन हैं?
उत्तर: (B) शिवप्रसाद सिंह
विस्तार: यह भी एक महत्वपूर्ण समकालीन कहानी है। ‘कर्मनाशा की हार’ शिवप्रसाद सिंह की प्रसिद्ध कहानी है जो ग्रामीण अंधविश्वासों पर मानवीय प्रेम की विजय को दर्शाती है।
93. ‘कायाकल्प’ उपन्यास के लेखक कौन हैं?
उत्तर: (B) प्रेमचंद
विस्तार: ‘कायाकल्प’ प्रेमचंद का उपन्यास है जिसमें पुनर्जन्म की कहानी के माध्यम से सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों को उठाया गया है।
94. ‘एक लड़की’ कहानी किसकी रचना है?
उत्तर: (B) कृष्णा सोबती
विस्तार: ‘ऐ लड़की’ कृष्णा सोबती की एक लंबी कहानी/उपन्यासिका है जो मृत्यु के करीब एक माँ और उसकी बेटी के बीच के संवाद के माध्यम से जीवन, स्त्रीत्व और परंपरा पर गहन विचार करती है।
95. ‘मधुआ’ कहानी के लेखक कौन हैं?
उत्तर: (B) जयशंकर प्रसाद
विस्तार: ‘मधुआ’ जयशंकर प्रसाद की एक संवेदनशील कहानी है, जो एक शराबी व्यक्ति के हृदय परिवर्तन को दिखाती है जब एक अनाथ बच्चा उसकी जिंदगी में आता है।
96. ‘अंधेरे में’ कविता के रचनाकार कौन हैं?
उत्तर: (B) मुक्तिबोध
विस्तार: यह आधुनिक हिंदी कविता का एक मील का पत्थर है। गजानन माधव ‘मुक्तिबोध’ की लंबी कविता ‘अंधेरे में’ आधुनिक भारत के मध्यवर्गीय बुद्धिजीवी के आत्म-संघर्ष और सामाजिक यथार्थ का एक भयावह चित्र प्रस्तुत करती है।
97. ‘मय्यादास की माड़ी’ उपन्यास के लेखक कौन हैं?
उत्तर: (B) भीष्म साहनी
विस्तार: ‘मय्यादास की माड़ी’ भीष्म साहनी का एक वृहद ऐतिहासिक उपन्यास है जो उन्नीसवीं सदी के पंजाब के सामाजिक-राजनीतिक जीवन और बदलते समय का चित्रण करता है।
98. ‘झबरा’ किस कहानी का पात्र है?
उत्तर: (B) पूस की रात
विस्तार: झबरा, हल्कू किसान का कुत्ता है, जो ‘पूस की रात’ कहानी में कड़ाके की ठंड में उसके साथ खेत पर रहता है। यह मनुष्य और पशु के बीच के आत्मीय संबंध को दर्शाता है।
99. ‘जुलूस’ उपन्यास किसका है?
उत्तर: (B) फणीश्वरनाथ ‘रेणु’
विस्तार: ‘जुलूस’ रेणु का एक और महत्वपूर्ण उपन्यास है जो पूर्वी पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) से आए शरणार्थियों की समस्याओं पर केंद्रित है।
100. ‘नयी कहानी’ आंदोलन का समय मोटे तौर पर क्या माना जाता है?
उत्तर: (C) 1955-1965
विस्तार: ‘नयी कहानी’ आंदोलन का उभार मोटे तौर पर 1955 के आसपास हुआ और यह 1965 तक अपने चरम पर रहा। मोहन राकेश, राजेन्द्र यादव, कमलेश्वर, मन्नू भंडारी आदि इसके प्रमुख हस्ताक्षर थे। इसने प्रेमचंद युग की कहानी से अलग शहरी मध्यवर्ग के यथार्थ को अपना केंद्र बनाया।