1. हिन्दी साहित्य के आरंभिक काल को ‘आदिकाल’ नाम किसने दिया?
(क) आचार्य रामचंद्र शुक्ल
(ख) हजारी प्रसाद द्विवेदी
(ग) रामकुमार वर्मा
(घ) मिश्रबंधु
सही उत्तर: (ख) हजारी प्रसाद द्विवेदी
विस्तार: आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने इसे ‘वीरगाथा काल’ कहा था, जिसके विरोध में हजारी प्रसाद द्विवेदी ने इस काल की विभिन्न प्रवृत्तियों को ध्यान में रखते हुए इसे ‘आदिकाल’ नाम दिया, जो सर्वाधिक मान्य हुआ।
2. आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने हिन्दी साहित्य के इतिहास को कितने कालों में विभाजित किया है?
(क) तीन
(ख) चार
(ग) पाँच
(घ) दो
सही उत्तर: (ख) चार
विस्तार: आचार्य रामचंद्र शुक्ल का काल विभाजन सर्वाधिक प्रामाणिक माना जाता है। उन्होंने इसे चार भागों में बांटा: (1) आदिकाल (वीरगाथा काल), (2) पूर्व मध्यकाल (भक्तिकाल), (3) उत्तर मध्यकाल (रीतिकाल), और (4) आधुनिक काल (गद्यकाल)।
3. ‘मिश्रबंधु विनोद’ में मिश्रबंधुओं ने काल विभाजन का प्रयास किया। मिश्रबंधुओं में कौन शामिल नहीं है?
(क) गणेशबिहारी मिश्र
(ख) श्यामबिहारी मिश्र
(ग) कृष्णबिहारी मिश्र
(घ) शुकदेवबिहारी मिश्र
सही उत्तर: (ग) कृष्णबिहारी मिश्र
विस्तार: मिश्रबंधु तीन भाई थे- गणेशबिहारी मिश्र, श्यामबिहारी मिश्र और शुकदेवबिहारी मिश्र। कृष्णबिहारी मिश्र इनमें शामिल नहीं थे।
4. रीतिकाल को ‘अलंकृत काल’ किसने कहा है?
(क) रामचंद्र शुक्ल
(ख) विश्वनाथ प्रसाद मिश्र
(ग) मिश्रबंधु
(घ) रामकुमार वर्मा
सही उत्तर: (ग) मिश्रबंधु
विस्तार: मिश्रबंधुओं ने रीतिकाल में अलंकारों की प्रधानता को देखते हुए इसे ‘अलंकृत काल’ नाम दिया था। वहीं, रामचंद्र शुक्ल ने इसे ‘रीतिकाल’ और विश्वनाथ प्रसाद मिश्र ने ‘शृंगार काल’ कहा।
5. आदिकाल की प्रमुख प्रवृत्ति निम्नलिखित में से कौन सी नहीं है?
(क) आश्रयदाताओं की प्रशंसा
(ख) राष्ट्रीयता की भावना
(ग) युद्धों का सजीव वर्णन
(घ) ऐतिहासिकता का अभाव
सही उत्तर: (ख) राष्ट्रीयता की भावना
विस्तार: आदिकाल में राष्ट्रीयता की भावना का अभाव था। कवियों की निष्ठा अपने छोटे-छोटे राज्यों और आश्रयदाता राजाओं तक ही सीमित थी। वे अपने राजा की प्रशंसा में लिखते थे, लेकिन सम्पूर्ण राष्ट्र की भावना नहीं थी।
6. ‘रासो’ काव्य परम्परा किस काल की विशेषता है?
(क) भक्तिकाल
(ख) रीतिकाल
(ग) आदिकाल
(घ) आधुनिक काल
सही उत्तर: (ग) आदिकाल
विस्तार: ‘रासो’ ग्रंथ आदिकाल की प्रमुख साहित्यिक धरोहर हैं। इनमें चारण कवियों द्वारा अपने आश्रयदाता राजाओं की वीरता और युद्धों का ओजपूर्ण वर्णन किया गया है, जैसे- पृथ्वीराज रासो, बीसलदेव रासो आदि।
7. आदिकाल में किस भाषा का प्रमुखता से प्रयोग हुआ?
(क) अवधी
(ख) ब्रजभाषा
(ग) डिंगल-पिंगल
(घ) खड़ी बोली
सही उत्तर: (ग) डिंगल-पिंगल
विस्तार: आदिकालीन रासो काव्यों में मुख्य रूप से दो शैलियों का प्रयोग हुआ- डिंगल (अपभ्रंश मिश्रित राजस्थानी) और पिंगल (अपभ्रंश मिश्रित ब्रजभाषा)। डिंगल का प्रयोग वीर रस की रचनाओं में और पिंगल का प्रयोग कोमल भावों के लिए होता था।
8. भक्तिकाल को ‘हिन्दी साहित्य का स्वर्ण युग’ किसने कहा है?
(क) जॉर्ज ग्रियर्सन
(ख) रामचंद्र शुक्ल
(ग) हजारी प्रसाद द्विवेदी
(घ) श्यामसुंदर दास
सही उत्तर: (क) जॉर्ज ग्रियर्सन
विस्तार: जॉर्ज ग्रियर्सन ने भक्तिकाल की साहित्यिक और सांस्कृतिक उपलब्धियों को देखते हुए इसे ‘हिन्दी साहित्य का स्वर्ण युग’ (The Golden Age) की संज्ञा दी थी। बाद में श्यामसुंदर दास जैसे विद्वानों ने भी इस मत का समर्थन किया।
9. निर्गुण काव्यधारा की दो प्रमुख शाखाएँ कौन सी हैं?
(क) रामभक्ति और कृष्णभक्ति
(ख) ज्ञानाश्रयी और प्रेमाश्रयी
(ग) संत काव्य और सूफी काव्य
(घ) (ख) और (ग) दोनों
सही उत्तर: (घ) (ख) और (ग) दोनों
विस्तार: निर्गुण काव्यधारा की दो प्रमुख उपधाराएँ हैं। पहली ‘ज्ञानाश्रयी शाखा’ है, जिसे ‘संत काव्य’ भी कहा जाता है (कबीर, नानक आदि)। दूसरी ‘प्रेमाश्रयी शाखा’ है, जिसे ‘सूफी काव्य’ भी कहा जाता है (जायसी, कुतुबन आदि)।
10. ‘कबीर’ किस काव्यधारा के प्रतिनिधि कवि हैं?
(क) सगुण काव्यधारा
(ख) सूफी काव्यधारा
(ग) संत काव्यधारा
(घ) रामभक्ति शाखा
सही उत्तर: (ग) संत काव्यधारा
विस्तार: कबीरदास निर्गुण भक्ति की ज्ञानाश्रयी शाखा अर्थात् संत काव्यधारा के प्रतिनिधि कवि हैं। उन्होंने निराकार ब्रह्म की उपासना पर बल दिया और सामाजिक कुरीतियों तथा बाह्याडंबरों का खंडन किया।
11. मलिक मुहम्मद जायसी द्वारा रचित ‘पद्मावत’ किस काव्यधारा का ग्रंथ है?
(क) संत काव्य
(ख) रामभक्ति काव्य
(ग) कृष्णभक्ति काव्य
(घ) सूफी प्रेमाख्यानक काव्य
सही उत्तर: (घ) सूफी प्रेमाख्यानक काव्य
विस्तार: ‘पद्मावत’ सूफी काव्य परम्परा का सर्वश्रेष्ठ महाकाव्य है। इसमें कवि जायसी ने लौकिक प्रेम (रत्नसेन-पद्मावती) के माध्यम से अलौकिक प्रेम (आत्मा-परमात्मा) की व्यंजना की है। यह अवधी भाषा में लिखा गया है।
12. निम्नलिखित में से कौन सी विशेषता संत काव्य की नहीं है?
(क) गुरु की महत्ता
(ख) शास्त्रीय ज्ञान की प्रधानता
(ग) बाह्याडंबरों का विरोध
(घ) सधुक्कड़ी भाषा का प्रयोग
सही उत्तर: (ख) शास्त्रीय ज्ञान की प्रधानता
विस्तार: संत कवियों ने शास्त्रीय या किताबी ज्ञान की अपेक्षा अनुभवजन्य ज्ञान (‘आँखिन देखी’) को अधिक महत्व दिया। कबीर ने कहा भी है- “मसि कागद छूयो नहीं, कलम गही नहिं हाथ।”
13. ‘रामचरितमानस’ के रचयिता तुलसीदास किस भक्ति शाखा से संबंधित हैं?
(क) कृष्णभक्ति शाखा
(ख) रामभक्ति शाखा
(ग) ज्ञानाश्रयी शाखा
(घ) प्रेमाश्रयी शाखा
सही उत्तर: (ख) रामभक्ति शाखा
विस्तार: गोस्वामी तुलसीदास सगुण भक्ति की रामभक्ति शाखा के शिरोमणि कवि हैं। उनका महाकाव्य ‘रामचरितमानस’ इस शाखा का प्रतिनिधि ग्रंथ है।
14. सूफी काव्य की प्रमुख भाषा कौन सी रही है?
(क) ब्रजभाषा
(ख) खड़ी बोली
(ग) अवधी
(घ) राजस्थानी
सही उत्तर: (ग) अवधी
विस्तार: जायसी, कुतुबन, मंझन आदि प्रमुख सूफी कवियों ने अपने प्रेमाख्यानक काव्यों की रचना के लिए मुख्य रूप से ठेठ अवधी भाषा का प्रयोग किया।
15. रीतिकाल को मुख्य रूप से कितनी धाराओं में बांटा गया है?
(क) दो
(ख) तीन
(ग) चार
(घ) पाँच
सही उत्तर: (ख) तीन
विस्तार: रीतिकाल को मुख्यतः तीन धाराओं में विभाजित किया जाता है: (1) रीतिबद्ध (जिन्होंने लक्षण-ग्रंथों की रचना की, जैसे- केशव, चिंतामणि), (2) रीतिसिद्ध (जिन्होंने लक्षणों को ध्यान में रखकर काव्य रचा, जैसे- बिहारी), और (3) रीतिमुक्त (जिन्होंने रीति के बंधन से मुक्त होकर काव्य रचा, जैसे- घनानंद, आलम)।
16. ‘कविप्रिया’ और ‘रसिकप्रिया’ जैसे लक्षण ग्रंथों के रचयिता कौन हैं?
(क) बिहारी
(ख) केशवदास
(ग) पद्माकर
(घ) घनानंद
सही उत्तर: (ख) केशवदास
विस्तार: आचार्य केशवदास रीतिबद्ध काव्यधारा के प्रमुख कवि हैं। उन्होंने संस्कृत काव्यशास्त्र की परम्परा में ‘कविप्रिया’ (अलंकार ग्रंथ) और ‘रसिकप्रिया’ (रस ग्रंथ) जैसे महत्वपूर्ण लक्षण ग्रंथों की रचना की।
17. बिहारीलाल किस काव्यधारा के कवि हैं?
(क) रीतिबद्ध
(ख) रीतिसिद्ध
(ग) रीतिमुक्त
(घ) भक्तिकाल
सही उत्तर: (ख) रीतिसिद्ध
विस्तार: बिहारी रीतिसिद्ध काव्यधारा के एकमात्र और सर्वप्रमुख कवि हैं। उन्होंने कोई लक्षण ग्रंथ तो नहीं लिखा, लेकिन उनकी एकमात्र रचना ‘बिहारी सतसई’ में रीति के सिद्धांत (लक्षण) पूरी तरह समाहित हैं।
18. “अति सूधो सनेह को मारग है” – यह प्रसिद्ध पंक्ति किस रीतिमुक्त कवि की है?
(क) आलम
(ख) बोधा
(ग) ठाकुर
(घ) घनानंद
सही उत्तर: (घ) घनानंद
विस्तार: यह पंक्ति रीतिमुक्त काव्यधारा के श्रेष्ठ कवि घनानंद की है। वे प्रेम की पीर के कवि माने जाते हैं और उनकी कविता में प्रेम की सहजता और गहराई का अद्भुत चित्रण मिलता है।
19. आधुनिक काल का आरंभ सामान्यतः किस युग से माना जाता है?
(क) द्विवेदी युग
(ख) छायावाद युग
(ग) भारतेन्दु युग
(घ) प्रगतिवाद युग
सही उत्तर: (ग) भारतेन्दु युग
विस्तार: हिन्दी साहित्य में आधुनिक काल का प्रवर्तन भारतेन्दु हरिश्चंद्र से माना जाता है। उनके समय (लगभग 1850 ई. से) में हिन्दी गद्य का विकास हुआ और साहित्य में सामाजिक, राजनीतिक और राष्ट्रीय चेतना का समावेश हुआ, जिसे नवजागरण भी कहा गया।
20. ‘भारत-भारती’ के रचयिता कौन हैं, जिन्हें राष्ट्रकवि की उपाधि मिली?
(क) अयोध्यासिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’
(ख) मैथिलीशरण गुप्त
(ग) माखनलाल चतुर्वेदी
(घ) रामधारी सिंह ‘दिनकर’
सही उत्तर: (ख) मैथिलीशरण गुप्त
विस्तार: मैथिलीशरण गुप्त द्विवेदी युग के प्रमुख कवि हैं। उनकी रचना ‘भारत-भारती’ (1912) ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान राष्ट्रीय चेतना जगाने में अभूतपूर्व भूमिका निभाई, जिसके लिए महात्मा गांधी ने उन्हें ‘राष्ट्रकवि’ की उपाधि दी।
21. ‘सरस्वती’ पत्रिका के यशस्वी संपादक कौन थे, जिन्होंने हिन्दी भाषा के परिमार्जन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई?
(क) भारतेन्दु हरिश्चंद्र
(ख) महावीर प्रसाद द्विवेदी
(ग) रामचंद्र शुक्ल
(घ) प्रेमचंद
सही उत्तर: (ख) महावीर प्रसाद द्विवेदी
विस्तार: आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी ने 1903 से 1920 तक ‘सरस्वती’ पत्रिका का संपादन किया। उन्होंने इसके माध्यम से खड़ी बोली हिन्दी को व्याकरण सम्मत, परिष्कृत और स्थिर रूप प्रदान किया। उन्हीं के नाम पर इस युग का नाम ‘द्विवेदी युग’ पड़ा।
22. छायावाद के ‘चतुष्टय’ (चार स्तंभ) में कौन शामिल नहीं है?
(क) जयशंकर प्रसाद
(ख) सुमित्रानंदन पंत
(ग) महादेवी वर्मा
(घ) माखनलाल चतुर्वेदी
सही उत्तर: (घ) माखनलाल चतुर्वेदी
विस्तार: छायावाद के चार प्रमुख स्तंभ हैं- जयशंकर प्रसाद (‘ब्रह्मा’), सुमित्रानंदन पंत (‘विष्णु’), सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ (‘महेश’) और महादेवी वर्मा (‘शक्ति’ या ‘दुर्गा’)। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय-सांस्कृतिक काव्यधारा के कवि हैं।
23. मार्क्सवादी विचारधारा से प्रभावित हिन्दी साहित्य की काव्यधारा कौन सी है?
(क) छायावाद
(ख) प्रयोगवाद
(ग) प्रगतिवाद
(घ) नई कविता
सही उत्तर: (ग) प्रगतिवाद
विस्तार: प्रगतिवाद (लगभग 1936-1943) मार्क्सवादी दर्शन के आधार पर विकसित हुई काव्यधारा है। इसमें शोषण का विरोध, शोषितों के प्रति सहानुभूति, सामाजिक यथार्थ और क्रांति का स्वर प्रमुख है।
24. ‘तार सप्तक’ का संपादन किसने किया, जिससे ‘प्रयोगवाद’ का आरंभ माना जाता है?
(क) मुक्तिबोध
(ख) रामविलास शर्मा
(ग) अज्ञेय
(घ) नागार्जुन
सही उत्तर: (ग) अज्ञेय
विस्तार: सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन ‘अज्ञेय’ ने 1943 में सात कवियों की कविताओं का संग्रह ‘तार सप्तक’ नाम से प्रकाशित किया। यहीं से हिन्दी कविता में ‘प्रयोगवाद’ का प्रारंभ माना जाता है।
25. हिन्दी का प्रथम मौलिक उपन्यास किसे माना जाता है?
(क) गोदान
(ख) चंद्रकांता
(ग) परीक्षा गुरु
(घ) भाग्यवती
सही उत्तर: (ग) परीक्षा गुरु
विस्तार: लाला श्रीनिवास दास द्वारा रचित ‘परीक्षा गुरु’ (1882) को आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने हिन्दी का पहला मौलिक उपन्यास माना है। इसमें उपदेशात्मकता के साथ यथार्थ का चित्रण भी है।
26. ‘उसने कहा था’ कहानी के लेखक कौन हैं?
(क) प्रेमचंद
(ख) जयशंकर प्रसाद
(ग) चंद्रधर शर्मा ‘गुलेरी’
(घ) यशपाल
सही उत्तर: (ग) चंद्रधर शर्मा ‘गुलेरी’
विस्तार: ‘उसने कहा था’ (1915) चंद्रधर शर्मा ‘गुलेरी’ की अमर कहानी है। यह पूर्वदीप्ति (फ्लैशबैक) शैली में लिखी गई हिन्दी की पहली कहानी मानी जाती है और अपने कथ्य, शिल्प और त्यागपूर्ण प्रेम के चित्रण के लिए प्रसिद्ध है।
27. जयशंकर प्रसाद का कौन सा नाटक ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर आधारित नहीं है?
(क) चंद्रगुप्त
(ख) स्कंदगुप्त
(ग) ध्रुवस्वामिनी
(घ) आँधी
सही उत्तर: (घ) आँधी
विस्तार: ‘आँधी’ जयशंकर प्रसाद का एक कहानी-संग्रह है, न कि नाटक। ‘चंद्रगुप्त’, ‘स्कंदगुप्त’ और ‘ध्रुवस्वामिनी’ उनके प्रसिद्ध ऐतिहासिक नाटक हैं, जिनमें भारतीय इतिहास के गौरवशाली अतीत का चित्रण है।
28. हिन्दी के प्रथम कवि ‘सरहपा’ किस साहित्य से संबंधित हैं?
(क) जैन साहित्य
(ख) नाथ साहित्य
(ग) सिद्ध साहित्य
(घ) रासो साहित्य
सही उत्तर: (ग) सिद्ध साहित्य
विस्तार: सरहपा (या सरहपाद) 84 सिद्धों में से एक थे और उन्हें राहुल सांकृत्यायन ने हिन्दी का पहला कवि माना है। उनकी रचनाएँ ‘दोहाकोश’ में संकलित हैं, जो सिद्ध साहित्य का महत्वपूर्ण ग्रंथ है।
29. ‘पृथ्वीराज रासो’ के रचयिता कौन हैं?
(क) जगनिक
(ख) चंदबरदाई
(ग) नरपति नाल्ह
(घ) दलपति विजय
सही उत्तर: (ख) चंदबरदाई
विस्तार: ‘पृथ्वीराज रासो’ हिन्दी का प्रथम महाकाव्य माना जाता है। इसके रचयिता चंदबरदाई थे, जो दिल्ली के सम्राट पृथ्वीराज चौहान के मित्र और राजकवि थे।
30. ‘मैथिल कोकिल’ के नाम से कौन से कवि प्रसिद्ध हैं?
(क) तुलसीदास
(ख) सूरदास
(ग) विद्यापति
(घ) कबीर
सही उत्तर: (ग) विद्यापति
विस्तार: विद्यापति ने मैथिली भाषा में ‘पदावली’ की रचना की, जिसमें राधा-कृष्ण के प्रेम का अत्यंत मधुर और सरस चित्रण है। इसी रचना के कारण उन्हें ‘मैथिल कोकिल’ की उपाधि मिली।
31. खड़ी बोली हिन्दी में सर्वप्रथम रचना करने वाले कवि कौन माने जाते हैं?
(क) भारतेन्दु हरिश्चंद्र
(ख) अमीर खुसरो
(ग) चंदबरदाई
(घ) जायसी
सही उत्तर: (ख) अमीर खुसरो
विस्तार: आदिकाल के कवि अमीर खुसरो ने पहेलियाँ, मुकरियाँ, दो-सुखने आदि की रचना आम बोलचाल की खड़ी बोली में की। इस कारण उन्हें खड़ी बोली का आदि कवि कहा जाता है।
32. उत्तर भारत में भक्ति आंदोलन का प्रसार करने का श्रेय किसे दिया जाता है?
(क) रामानंद
(ख) रामानुजाचार्य
(ग) शंकराचार्य
(घ) वल्लभाचार्य
सही उत्तर: (क) रामानंद
विस्तार: माना जाता है कि “भक्ति द्राविड़ उपजी, लाए रामानंद”। रामानंद ने दक्षिण भारत की भक्ति परम्परा को उत्तर भारत में लोकप्रिय बनाया। उन्होंने जाति-पाँति का भेद मिटाकर सभी को भक्ति का अधिकार दिया। कबीर, रैदास आदि उनके शिष्य थे।
33. ‘अष्टछाप’ की स्थापना किसने की थी?
(क) वल्लभाचार्य
(ख) सूरदास
(ग) विट्ठलनाथ
(घ) नंददास
सही उत्तर: (ग) विट्ठलनाथ
विस्तार: ‘अष्टछाप’ कृष्णभक्ति शाखा के आठ कवियों का समूह था, जिनकी स्थापना वल्लभाचार्य के पुत्र गोस्वामी विट्ठलनाथ ने 1565 ई. में की थी। इसमें चार शिष्य वल्लभाचार्य के (सूरदास, कुंभनदास, परमानंददास, कृष्णदास) और चार शिष्य विट्ठलनाथ के (नंददास, गोविंदस्वामी, छीतस्वामी, चतुर्भुजदास) थे।
34. ‘सुजान रसखान’ और ‘प्रेम वाटिका’ के रचयिता कौन हैं?
(क) रहीम
(ख) रसखान
(ग) घनानंद
(घ) आलम
सही उत्तर: (ख) रसखान
विस्तार: रसखान कृष्णभक्त मुस्लिम कवि थे। कृष्ण के प्रति उनका अनन्य प्रेम उनके सवैयों और कवित्तों में व्यक्त हुआ है। ‘सुजान रसखान’ और ‘प्रेम वाटिका’ उनकी प्रसिद्ध कृतियाँ हैं।
35. ‘बरवै नायिका भेद’ ग्रंथ के रचयिता कौन हैं?
(क) तुलसीदास
(ख) केशवदास
(ग) रहीम
(घ) बिहारी
सही उत्तर: (ग) रहीम
विस्तार: अब्दुर्रहीम खानखाना, जो ‘रहीम’ नाम से प्रसिद्ध हैं, अकबर के नवरत्नों में से एक थे। वे भक्ति, नीति और शृंगार के कवि थे। ‘बरवै नायिका भेद’ अवधी भाषा में लिखा उनका प्रसिद्ध रीति-ग्रंथ है।
36. हिन्दी का पहला समाचार पत्र ‘उदंत मार्त्तण्ड’ कहाँ से प्रकाशित हुआ था?
(क) दिल्ली
(ख) बनारस
(ग) इलाहाबाद
(घ) कलकत्ता
सही उत्तर: (घ) कलकत्ता
विस्तार: हिन्दी का पहला समाचार पत्र ‘उदंत मार्त्तण्ड’ 30 मई, 1826 को कलकत्ता (अब कोलकाता) से एक साप्ताहिक पत्र के रूप में प्रकाशित होना आरम्भ हुआ। इसके संपादक पं. जुगल किशोर शुक्ल थे।
37. ‘हिन्दी प्रदीप’ नामक मासिक पत्र के संपादक कौन थे?
(क) भारतेन्दु हरिश्चंद्र
(ख) बालकृष्ण भट्ट
(ग) प्रतापनारायण मिश्र
(घ) बदरीनारायण चौधरी ‘प्रेमघन’
सही उत्तर: (ख) बालकृष्ण भट्ट
विस्तार: बालकृष्ण भट्ट भारतेन्दु युग के प्रमुख निबंधकार और पत्रकार थे। उन्होंने 1877 में प्रयाग (इलाहाबाद) से ‘हिन्दी प्रदीप’ नामक मासिक पत्र का संपादन आरम्भ किया, जो 33 वर्षों तक चला।
38. खड़ी बोली का प्रथम महाकाव्य ‘प्रियप्रवास’ किसने लिखा?
(क) मैथिलीशरण गुप्त
(ख) रामधारी सिंह ‘दिनकर’
(ग) जयशंकर प्रसाद
(घ) अयोध्यासिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’
सही उत्तर: (घ) अयोध्यासिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’
विस्तार: ‘हरिऔध’ जी द्विवेदी युग के प्रमुख कवि हैं। उनके द्वारा रचित ‘प्रियप्रवास’ (1914) को खड़ी बोली हिन्दी का प्रथम महाकाव्य होने का गौरव प्राप्त है। इसमें कृष्ण के मथुरा गमन और राधा व गोपियों के विरह का मार्मिक वर्णन है।
39. ‘चिंतामणि’ किस विधा की रचना है और इसके लेखक कौन हैं?
(क) कहानी-संग्रह, प्रेमचंद
(ख) काव्य, जयशंकर प्रसाद
(ग) निबंध-संग्रह, रामचंद्र शुक्ल
(घ) उपन्यास, हजारी प्रसाद द्विवेदी
सही उत्तर: (ग) निबंध-संग्रह, रामचंद्र शुक्ल
विस्तार: ‘चिंतामणि’ आचार्य रामचंद्र शुक्ल के आलोचनात्मक और मनोवैज्ञानिक निबंधों का संग्रह है, जो चार भागों में प्रकाशित है। यह हिन्दी निबंध साहित्य की एक अनमोल धरोहर है।
40. “पुष्प की अभिलाषा” कविता के रचयिता कौन हैं?
(क) सुभद्रा कुमारी चौहान
(ख) माखनलाल चतुर्वेदी
(ग) रामधारी सिंह ‘दिनकर’
(घ) मैथिलीशरण गुप्त
सही उत्तर: (ख) माखनलाल चतुर्वेदी
विस्तार: ‘एक भारतीय आत्मा’ उपनाम से प्रसिद्ध माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय-सांस्कृतिक काव्यधारा के प्रमुख कवि हैं। “पुष्प की अभिलाषा” उनकी अत्यंत प्रसिद्ध कविता है, जिसमें देशप्रेम और आत्म-बलिदान की भावना का उत्कर्ष है।
41. ‘प्रकृति का सुकुमार कवि’ किसे कहा जाता है?
(क) जयशंकर प्रसाद
(ख) सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’
(ग) सुमित्रानंदन पंत
(घ) महादेवी वर्मा
सही उत्तर: (ग) सुमित्रानंदन पंत
विस्तार: सुमित्रानंदन पंत छायावादी कवि हैं। उन्होंने अपनी कविताओं में प्रकृति के कोमल और मनोरम रूपों का इतना सूक्ष्म और सजीव चित्रण किया है कि उन्हें ‘प्रकृति का सुकुमार कवि’ कहा जाने लगा।
42. प्रेमचंद का उपन्यास ‘गोदान’ किस समस्या पर आधारित है?
(क) शहरी जीवन की समस्या
(ख) नारी स्वतंत्रता की समस्या
(ग) किसान जीवन की त्रासदी और ऋण-समस्या
(घ) सांप्रदायिकता की समस्या
सही उत्तर: (ग) किसान जीवन की त्रासदी और ऋण-समस्या
विस्तार: ‘गोदान’ (1936) प्रेमचंद का अंतिम और सर्वश्रेष्ठ उपन्यास है। इसे ‘कृषक जीवन का महाकाव्य’ कहा जाता है। इसमें होरी नामक किसान के माध्यम से भारतीय किसान की गरीबी, शोषण, और ऋण की समस्या का यथार्थवादी चित्रण किया गया है।
43. जयशंकर प्रसाद की ‘कामायनी’ किस दर्शन पर आधारित है?
(क) बौद्ध दर्शन
(ख) शैव दर्शन (प्रत्यभिज्ञा दर्शन)
(ग) अद्वैत वेदांत
(घ) मार्क्सवादी दर्शन
सही उत्तर: (ख) शैव दर्शन (प्रत्यभिज्ञा दर्शन)
विस्तार: ‘कामायनी’ (1936) छायावाद का प्रतिनिधि महाकाव्य है। इसकी कथा का आधार तो जल-प्रलय की घटना है, लेकिन इसका दार्शनिक आधार कश्मीरी शैव दर्शन का ‘प्रत्यभिज्ञा दर्शन’ है, जिसमें समरसता और आनंदवाद की स्थापना की गई है।
44. डॉ. रामविलास शर्मा मूलतः किस प्रकार के आलोचक हैं?
(क) रसवादी आलोचक
(ख) मार्क्सवादी/प्रगतिवादी आलोचक
(ग) मनोविश्लेषणवादी आलोचक
(घ) प्रभाववादी आलोचक
सही उत्तर: (ख) मार्क्सवादी/प्रगतिवादी आलोचक
विस्तार: डॉ. रामविलास शर्मा हिन्दी के शीर्षस्थ मार्क्सवादी आलोचकों में से हैं। उन्होंने साहित्य का मूल्यांकन सामाजिक-आर्थिक परिप्रेक्ष्य में किया और तुलसीदास, भारतेन्दु, प्रेमचंद, निराला आदि पर महत्वपूर्ण कार्य किया।
45. ‘अंधेरे में’ कविता के रचयिता कौन हैं, जो फैंटेसी (कल्पना-तत्व) के लिए जाने जाते हैं?
(क) अज्ञेय
(ख) नागार्जुन
(ग) गजानन माधव ‘मुक्तिबोध’
(घ) शमशेर बहादुर सिंह
सही उत्तर: (ग) गजानन माधव ‘मुक्तिबोध’
विस्तार: ‘अंधेरे में’ मुक्तिबोध की एक लम्बी और अत्यंत महत्वपूर्ण कविता है। मुक्तिबोध अपनी जटिल बिम्ब-योजना, फैंटेसी और आत्म-संघर्ष के चित्रण के लिए प्रसिद्ध हैं। वे प्रयोगवादी और नई कविता के कवि हैं।
46. ‘सांध्यगीत’ और ‘दीपशिखा’ काव्य-संग्रह किस कवयित्री के हैं?
(क) सुभद्रा कुमारी चौहान
(ख) महादेवी वर्मा
(ग) कीर्ति चौधरी
(घ) शकुंतला माथुर
सही उत्तर: (ख) महादेवी वर्मा
विस्तार: ‘सांध्यगीत’, ‘दीपशिखा’, ‘नीहार’, ‘रश्मि’ और ‘नीरजा’ महादेवी वर्मा के प्रमुख काव्य-संग्रह हैं। उन्हें ‘आधुनिक युग की मीरा’ भी कहा जाता है। उनकी कविताओं में विरह-वेदना और रहस्यवादी भावना की प्रधानता है।
47. ‘आषाढ़ का एक दिन’ नाटक के रचयिता कौन हैं?
(क) मोहन राकेश
(ख) धर्मवीर भारती
(ग) लक्ष्मीनारायण लाल
(घ) जगदीशचंद्र माथुर
सही उत्तर: (क) मोहन राकेश
विस्तार: ‘आषाढ़ का एक दिन’ आधुनिक हिन्दी नाटक का एक मील का पत्थर है। यह महाकवि कालिदास के निजी जीवन पर आधारित है और इसके लेखक मोहन राकेश हैं।
48. ‘अनामदास का पोथा’ उपन्यास के लेखक कौन हैं?
(क) रामचंद्र शुक्ल
(ख) हजारी प्रसाद द्विवेदी
(ग) विद्यानिवास मिश्र
(घ) अमृतलाल नागर
सही उत्तर: (ख) हजारी प्रसाद द्विवेदी
विस्तार: ‘बाणभट्ट की आत्मकथा’, ‘चारु चंद्रलेख’, ‘पुनर्नवा’ और ‘अनामदास का पोथा’ हजारी प्रसाद द्विवेदी के प्रसिद्ध ऐतिहासिक-सांस्कृतिक उपन्यास हैं।
49. हिन्दी में ‘रिपोर्ताज’ विधा का जनक किसे माना जाता है?
(क) रांगेय राघव
(ख) शिवदान सिंह चौहान
(ग) धर्मवीर भारती
(घ) फणीश्वरनाथ ‘रेणु’
सही उत्तर: (ख) शिवदान सिंह चौहान
विस्तार: शिवदान सिंह चौहान द्वारा ‘रूपाभ’ पत्रिका में प्रकाशित ‘लक्ष्मीपुरा’ को हिन्दी का प्रथम रिपोर्ताज माना जाता है। यह विधा द्वितीय विश्वयुद्ध के समय प्रचलन में आई।
50. ‘आवारा मसीहा’ किसकी जीवनी है?
(क) प्रेमचंद की
(ख) शरतचंद्र चट्टोपाध्याय की
(ग) निराला की
(घ) रवीन्द्रनाथ टैगोर की
सही उत्तर: (ख) शरतचंद्र चट्टोपाध्याय की
विस्तार: ‘आवारा मसीहा’ प्रसिद्ध बांग्ला उपन्यासकार शरतचंद्र चट्टोपाध्याय की जीवनी है, जिसे लिखने में विष्णु प्रभाकर को 14 वर्ष लगे। यह जीवनी साहित्य की एक उत्कृष्ट कृति है।
51. ‘बीसलदेव रासो’ के रचयिता का नाम क्या है?
(क) चंदबरदाई
(ख) नरपति नाल्ह
(ग) जगनिक
(घ) शार्ङ्गधर
सही उत्तर: (ख) नरपति नाल्ह
विस्तार: ‘बीसलदेव रासो’ एक शृंगार-प्रधान रासो काव्य है। इसके रचयिता नरपति नाल्ह हैं। इसमें राजा बीसलदेव (विग्रहराज चतुर्थ) और रानी राजमती की कथा है।
52. ‘परमाल रासो’ को अन्य किस नाम से जाना जाता है?
(क) पृथ्वीराज रासो
(ख) खुमान रासो
(ग) आल्हा-खंड
(घ) विजयपाल रासो
सही उत्तर: (ग) आल्हा-खंड
विस्तार: ‘परमाल रासो’ के रचयिता जगनिक हैं। यह ग्रंथ आज अपने मूल रूप में उपलब्ध नहीं है, लेकिन इसका एक अंश ‘आल्हा-खंड’ के नाम से अत्यंत लोकप्रिय है, जो विशेषकर वर्षा ऋतु में उत्तर भारत में गाया जाता है। इसमें आल्हा और ऊदल नामक दो वीर सरदारों की वीरता का वर्णन है।
53. सगुण भक्ति और निर्गुण भक्ति में मूल अंतर क्या है?
(क) भाषा का अंतर
(ख) ईश्वर के रूप का अंतर
(ग) गुरु की महत्ता का अंतर
(घ) जाति-प्रथा के विरोध का अंतर
सही उत्तर: (ख) ईश्वर के रूप का अंतर
विस्तार: सगुण और निर्गुण भक्ति का मूल अंतर ईश्वर के स्वरूप को लेकर है। सगुण भक्त ईश्वर के साकार, लीलाधारी रूप (जैसे राम, कृष्ण) की उपासना करते हैं, जबकि निर्गुण भक्त ईश्वर को निराकार, अरूप, और घट-घट वासी मानते हैं।
54. वल्लभाचार्य द्वारा प्रवर्तित भक्ति-मार्ग को क्या कहा जाता है?
(क) सखी सम्प्रदाय
(ख) गौड़ीय सम्प्रदाय
(ग) पुष्टिमार्ग
(घ) श्री सम्प्रदाय
सही उत्तर: (ग) पुष्टिमार्ग
विस्तार: वल्लभाचार्य ने कृष्णभक्ति के जिस दार्शनिक मत का प्रतिपादन किया, उसे ‘पुष्टिमार्ग’ कहते हैं। ‘पोषणं तदनुग्रहः’ अर्थात् भगवान का अनुग्रह या कृपा ही पोषण या पुष्टि है। सूरदास इसी मार्ग के सर्वप्रमुख कवि थे।
55. ‘साकेत’ महाकाव्य के केंद्र में कौन सा पात्र है?
(क) राम
(ख) सीता
(ग) लक्ष्मण
(घ) उर्मिला
सही उत्तर: (घ) उर्मिला
विस्तार: मैथिलीशरण गुप्त द्वारा रचित ‘साकेत’ द्विवेदी युग का एक उत्कृष्ट महाकाव्य है। इसकी रचना का मुख्य उद्देश्य रामकथा के उपेक्षित पात्र ‘उर्मिला’ (लक्ष्मण की पत्नी) के त्याग और विरह को प्रतिष्ठित करना था।
56. ‘कवि वचन सुधा’ पत्रिका का संपादन किसने किया?
(क) बालकृष्ण भट्ट
(ख) प्रतापनारायण मिश्र
(ग) भारतेन्दु हरिश्चंद्र
(घ) महावीर प्रसाद द्विवेदी
सही उत्तर: (ग) भारतेन्दु हरिश्चंद्र
विस्तार: भारतेन्दु हरिश्चंद्र ने पत्रकारिता के माध्यम से हिन्दी गद्य के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने तीन पत्रिकाओं का संपादन किया: ‘कवि वचन सुधा’ (1868), ‘हरिश्चंद्र मैगजीन’ (1873) और ‘बालाबोधिनी’ (1874)।
57. ‘जनवाद’ का संबंध किस साहित्यिक विचारधारा से है?
(क) छायावाद से
(ख) प्रयोगवाद से
(ग) प्रगतिवाद से
(घ) रीतिवाद से
सही उत्तर: (ग) प्रगतिवाद से
विस्तार: जनवाद, प्रगतिवाद का ही एक रूप है, जो साहित्य में आम जनता के जीवन, संघर्ष और उनकी पक्षधरता पर अधिक बल देता है। यह साहित्य को सामाजिक परिवर्तन का हथियार मानता है और इसका आधार भी मार्क्सवादी दर्शन ही है।
58. ‘नहुष’ को हिन्दी का प्रथम मौलिक नाटक मानने वाले विद्वान कौन हैं?
(क) रामचंद्र शुक्ल
(ख) हजारी प्रसाद द्विवेदी
(ग) डॉ. बच्चन सिंह
(घ) भारतेन्दु हरिश्चंद्र
सही उत्तर: (घ) भारतेन्दु हरिश्चंद्र
विस्तार: भारतेन्दु हरिश्चंद्र ने अपने पिता गोपालचंद्र ‘गिरिधरदास’ द्वारा रचित ‘नहुष’ (1859) को हिन्दी का प्रथम मौलिक नाटक माना है। हालाँकि, कुछ विद्वान इसे नाट्य-काव्य मानते हैं, न कि पूर्ण नाटक।
59. “कठिन काव्य का प्रेत” किस कवि को कहा जाता है?
(क) घनानंद
(ख) बिहारी
(ग) देव
(घ) केशवदास
सही उत्तर: (घ) केशवदास
विस्तार: आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने केशवदास को “कठिन काव्य का प्रेत” कहा है। इसका कारण यह था कि केशवदास अपनी रचनाओं में पांडित्य-प्रदर्शन और चमत्कार-सृष्टि के लिए अलंकारों और क्लिष्ट शब्दावली का अत्यधिक प्रयोग करते थे, जिससे उनकी कविता में भावपक्ष दब गया और वह दुरूह हो गई।
60. ‘कफन’ कहानी के लेखक कौन हैं?
(क) यशपाल
(ख) प्रेमचंद
(ग) अज्ञेय
(घ) जैनेन्द्र
सही उत्तर: (ख) प्रेमचंद
विस्तार: ‘कफन’ (1936) प्रेमचंद की अंतिम और सर्वाधिक चर्चित कहानियों में से एक है। यह यथार्थवाद की पराकाष्ठा है, जिसमें घीसू और माधव जैसे पात्रों के माध्यम से गरीबी और मानवीय संवेदनहीनता का क्रूरतम चित्रण किया गया है।
61. रामभक्ति शाखा के किस कवि ने ‘भक्तमाल’ की रचना की, जिसमें भक्तों के चरित्र का वर्णन है?
(क) तुलसीदास
(ख) अग्रदास
(ग) नाभादास
(घ) ईश्वरदास
सही उत्तर: (ग) नाभादास
विस्तार: नाभादास ने ‘भक्तमाल’ की रचना की, जिसमें लगभग 200 भक्तों के चरित्र का वर्णन 316 छप्पय छंदों में किया गया है। यह ग्रंथ भक्तिकालीन भक्तों के जीवन और कृतित्व को जानने का एक महत्वपूर्ण स्रोत है।
62. ‘निराला’ की किस कविता को ‘शोक-गीति’ (Elegy) कहा जाता है?
(क) राम की शक्ति-पूजा
(ख) सरोज-स्मृति
(ग) तोड़ती पत्थर
(घ) कुकुरमुत्ता
सही उत्तर: (ख) सरोज-स्मृति
विस्तार: ‘सरोज-स्मृति’ निराला द्वारा अपनी पुत्री सरोज की अकाल मृत्यु पर लिखी गई एक लम्बी कविता है। यह हिन्दी साहित्य की सर्वश्रेष्ठ और मार्मिकतम शोक-गीति मानी जाती है।
63. ‘मैला आँचल’ किस प्रकार का उपन्यास है?
(क) ऐतिहासिक उपन्यास
(ख) मनोवैज्ञानिक उपन्यास
(ग) आँचलिक उपन्यास
(घ) जासूसी उपन्यास
सही उत्तर: (ग) आँचलिक उपन्यास
विस्तार: फणीश्वरनाथ ‘रेणु’ द्वारा रचित ‘मैला आँचल’ (1954) हिन्दी का पहला और सर्वश्रेष्ठ आँचलिक उपन्यास है। इसमें बिहार के पूर्णिया जिले के मेरीगंज गाँव को नायक बनाकर वहाँ के जीवन, संस्कृति, राजनीति और समस्याओं का समग्र चित्रण किया गया है।
64. “भाषा पर कबीर का जबरदस्त अधिकार था। वे वाणी के डिक्टेटर थे।” यह कथन किस आलोचक का है?
(क) रामचंद्र शुक्ल
(ख) रामकुमार वर्मा
(ग) हजारी प्रसाद द्विवेदी
(घ) रामविलास शर्मा
सही उत्तर: (ग) हजारी प्रसाद द्विवेदी
विस्तार: यह प्रसिद्ध कथन आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी का है। उन्होंने अपने ग्रंथ ‘कबीर’ में कबीर की भाषाई क्षमता की प्रशंसा करते हुए यह टिप्पणी की थी।
65. ‘रश्मिरथी’ खंडकाव्य का नायक कौन है?
(क) अर्जुन
(ख) भीष्म
(ग) कर्ण
(घ) कृष्ण
सही उत्तर: (ग) कर्ण
विस्तार: ‘रश्मिरथी’ (सूर्य का सारथी) रामधारी सिंह ‘दिनकर’ द्वारा रचित एक प्रसिद्ध खंडकाव्य है। इसके नायक महाभारत के पात्र कर्ण हैं, जिनके शौर्य, त्याग और悲惨 जीवन का ओजस्वी चित्रण इस काव्य में किया गया है।
66. हिन्दी कहानी के विकास में ‘कहानी’ पत्रिका का क्या योगदान था?
(क) यह पहली कहानी पत्रिका थी
(ख) इसने ‘नई कहानी’ आंदोलन को जन्म दिया
(ग) इसने प्रेमचंद को स्थापित किया
(घ) यह द्विवेदी युग की पत्रिका थी
सही उत्तर: (ख) इसने ‘नई कहानी’ आंदोलन को जन्म दिया
विस्तार: 1950 के दशक के मध्य में ‘कहानी’ पत्रिका के प्रकाशन के साथ ‘नई कहानी’ आंदोलन का सूत्रपात हुआ। इस आंदोलन के प्रमुख कहानीकार मोहन राकेश, राजेन्द्र यादव और कमलेश्वर थे। इसने कहानी को भोगे हुए यथार्थ से जोड़ा।
67. विद्यापति की ‘कीर्तिलता’ और ‘कीर्तिपताका’ की भाषा क्या है?
(क) मैथिली
(ख) संस्कृत
(ग) अवधी
(घ) अवहट्ट
सही उत्तर: (घ) अवहट्ट
विस्तार: विद्यापति ने मैथिली में ‘पदावली’ की रचना की, लेकिन अपने आश्रयदाता राजा कीर्तिसिंह की प्रशंसा में रचित ‘कीर्तिलता’ और ‘कीर्तिपताका’ की भाषा ‘अवहट्ट’ है, जो अपभ्रंश का परवर्ती रूप है।
68. ‘कामायनी’ में कुल कितने सर्ग (अध्याय) हैं?
(क) 12
(ख) 15
(ग) 17
(घ) 10
सही उत्तर: (ख) 15
विस्तार: जयशंकर प्रसाद के महाकाव्य ‘कामायनी’ में कुल 15 सर्ग हैं। इसका पहला सर्ग ‘चिंता’ है और अंतिम सर्ग ‘आनंद’ है। इसके मुख्य पात्र मनु, श्रद्धा और इड़ा हैं।
69. ‘अष्टछाप’ के कवियों में सबसे ज्येष्ठ कौन थे?
(क) सूरदास
(ख) नंददास
(ग) कुंभनदास
(घ) परमानंददास
सही उत्तर: (ग) कुंभनदास
विस्तार: ‘अष्टछाप’ के कवियों में उम्र के हिसाब से सबसे बड़े (ज्येष्ठ) कुंभनदास थे और सबसे छोटे (कनिष्ठ) नंददास थे। कुंभनदास वल्लभाचार्य के शिष्य थे।
70. रामविलास शर्मा ने ‘निराला की साहित्य साधना’ कितने खंडों में लिखी है?
(क) एक
(ख) दो
(ग) तीन
(घ) चार
सही उत्तर: (ग) तीन
विस्तार: डॉ. रामविलास शर्मा की कृति ‘निराला की साहित्य साधना’ हिन्दी की सर्वश्रेष्ठ जीवनियों और आलोचनात्मक कृतियों में से एक है। यह तीन खंडों में प्रकाशित हुई, जिसमें निराला के जीवन और साहित्य का विस्तृत और प्रामाणिक विश्लेषण है।
71. रहीम का पूरा नाम क्या था?
(क) रहीम दास
(ख) शेख रहीम
(ग) अब्दुर्रहीम खानखाना
(घ) नवाब रहीम अली
सही उत्तर: (ग) अब्दुर्रहीम खानखाना
विस्तार: रहीम का पूरा नाम अब्दुर्रहीम खानखाना था। वे मुगल सम्राट अकबर के संरक्षक बैरम खाँ के पुत्र थे और अकबर के नवरत्नों में शामिल एक विद्वान, कवि और सेनापति थे।
72. ‘चाँद का मुँह टेढ़ा है’ काव्य संग्रह किसका है?
(क) अज्ञेय
(ख) मुक्तिबोध
(ग) धर्मवीर भारती
(घ) भवानी प्रसाद मिश्र
सही उत्तर: (ख) मुक्तिबोध
विस्तार: ‘चाँद का मुँह टेढ़ा है’ गजानन माधव ‘मुक्तिबोध’ का प्रसिद्ध काव्य-संग्रह है, जो उनके निधन के बाद 1964 में प्रकाशित हुआ। इसमें ‘ब्रह्मराक्षस’ और ‘अंधेरे में’ जैसी उनकी महत्वपूर्ण कविताएँ संकलित हैं।
73. ‘प्रेमचंद घर में’ जीवनी किसने लिखी?
(क) अमृतराय
(ख) मदन गोपाल
(ग) रामविलास शर्मा
(घ) शिवरानी देवी
सही उत्तर: (घ) शिवरानी देवी
विस्तार: ‘प्रेमचंद घर में’ शीर्षक से प्रेमचंद की जीवनी उनकी पत्नी शिवरानी देवी ने लिखी थी। उनके पुत्र अमृतराय ने ‘कलम का सिपाही’ नाम से जीवनी लिखी थी।
74. ‘संशय की एक रात’ के रचयिता कौन हैं?
(क) नरेश मेहता
(ख) धर्मवीर भारती
(ग) मुक्तिबोध
(घ) दुष्यंत कुमार
सही उत्तर: (क) नरेश मेहता
विस्तार: ‘संशय की एक रात’ नरेश मेहता द्वारा रचित एक खंडकाव्य (काव्य-नाटक) है। इसमें युद्ध से पहले राम के मन में उत्पन्न संशय का आधुनिक संदर्भ में चित्रण किया गया है।
75. ‘अंधा युग’ किस विधा की रचना है?
(क) उपन्यास
(ख) कहानी
(ग) गीति-नाट्य
(घ) निबंध
सही उत्तर: (ग) गीति-नाट्य
विस्तार: धर्मवीर भारती द्वारा रचित ‘अंधा युग’ एक प्रसिद्ध गीति-नाट्य (पद्य-नाटक) है। इसकी कथा महाभारत युद्ध के अंतिम दिन पर आधारित है और यह युद्ध की विभीषिका और मानवीय मूल्यों के विघटन को दर्शाती है।
76. आचार्य रामचंद्र शुक्ल के अनुसार, हिन्दी का प्रथम महाकवि कौन है?
(क) सरहपा
(ख) विद्यापति
(ग) चंदबरदाई
(घ) तुलसीदास
सही उत्तर: (ग) चंदबरदाई
विस्तार: आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने अपने ‘हिन्दी साहित्य का इतिहास’ में चंदबरदाई को हिन्दी का प्रथम महाकवि और उनके ग्रंथ ‘पृथ्वीराज रासो’ को हिन्दी का प्रथम महाकाव्य माना है।
77. ‘साखी’, ‘सबद’ और ‘रमैनी’ किसकी रचनाओं के भाग हैं?
(क) रैदास
(ख) नानक
(ग) दादू दयाल
(घ) कबीर
सही उत्तर: (घ) कबीर
विस्तार: ‘बीजक’ कबीर की वाणियों का संग्रह है, जिसे उनके शिष्य धर्मदास ने संकलित किया था। इसके तीन भाग हैं- साखी (दोहे), सबद (गेय पद) और रमैनी (चौपाई-दोहा छंद)।
78. ‘भावविलास’ और ‘रस विलास’ नामक रीतिग्रंथ किसने लिखे?
(क) चिंतामणि
(ख) मतिराम
(ग) देव
(घ) भूषण
सही उत्तर: (ग) देव
विस्तार: आचार्य देव रीतिबद्ध काव्यधारा के एक प्रमुख कवि थे। उन्होंने ‘भावविलास’, ‘रस विलास’, ‘अष्टयाम’, ‘सुजान विनोद’ आदि अनेक रीतिग्रंथों की रचना की। वे रस और नायिका-भेद के विशेषज्ञ माने जाते हैं।
79. भारतेन्दु युग को ‘पुनर्जागरण काल’ और द्विवेदी युग को ‘जागरण-सुधार काल’ किसने कहा है?
(क) रामविलास शर्मा
(ख) डॉ. नगेन्द्र
(ग) रामचंद्र शुक्ल
(घ) हजारी प्रसाद द्विवेदी
सही उत्तर: (ख) डॉ. नगेन्द्र
विस्तार: डॉ. नगेन्द्र ने अपने संपादित ग्रंथ ‘हिन्दी साहित्य का इतिहास’ में भारतेन्दु युग को ‘पुनर्जागरण काल’ (Renaissance) और द्विवेदी युग को ‘जागरण-सुधार काल’ (Reformation) की संज्ञा दी है, जो काफी प्रचलित है।
80. ‘अज्ञेय’ का पूरा नाम क्या है?
(क) सच्चिदानंद वात्स्यायन
(ख) हीरानंद सच्चिदानंद वात्स्यायन
(ग) सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन
(घ) वात्स्यायन हीरानंद अज्ञेय
सही उत्तर: (ग) सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन
विस्तार: प्रयोगवाद के प्रवर्तक कवि ‘अज्ञेय’ का पूरा नाम सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन ‘अज्ञेय’ है। ‘अज्ञेय’ उनका उपनाम (Pen Name) है।
81. आदिकाल में मनोरंजन के लिए पहेलियाँ और मुकरियाँ लिखने वाले कवि कौन थे?
(क) चंदबरदाई
(ख) विद्यापति
(ग) अमीर खुसरो
(घ) जगनिक
सही उत्तर: (ग) अमीर खुसरो
विस्तार: अमीर खुसरो बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। वे एक साथ कवि, संगीतकार, इतिहासकार और भाषाविद् थे। उन्होंने ज्ञान के साथ-साथ मनोरंजन के लिए खड़ी बोली में पहेलियाँ, मुकरियाँ, दो-सुखने और गजलें लिखीं।
82. “जाके प्रिय न राम बैदेही” – यह पंक्ति तुलसीदास की किस रचना से है?
(क) रामचरितमानस
(ख) कवितावली
(ग) विनय पत्रिका
(घ) गीतावली
सही उत्तर: (ग) विनय पत्रिका
विस्तार: यह प्रसिद्ध पद तुलसीदास की ‘विनय पत्रिका’ से है। यह एक विनय-काव्य है, जिसमें कवि ने अपनी दीनता का वर्णन करते हुए राम के दरबार में अर्जी लगाई है। यह पद उन्होंने मीराबाई के पत्र के उत्तर में लिखा था, ऐसा माना जाता है।
83. रीतिमुक्त कवि घनानंद किसके दरबार में मीर मुंशी थे?
(क) औरंगजेब
(ख) मुहम्मद शाह ‘रंगीला’
(ग) बहादुर शाह जफर
(घ) शाहजहाँ
सही उत्तर: (ख) मुहम्मद शाह ‘रंगीला’
विस्तार: घनानंद दिल्ली के मुगल बादशाह मुहम्मद शाह ‘रंगीला’ के दरबार में मीर मुंशी (निजी सचिव) के पद पर थे। वहीं वे सुजान नामक नर्तकी से प्रेम करते थे। दरबार से निकाले जाने के बाद वे वृंदावन चले गए थे।
84. ‘तितली’ और ‘कंकाल’ उपन्यास किसने लिखे?
(क) प्रेमचंद
(ख) जयशंकर प्रसाद
(ग) भगवती चरण वर्मा
(घ) जैनेन्द्र कुमार
सही उत्तर: (ख) जयशंकर प्रसाद
विस्तार: ‘कंकाल’ (1929) और ‘तितली’ (1934) जयशंकर प्रसाद द्वारा लिखे गए यथार्थवादी सामाजिक उपन्यास हैं। उनका तीसरा उपन्यास ‘इरावती’ अधूरा रह गया था।
85. पंत की किस कृति पर उन्हें ‘ज्ञानपीठ पुरस्कार’ मिला था?
(क) पल्लव
(ख) गुंजन
(ग) लोकायतन
(घ) चिदंबरा
सही उत्तर: (घ) चिदंबरा
विस्तार: सुमित्रानंदन पंत को 1968 में उनकी काव्य-कृति ‘चिदंबरा’ के लिए भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। यह पुरस्कार पाने वाले वे पहले हिन्दी साहित्यकार थे।
86. ‘पृथ्वीराज रासो’ की प्रामाणिकता पर सबसे पहले किसने प्रश्न उठाया?
(क) कर्नल टॉड
(ख) गार्सा द तासी
(ग) डॉ. बूलर
(घ) रामचंद्र शुक्ल
सही उत्तर: (ग) डॉ. बूलर
विस्तार: सबसे पहले जर्मन विद्वान डॉ. बूलर ने ‘पृथ्वीराज विजय’ नामक संस्कृत ग्रंथ के आधार पर ‘पृथ्वीराज रासो’ को एक जाली (अप्रामाणिक) ग्रंथ घोषित किया था। इसके बाद इसकी प्रामाणिकता को लेकर विद्वानों में तीन मत हो गए- प्रामाणिक, अर्द्ध-प्रामाणिक और अप्रामाणिक।
87. संत काव्य में प्रयुक्त ‘सधुक्कड़ी’ भाषा से क्या तात्पर्य है?
(क) शुद्ध ब्रजभाषा
(ख) शुद्ध अवधी
(ग) संस्कृतनिष्ठ भाषा
(घ) अनेक प्रांतीय भाषाओं का मिश्रण
सही उत्तर: (घ) अनेक प्रांतीय भाषाओं का मिश्रण
विस्तार: ‘सधुक्कड़ी’ भाषा उस भाषा को कहते हैं जिसमें अनेक क्षेत्रीय भाषाओं और बोलियों (जैसे- राजस्थानी, पंजाबी, खड़ी बोली, अवधी, ब्रज) के शब्दों का मिश्रण हो। संत कवि घुमक्कड़ स्वभाव के थे, इसलिए उनकी भाषा में यह मिश्रण स्वाभाविक था। रामचंद्र शुक्ल ने कबीर की भाषा को ‘सधुक्कड़ी’ कहा है।
88. ‘ब्राह्मण’ पत्र के संपादक कौन थे?
(क) बालकृष्ण भट्ट
(ख) भारतेन्दु हरिश्चंद्र
(ग) प्रतापनारायण मिश्र
(घ) बालमुकुंद गुप्त
सही उत्तर: (ग) प्रतापनारायण मिश्र
विस्तार: प्रतापनारायण मिश्र भारतेन्दु मंडल के प्रमुख लेखक थे। उन्होंने कानपुर से ‘ब्राह्मण’ नामक मासिक पत्र का संपादन किया। वे अपनी विनोदप्रियता और भाषा की चुलबुली शैली के लिए जाने जाते हैं।
89. ‘रस मीमांसा’ नामक आलोचनात्मक कृति किसकी है?
(क) हजारी प्रसाद द्विवेदी
(ख) डॉ. नगेन्द्र
(ग) रामविलास शर्मा
(घ) रामचंद्र शुक्ल
सही उत्तर: (घ) रामचंद्र शुक्ल
विस्तार: ‘रस मीमांसा’ आचार्य रामचंद्र शुक्ल की सैद्धांतिक आलोचना से संबंधित एक महत्वपूर्ण पुस्तक है। इसमें उन्होंने भारतीय काव्यशास्त्र के ‘रस सिद्धांत’ की विस्तृत और मौलिक व्याख्या प्रस्तुत की है।
90. ‘माखनलाल चतुर्वेदी’ को किस उपनाम से जाना जाता है?
(क) राष्ट्रकवि
(ख) एक भारतीय आत्मा
(ग) कलम का सिपाही
(घ) युग चारण
सही उत्तर: (ख) एक भारतीय आत्मा
विस्तार: माखनलाल चतुर्वेदी अपनी राष्ट्रीयता और देशभक्ति से ओत-प्रोत कविताओं के कारण ‘एक भारतीय आत्मा’ उपनाम से प्रसिद्ध हुए। वे इसी नाम से लेखन भी करते थे।
91. सूफी काव्य का मुख्य उद्देश्य क्या था?
(क) राजाओं की प्रशंसा करना
(ख) इस्लाम धर्म का प्रचार करना
(ग) प्रेम के माध्यम से ईश्वर को पाना
(घ) ऐतिहासिक कथाओं का वर्णन करना
सही उत्तर: (ग) प्रेम के माध्यम से ईश्वर को पाना
विस्तार: सूफी कवियों ने लौकिक प्रेम कहानियों का सहारा लेकर अलौकिक प्रेम (ईश्वर-प्रेम) की व्यंजना की। उनका मूल उद्देश्य प्रेम की पीर के माध्यम से साधक (आत्मा) को परमात्मा तक पहुँचाना था।
92. ‘जूठन’ आत्मकथा के लेखक कौन हैं?
(क) मोहनदास नैमिशराय
(ख) ओमप्रकाश वाल्मीकि
(ग) तुलसीराम
(घ) सूरजपाल चौहान
सही उत्तर: (ख) ओमप्रकाश वाल्मीकि
विस्तार: ‘जूठन’ ओमप्रकाश वाल्मीकि द्वारा लिखित एक अत्यंत मार्मिक और प्रभावशाली आत्मकथा है। यह हिन्दी दलित साहित्य की एक प्रतिनिधि रचना मानी जाती है, जिसमें लेखक ने अपने बचपन के जातीय भेदभाव और अपमान के अनुभवों का सजीव चित्रण किया है।
93. ‘हिंदी नवजागरण’ की अवधारणा किस आलोचक ने प्रमुखता से प्रस्तुत की?
(क) हजारी प्रसाद द्विवेदी
(ख) डॉ. नगेन्द्र
(ग) रामविलास शर्मा
(घ) रामचंद्र शुक्ल
सही उत्तर: (ग) रामविलास शर्मा
विस्तार: डॉ. रामविलास शर्मा ने अपनी पुस्तक ‘भारतेन्दु युग और हिन्दी भाषा की विकास परंपरा’ तथा अन्य कृतियों में ‘हिन्दी नवजागरण’ की अवधारणा को विस्तार से विश्लेषित किया। उन्होंने इसे 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम से जोड़ा और भारतेन्दु को इसका अग्रदूत माना।
94. ‘अष्टछाप’ के किस कवि को ‘जहाज’ कहा जाता था?
(क) नंददास
(ख) कुंभनदास
(ग) परमानंददास
(घ) सूरदास
सही उत्तर: (घ) सूरदास
विस्तार: सूरदास अष्टछाप के सर्वश्रेष्ठ कवि थे। उनकी मृत्यु पर गोस्वामी विट्ठलनाथ ने कहा था, “पुष्टिमार्ग को जहाज जात है, सो जाको कछु लेनो होय सो लेउ।” इसी कारण उन्हें ‘पुष्टिमार्ग का जहाज’ कहा जाता है।
95. “कामायनी एक पुनर्विचार” नामक आलोचनात्मक पुस्तक किसने लिखी?
(क) रामविलास शर्मा
(ख) मुक्तिबोध
(ग) नामवर सिंह
(घ) डॉ. नगेन्द्र
सही उत्तर: (ख) मुक्तिबोध
विस्तार: गजानन माधव ‘मुक्तिबोध’ ने ‘कामायनी : एक पुनर्विचार’ नामक पुस्तक में जयशंकर प्रसाद के महाकाव्य ‘कामायनी’ का एक नया और मौलिक मूल्यांकन प्रस्तुत किया।
96. ‘उदंत मार्त्तण्ड’ के संपादक कौन थे?
(क) राजा राममोहन राय
(ख) जुगल किशोर शुक्ल
(ग) भारतेन्दु हरिश्चंद्र
(घ) राजा शिवप्रसाद ‘सितारेहिन्द’
सही उत्तर: (ख) जुगल किशोर शुक्ल
विस्तार: ‘उदंत मार्त्तण्ड’ हिन्दी का पहला समाचार पत्र था, जिसका प्रकाशन 30 मई 1826 को कलकत्ता से आरम्भ हुआ। इसके संपादक पंडित जुगल किशोर शुक्ल थे।
97. ‘गोदान’ का प्रकाशन वर्ष क्या है?
(क) 1930
(ख) 1932
(ग) 1935
(घ) 1936
सही उत्तर: (घ) 1936
विस्तार: प्रेमचंद का कालजयी उपन्यास ‘गोदान’ 1936 में प्रकाशित हुआ था। इसी वर्ष लखनऊ में प्रगतिशील लेखक संघ का पहला अधिवेशन भी हुआ था, जिसकी अध्यक्षता प्रेमचंद ने की थी।
98. बालकृष्ण भट्ट किस युग के निबंधकार हैं?
(क) द्विवेदी युग
(ख) शुक्ल युग
(ग) भारतेन्दु युग
(घ) शुक्लोत्तर युग
सही उत्तर: (ग) भारतेन्दु युग
विस्तार: बालकृष्ण भट्ट, भारतेन्दु मंडल के सबसे वरिष्ठ और प्रमुख लेखकों में से एक थे। वे एक सफल पत्रकार और उत्कृष्ट निबंधकार थे। ‘साहित्य सुमन’ और ‘भट्ट निबंधमाला’ में उनके निबंध संगृहीत हैं।
99. ‘हरिऔध’ जी का कौन सा ग्रंथ रीति-ग्रंथ है?
(क) प्रियप्रवास
(ख) वैदेही वनवास
(ग) रसकलश
(घ) चुभते चौपदे
सही उत्तर: (ग) रसकलश
विस्तार: अयोध्यासिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’ यद्यपि द्विवेदी युग के कवि थे, उन्होंने रीतिकाल की परंपरा में ब्रजभाषा में ‘रसकलश’ नामक एक रीति-ग्रंथ की भी रचना की, जिसमें रस और नायिका-भेद का विवेचन है।
100. ‘रानी केतकी की कहानी’ के लेखक कौन हैं?
(क) लल्लू लाल
(ख) सदल मिश्र
(ग) इंशा अल्ला खाँ
(घ) सदासुख लाल
सही उत्तर: (ग) इंशा अल्ला खाँ
विस्तार: ‘रानी केतकी की कहानी’ को हिन्दी की पहली मौलिक गद्य-कथाओं में गिना जाता है। इसके लेखक इंशा अल्ला खाँ हैं। उन्होंने इसे ठेठ हिन्दी में लिखने का दावा किया था, जिसमें अरबी-फारसी या संस्कृत के शब्द न हों।
हिन्दी साहित्य का इतिहास – 200 MCQ
101. डॉ. रामकुमार वर्मा ने आदिकाल को क्या नाम दिया है?
(क) वीरगाथा काल
(ख) सिद्ध-सामंत काल
(ग) चारण काल व संधिकाल
(घ) अपभ्रंश काल
सही उत्तर: (ग) चारण काल व संधिकाल
विस्तार: डॉ. रामकुमार वर्मा ने अपने ‘हिन्दी साहित्य का आलोचनात्मक इतिहास’ में आदिकाल के प्रारंभिक हिस्से को ‘संधिकाल’ और उसके बाद के हिस्से को ‘चारण काल’ कहा है।
102. नाथ साहित्य के प्रवर्तक किसे माना जाता है?
(क) मत्स्येन्द्रनाथ
(ख) गोरखनाथ
(ग) जालंधरनाथ
(घ) चर्पटनाथ
सही उत्तर: (ख) गोरखनाथ
विस्तार: यद्यपि मत्स्येन्द्रनाथ (मछंदरनाथ) गोरखनाथ के गुरु थे, किन्तु नाथ पंथ को सुव्यवस्थित करने और उसका व्यापक प्रचार-प्रसार करने का श्रेय गोरखनाथ को ही दिया जाता है, इसीलिए वे नाथ साहित्य के प्रवर्तक माने जाते हैं।
103. ‘श्रावकाचार’ के रचयिता कौन हैं, जिसे हिन्दी की प्रथम रचना माना जाता है?
(क) शालिभद्र सूरि
(ख) जिनदत्त सूरि
(ग) देवसेन
(घ) आसगु कवि
सही उत्तर: (ग) देवसेन
विस्तार: आचार्य देवसेन द्वारा रचित ‘श्रावकाचार’ (933 ई.) में श्रावक धर्म (गृहस्थ धर्म) के सिद्धांतों का वर्णन है। डॉ. नगेन्द्र सहित अनेक विद्वान इसे हिन्दी की प्रथम साहित्यिक रचना मानते हैं।
104. ‘ढोला-मारू रा दूहा’ किस प्रकार का काव्य है?
(क) वीर काव्य
(ख) धर्म काव्य
(ग) लोकभाषा प्रेमकाव्य
(घ) नीति काव्य
सही उत्तर: (ग) लोकभाषा प्रेमकाव्य
विस्तार: ‘ढोला-मारू रा दूहा’ 11वीं शताब्दी की एक प्रसिद्ध राजस्थानी लोकगाथा है, जिसमें राजकुमार ढोला और राजकुमारी मारवणी के प्रेम, विरह और पुनर्मिलन की कहानी है। यह एक लोकप्रिय प्रेमकाव्य है।
105. ‘अद्वैतवाद’ के प्रवर्तक आचार्य कौन थे?
(क) रामानुजाचार्य
(ख) मध्वाचार्य
(ग) निम्बार्काचार्य
(घ) शंकराचार्य
सही उत्तर: (घ) शंकराचार्य
विस्तार: शंकराचार्य ने ‘अद्वैतवाद’ दर्शन का प्रवर्तन किया, जिसके अनुसार ब्रह्म ही एकमात्र सत्य है और जगत मिथ्या है (ब्रह्म सत्यं जगन्मिथ्या)। जीव और ब्रह्म में कोई भेद नहीं है। संत कवियों पर इसका गहरा प्रभाव पड़ा।
106. ‘अष्टछाप’ के कवियों में कौन ‘जड़िया’ कवि के रूप में प्रसिद्ध थे?
(क) सूरदास
(ख) कुंभनदास
(ग) परमानंददास
(घ) नंददास
सही उत्तर: (घ) नंददास
विस्तार: नंददास अपनी सुगठित और अलंकृत भाषा के लिए प्रसिद्ध थे। उनकी शब्द-योजना इतनी सटीक और सुंदर होती थी कि कहा जाता था- “और कवि गढ़िया, नंददास जड़िया”।
107. तुलसीदास ने ‘रामचरितमानस’ की रचना किस भाषा में की?
(क) ब्रजभाषा
(ख) अवधी
(ग) खड़ी बोली
(घ) संस्कृत
सही उत्तर: (ख) अवधी
विस्तार: ‘रामचरितमानस’ की रचना गोस्वामी तुलसीदास ने लोक-मंगल की भावना से साहित्यिक अवधी भाषा में की है। वहीं, उनकी रचनाएँ जैसे ‘कवितावली’, ‘गीतावली’ और ‘विनय पत्रिका’ ब्रजभाषा में हैं।
108. रीतिकाल के किस कवि ने वीर रस में रचनाएँ कीं?
(क) बिहारी
(ख) केशवदास
(ग) भूषण
(घ) पद्माकर
सही उत्तर: (ग) भूषण
विस्तार: जहाँ रीतिकाल के अधिकांश कवि शृंगार रस में लिख रहे थे, वहीं कवि भूषण ने शिवाजी और छत्रसाल की वीरता का ओजस्वी वर्णन कर वीर रस की धारा प्रवाहित की। ‘शिवा बावनी’ और ‘छत्रसाल दशक’ उनकी प्रसिद्ध रचनाएँ हैं।
109. ‘बिहारी सतसई’ में कुल कितने दोहे हैं?
(क) 500
(ख) 650
(ग) 713
(घ) 800
सही उत्तर: (ग) 713
विस्तार: बिहारी की एकमात्र कृति ‘बिहारी सतसई’ में कुल 713 दोहे संकलित हैं (कुछ संस्करणों में 719 या 723 भी मिलते हैं, पर 713 सर्वाधिक मान्य है)। ‘सतसई’ का अर्थ ही ‘सात सौ’ होता है।
110. ‘फोर्ट विलियम कॉलेज’ की स्थापना कहाँ हुई थी?
(क) दिल्ली
(ख) आगरा
(ग) मद्रास
(घ) कलकत्ता
सही उत्तर: (घ) कलकत्ता
विस्तार: खड़ी बोली गद्य के विकास में कलकत्ता स्थित ‘फोर्ट विलियम कॉलेज’ (स्थापना 1800 ई.) का महत्वपूर्ण योगदान है। यहाँ लल्लू लाल और सदल मिश्र जैसे भाषा-मुंशियों ने पुस्तकें लिखकर खड़ी बोली को बढ़ावा दिया।
111. ‘सरस्वती’ पत्रिका के प्रथम संपादक कौन थे?
(क) महावीर प्रसाद द्विवेदी
(ख) श्यामसुंदर दास
(ग) रामचंद्र शुक्ल
(घ) पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी
सही उत्तर: (ख) श्यामसुंदर दास
विस्तार: ‘सरस्वती’ पत्रिका का प्रकाशन 1900 ई. में आरम्भ हुआ। इसके प्रथम संपादक श्यामसुंदर दास थे। महावीर प्रसाद द्विवेदी ने 1903 में इसका संपादन भार संभाला और इसे नई ऊँचाइयों पर पहुँचाया।
112. निराला के ‘मुक्त छंद’ को आलोचकों ने क्या कहकर उसका मजाक उड़ाया था?
(क) रबर छंद
(ख) केंचुआ छंद
(ग) मकड़ी छंद
(घ) (क) और (ख) दोनों
सही उत्तर: (घ) (क) और (ख) दोनों
विस्तार: जब निराला ने ‘जूही की कली’ जैसी कविता में परंपरागत छंद-बंधन को तोड़ा, तो तत्कालीन रूढ़िवादी आलोचकों ने उनके ‘मुक्त छंद’ को ‘रबर छंद’ और ‘केंचुआ छंद’ कहकर उसका उपहास किया था।
113. ‘प्रगतिशील लेखक संघ’ का प्रथम अधिवेशन कहाँ और किसकी अध्यक्षता में हुआ था?
(क) दिल्ली, निराला की अध्यक्षता में
(ख) लखनऊ, प्रेमचंद की अध्यक्षता में
(ग) बनारस, जयशंकर प्रसाद की अध्यक्षता में
(घ) इलाहाबाद, महादेवी वर्मा की अध्यक्षता में
सही उत्तर: (ख) लखनऊ, प्रेमचंद की अध्यक्षता में
विस्तार: प्रगतिशील लेखक संघ की स्थापना 1935 में लंदन में हुई थी। भारत में इसका पहला अधिवेशन 1936 में लखनऊ में हुआ, जिसकी अध्यक्षता उपन्यास सम्राट प्रेमचंद ने की थी। यहीं से प्रगतिवाद का आरंभ माना जाता है।
114. ‘दूसरा सप्तक’ का प्रकाशन वर्ष क्या है?
(क) 1943
(ख) 1949
(ग) 1951
(घ) 1959
सही उत्तर: (ग) 1951
विस्तार: अज्ञेय ने कुल चार सप्तकों का संपादन किया। तार सप्तक (1943), दूसरा सप्तक (1951), तीसरा सप्तक (1959) और चौथा सप्तक (1979)।
115. ‘हिंदी का स्टील’ और ‘हिंदी का एडीसन’ क्रमशः किन निबंधकारों को कहा जाता है?
(क) भारतेन्दु और प्रतापनारायण मिश्र
(ख) बालकृष्ण भट्ट और प्रतापनारायण मिश्र
(ग) प्रतापनारायण मिश्र और बालकृष्ण भट्ट
(घ) रामचंद्र शुक्ल और हजारी प्रसाद द्विवेदी
सही उत्तर: (ख) बालकृष्ण भट्ट और प्रतापनारायण मिश्र
विस्तार: आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने बालकृष्ण भट्ट की तुलना अंग्रेजी निबंधकार रिचर्ड स्टील से और प्रतापनारायण मिश्र की तुलना जोसेफ एडीसन से की है।
116. मनोविश्लेषणवादी उपन्यासकार के रूप में कौन जाने जाते हैं?
(क) प्रेमचंद
(ख) यशपाल
(ग) जैनेन्द्र कुमार
(घ) फणीश्वरनाथ ‘रेणु’
सही उत्तर: (ग) जैनेन्द्र कुमार
विस्तार: जैनेन्द्र कुमार, अज्ञेय और इलाचंद्र जोशी हिंदी के प्रमुख मनोविश्लेषणवादी उपन्यासकार हैं। इन्होंने अपने उपन्यासों में पात्रों के बाहरी जीवन की अपेक्षा उनके अंतर्मन की गुत्थियों और मनोवैज्ञानिक संघर्षों का चित्रण किया है (‘त्यागपत्र’, ‘सुनीता’ आदि)।
117. ‘अतीत के चलचित्र’ और ‘शृंखला की कड़ियाँ’ किस विधा की रचनाएँ हैं?
(क) कहानी
(ख) उपन्यास
(ग) रेखाचित्र/संस्मरण
(घ) नाटक
सही उत्तर: (ग) रेखाचित्र/संस्मरण
विस्तार: ‘अतीत के चलचित्र’ महादेवी वर्मा का प्रसिद्ध रेखाचित्र-संग्रह है। ‘शृंखला की कड़ियाँ’ उनके विचारात्मक निबंधों का संग्रह है जिसमें भारतीय नारी की समस्याओं पर लेख हैं, किन्तु उनकी शैली संस्मरणात्मक है।
118. ‘आचार्य रामचंद्र शुक्ल का हिंदी साहित्य का इतिहास’ मूलतः किस रूप में प्रकाशित हुआ था?
(क) एक स्वतंत्र पुस्तक के रूप में
(ख) ‘हिंदी शब्दसागर’ की भूमिका के रूप में
(ग) ‘सरस्वती’ पत्रिका के विशेषांक के रूप में
(घ) एक शोध-प्रबंध के रूप में
सही उत्तर: (ख) ‘हिंदी शब्दसागर’ की भूमिका के रूप में
विस्तार: आचार्य शुक्ल का यह कालजयी इतिहास ग्रंथ 1929 में नागरी प्रचारिणी सभा द्वारा प्रकाशित ‘हिंदी शब्दसागर’ की भूमिका के रूप में ‘हिंदी साहित्य का विकास’ नाम से छपा था। बाद में इसे स्वतंत्र पुस्तक का रूप दिया गया।
119. ‘कामायनी’ का मुख्य पात्र ‘मनु’ किसका प्रतीक है?
(क) हृदय का
(ख) बुद्धि का
(ग) मन का
(घ) मानव का
सही उत्तर: (ग) मन का
विस्तार: ‘कामायनी’ में पात्र प्रतीकात्मक हैं। मनु ‘मन’ के, श्रद्धा ‘हृदय’ (विश्वास, आस्था) के, और इड़ा ‘बुद्धि’ (तर्क) के प्रतीक हैं। इन तीनों के समन्वय से ही ‘आनंद’ की प्राप्ति होती है।
120. ‘कलम का सिपाही’ जीवनी किसके जीवन पर आधारित है?
(क) निराला
(ख) प्रेमचंद
(ग) शरतचंद्र
(घ) जैनेन्द्र
सही उत्तर: (ख) प्रेमचंद
विस्तार: ‘कलम का सिपाही’ प्रेमचंद की जीवनी है, जिसे उनके पुत्र अमृतराय ने लिखा था। इसके लिए अमृतराय को साहित्य अकादमी पुरस्कार भी मिला था।
121. “मेरी भव बाधा हरो, राधा नागरि सोइ। जा तन की झाँई परे, स्याम हरित दुति होइ॥” – यह दोहा किस कवि का है?
(क) सूरदास
(ख) तुलसीदास
(ग) बिहारी
(घ) केशवदास
सही उत्तर: (ग) बिहारी
विस्तार: यह बिहारी सतसई का मंगलाचरण (प्रारंभिक दोहा) है। इसमें कवि अपनी चतुर राधिका से अपनी सांसारिक बाधाओं को दूर करने की प्रार्थना कर रहे हैं।
122. ‘नई कविता’ पत्रिका का संपादन किसने आरंभ किया?
(क) अज्ञेय
(ख) धर्मवीर भारती
(ग) जगदीश गुप्त
(घ) नरेश मेहता
सही उत्तर: (ग) जगदीश गुप्त
विस्तार: ‘नई कविता’ आंदोलन को स्थापित करने में 1954 से प्रकाशित ‘नई कविता’ पत्रिका का महत्वपूर्ण योगदान रहा। इसका संपादन डॉ. जगदीश गुप्त और रामस्वरूप चतुर्वेदी ने इलाहाबाद से आरंभ किया था।
123. भारतेन्दु का कौन सा नाटक मौलिक नहीं, बल्कि अनूदित है?
(क) भारत दुर्दशा
(ख) अंधेर नगरी
(ग) विद्यासुंदर
(घ) नीलदेवी
सही उत्तर: (ग) विद्यासुंदर
विस्तार: ‘विद्यासुंदर’ (1868) भारतेन्दु का पहला नाटक माना जाता है, जो एक संस्कृत नाटक ‘चौरपंचाशिका’ के बंगला संस्करण का हिन्दी अनुवाद है। ‘भारत दुर्दशा’, ‘अंधेर नगरी’ और ‘नीलदेवी’ उनके प्रसिद्ध मौलिक नाटक हैं।
124. ‘शिवशंभु के चिट्ठे’ नामक व्यंग्यात्मक निबंध संग्रह किसका है?
(क) बालकृष्ण भट्ट
(ख) प्रतापनारायण मिश्र
(ग) बालमुकुंद गुप्त
(घ) सरदार पूर्ण सिंह
सही उत्तर: (ग) बालमुकुंद गुप्त
विस्तार: बालमुकुंद गुप्त ने ‘शिवशंभु के चिट्ठे’ नाम से तत्कालीन वायसराय लॉर्ड कर्जन को संबोधित करते हुए व्यंग्यात्मक निबंध लिखे, जो ‘भारतमित्र’ पत्रिका में छपे। यह राजनीतिक व्यंग्य का उत्कृष्ट उदाहरण है।
125. ‘चंद्रकांता’ उपन्यास के लेखक कौन हैं, जिसने हिंदी में तिलस्मी-ऐयारी उपन्यासों की परंपरा शुरू की?
(क) प्रेमचंद
(ख) देवकीनंदन खत्री
(ग) गोपालराम गहमरी
(घ) किशोरीलाल गोस्वामी
सही उत्तर: (ख) देवकीनंदन खत्री
विस्तार: देवकीनंदन खत्री का उपन्यास ‘चंद्रकांता’ (1888) और इसकी अगली कड़ी ‘चंद्रकांता संतति’ इतने लोकप्रिय हुए कि कहा जाता है कि इन्हें पढ़ने के लिए हजारों लोगों ने देवनागरी लिपि सीखी। इसने हिंदी में तिलस्मी-ऐयारी (जादू और जासूसी) उपन्यासों की एक सशक्त परंपरा का सूत्रपात किया।
126. सिद्धों की भाषा को ‘संध्या भाषा’ नाम किसने दिया?
(क) हजारी प्रसाद द्विवेदी
(ख) रामचंद्र शुक्ल
(ग) मुनिदत्त तथा अद्वयवज्र
(घ) राहुल सांकृत्यायन
सही उत्तर: (ग) मुनिदत्त तथा अद्वयवज्र
विस्तार: सिद्धों की भाषा प्रतीकात्मक और उलटबाँसी शैली की थी, जिसके दोहरे अर्थ निकलते थे। इस भाषा को ‘संध्या भाषा’ नाम मुनिदत्त तथा अद्वयवज्र ने दिया था। यह कुछ स्पष्ट और कुछ अस्पष्ट होती थी, जैसे संध्या का समय।
127. ‘सूरसागर’ का उपजीव्य ग्रंथ कौन सा है?
(क) विष्णु पुराण
(ख) महाभारत
(ग) श्रीमद्भागवत महापुराण
(घ) हरिवंश पुराण
सही उत्तर: (ग) श्रीमद्भागवत महापुराण
विस्तार: सूरदास ने ‘सूरसागर’ की कथा का आधार मुख्य रूप से श्रीमद्भागवत महापुराण, विशेषकर उसके दशम स्कंध, से लिया है। हालाँकि, सूरदास ने उसमें अपनी मौलिक कल्पना और भक्ति-भावना का अद्भुत रंग भरा है।
128. ‘आँगन के पार द्वार’ काव्य संग्रह के लिए अज्ञेय को कौन सा पुरस्कार मिला?
(क) ज्ञानपीठ पुरस्कार
(ख) साहित्य अकादमी पुरस्कार
(ग) व्यास सम्मान
(घ) सरस्वती सम्मान
सही उत्तर: (ख) साहित्य अकादमी पुरस्कार
विस्तार: अज्ञेय को उनके काव्य संग्रह ‘आँगन के पार द्वार’ (1961) के लिए 1964 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उन्हें ज्ञानपीठ पुरस्कार ‘कितनी नावों में कितनी बार’ के लिए मिला था।
129. ‘संस्कृति के चार अध्याय’ नामक प्रसिद्ध कृति के लेखक कौन हैं?
(क) रामविलास शर्मा
(ख) रामधारी सिंह ‘दिनकर’
(ग) हजारी प्रसाद द्विवेदी
(घ) आचार्य रामचंद्र शुक्ल
सही उत्तर: (ख) रामधारी सिंह ‘दिनकर’
विस्तार: ‘संस्कृति के चार अध्याय’ दिनकर जी की एक उत्कृष्ट गद्य रचना है, जिसमें उन्होंने भारत की सांस्कृतिक विविधता और एकता का विश्लेषण किया है। इस कृति के लिए उन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार भी मिला था।
130. ‘त्यागपत्र’ उपन्यास के लेखक कौन हैं?
(क) अज्ञेय
(ख) इलाचंद्र जोशी
(ग) जैनेन्द्र कुमार
(घ) भगवती चरण वर्मा
सही उत्तर: (ग) जैनेन्द्र कुमार
विस्तार: ‘त्यागपत्र’ (1937) जैनेन्द्र कुमार का एक प्रसिद्ध मनोवैज्ञानिक उपन्यास है। इसमें मृणाल नामक स्त्री के माध्यम से समाज, व्यक्ति और नैतिकता के प्रश्नों को उठाया गया है।
131. आदिकाल को ‘बीजवपन काल’ की संज्ञा किसने दी?
(क) महावीर प्रसाद द्विवेदी
(ख) जॉर्ज ग्रियर्सन
(ग) मिश्रबंधु
(घ) गणपति चंद्र गुप्त
सही उत्तर: (क) महावीर प्रसाद द्विवेदी
विस्तार: आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी ने आदिकाल को ‘बीजवपन काल’ कहा, क्योंकि उनके अनुसार इसी काल में परवर्ती साहित्य की सभी प्रवृत्तियों के बीज बोए गए थे।
132. ‘पउमचरिउ’ के रचयिता कौन हैं, जिन्हें ‘अपभ्रंश का वाल्मीकि’ कहा जाता है?
(क) धनपाल
(ख) पुष्पदंत
(ग) स्वयंभू
(घ) हेमचंद्र
सही उत्तर: (ग) स्वयंभू
विस्तार: स्वयंभू अपभ्रंश भाषा के महाकवि थे। उन्होंने जैन परंपरा के अनुसार रामकथा पर आधारित ‘पउमचरिउ’ (पद्मचरित) नामक महाकाव्य की रचना की। इसी कारण उन्हें ‘अपभ्रंश का वाल्मीकि’ कहा जाता है।
133. रामानुजाचार्य के दर्शन को क्या कहा जाता है?
(क) अद्वैतवाद
(ख) द्वैतवाद
(ग) शुद्धाद्वैतवाद
(घ) विशिष्टाद्वैतवाद
सही उत्तर: (घ) विशिष्टाद्वैतवाद
विस्तार: रामानुजाचार्य ने ‘विशिष्टाद्वैतवाद’ दर्शन का प्रतिपादन किया, जिसके अनुसार ब्रह्म, जीव और जगत – तीनों सत्य हैं, किन्तु जीव और जगत ब्रह्म के ही विशिष्ट रूप हैं और उस पर आश्रित हैं।
134. रीतिकाल के प्रवर्तक के रूप में केशवदास को किसने माना है?
(क) आचार्य रामचंद्र शुक्ल
(ख) डॉ. नगेन्द्र
(ग) हजारी प्रसाद द्विवेदी
(घ) विश्वनाथ प्रसाद मिश्र
सही उत्तर: (ख) डॉ. नगेन्द्र
विस्तार: आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने चिंतामणि को रीतिकाल का प्रवर्तक माना है, जबकि डॉ. नगेन्द्र जैसे विद्वान रचनाकाल के आधार पर केशवदास को रीतिकाल का प्रवर्तक मानते हैं, क्योंकि उनकी रचनाएँ ‘रसिकप्रिया’ और ‘कविप्रिया’ पहले की हैं।
135. ‘पल्लव’ को ‘छायावाद का घोषणापत्र (मेनिफेस्टो)’ किसने कहा है?
(क) जयशंकर प्रसाद
(ख) नंददुलारे वाजपेयी
(ग) डॉ. नगेन्द्र
(घ) रामविलास शर्मा
सही उत्तर: (ग) डॉ. नगेन्द्र
विस्तार: सुमित्रानंदन पंत के काव्य-संग्रह ‘पल्लव’ की भूमिका बहुत विस्तृत है, जिसमें उन्होंने छायावादी कविता की मान्यताओं, भाषा, छंद, अलंकार आदि पर विस्तार से विचार किया है। इसी कारण डॉ. नगेन्द्र ने इसे ‘छायावाद का घोषणापत्र’ कहा है।
136. ‘गोदान’ के किस पात्र को प्रेमचंद ने शहरी और आधुनिक नारी के प्रतीक के रूप में चित्रित किया है?
(क) धनिया
(ख) झुनिया
(ग) मालती
(घ) सिलिया
सही उत्तर: (ग) मालती
विस्तार: ‘गोदान’ में जहाँ धनिया ग्रामीण और संघर्षशील नारी का प्रतीक है, वहीं मिस मालती एक पढ़ी-लिखी, स्वतंत्र, तितली जैसी चंचल और आधुनिक शहरी नारी का प्रतिनिधित्व करती है, जिसके चरित्र में बाद में विकास भी दिखाया गया है।
137. ‘प्रियप्रवास’ में राधा का कौन सा रूप चित्रित है?
(क) विरहिणी नायिका का
(ख) लोक-सेविका का
(ग) परकीया नायिका का
(घ) पारंपरिक प्रेमिका का
सही उत्तर: (ख) लोक-सेविका का
विस्तार: ‘हरिऔध’ ने ‘प्रियप्रवास’ में राधा के पारंपरिक रूप को बदलकर उसे एक समाज-सेविका और लोक-कल्याण में लगी नारी के रूप में प्रस्तुत किया है, जो द्विवेदी युगीन आदर्शों के अनुरूप था।
138. ‘मुक्तिबोध’ के काव्य में प्रयुक्त ‘फैंटेसी’ का क्या अर्थ है?
(क) शुद्ध कल्पना
(ख) दिवास्वप्न
(ग) जादुई यथार्थ
(घ) अनुभव की कन्या (एक विशेष কল্পরূপ)
सही उत्तर: (घ) अनुभव की कन्या (एक विशेष কল্পরূপ)
विस्तार: मुक्तिबोध के लिए फैंटेसी केवल कोरी कल्पना नहीं है, बल्कि वह ‘अनुभव की कन्या’ है। वे अपने जटिल अनुभवों और मानसिक द्वंद्वों को व्यक्त करने के लिए एक विशेष কল্পরূপ (imaginative form) या फैंटेसी का निर्माण करते हैं, जैसे ‘अंधेरे में’ कविता में।
139. ‘शेखर: एक जीवनी’ उपन्यास के लेखक कौन हैं?
(क) जैनेन्द्र कुमार
(ख) भगवती चरण वर्मा
(ग) यशपाल
(घ) अज्ञेय
सही उत्तर: (घ) अज्ञेय
विस्तार: ‘शेखर: एक जीवनी’ (दो भाग) अज्ञेय का प्रसिद्ध मनोवैज्ञानिक और पूर्वदीप्ति शैली में लिखा गया उपन्यास है। इसमें नायक शेखर के माध्यम से व्यक्ति-स्वातंत्र्य और विद्रोह के स्वर को प्रमुखता दी गई है।
140. ‘साये में धूप’ गजल-संग्रह किसका है?
(क) शमशेर बहादुर सिंह
(ख) दुष्यंत कुमार
(ग) फिराक गोरखपुरी
(घ) त्रिलोचन
सही उत्तर: (ख) दुष्यंत कुमार
विस्तार: दुष्यंत कुमार ने हिंदी गजल को एक नई पहचान और लोकप्रियता दी। ‘साये में धूप’ उनका सबसे प्रसिद्ध गजल-संग्रह है, जिसकी गजलों में आम आदमी की पीड़ा और राजनीतिक-सामाजिक व्यवस्था पर तीखा व्यंग्य है।
141. ‘पृथ्वीराज रासो’ को पूर्णतः अप्रामाणिक मानने वाले विद्वान कौन हैं?
(क) श्यामसुंदर दास
(ख) हजारी प्रसाद द्विवेदी
(ग) रामचंद्र शुक्ल
(घ) मिश्रबंधु
सही उत्तर: (ग) रामचंद्र शुक्ल
विस्तार: रामचंद्र शुक्ल, डॉ. बूलर, गौरीशंकर हीराचंद ओझा आदि विद्वान ‘पृथ्वीराज रासो’ को ऐतिहासिक तथ्यों से मेल न खाने के कारण पूर्णतः अप्रामाणिक (जाली) ग्रंथ मानते हैं। वहीं हजारी प्रसाद द्विवेदी इसे ‘अर्ध-प्रामाणिक’ मानते हैं।
142. ‘कबीर परिचय’ के लेखक कौन हैं?
(क) धर्मदास
(ख) नाभादास
(ग) अनंतदास
(घ) पीपा
सही उत्तर: (ग) अनंतदास
विस्तार: अनंतदास ने ‘कबीर परिचय’ नामक ग्रंथ में कबीर का जीवन-वृत्त प्रस्तुत किया है। यह कबीर के जीवन के बारे में जानकारी देने वाले प्राचीनतम स्रोतों में से एक है।
143. ‘साहित्य लहरी’ किसकी रचना है?
(क) तुलसीदास
(ख) सूरदास
(ग) नंददास
(घ) केशवदास
सही उत्तर: (ख) सूरदास
विस्तार: ‘सूरसागर’, ‘सूरसारावली’ और ‘साहित्य लहरी’ सूरदास की प्रामाणिक रचनाएँ मानी जाती हैं। ‘साहित्य लहरी’ में दृष्टिकूट पद हैं, जिसमें नायिका-भेद और अलंकारों का निरूपण किया गया है।
144. ‘छत्रसाल दशक’ के रचयिता कौन हैं?
(क) भूषण
(ख) पद्माकर
(ग) देव
(घ) लाल कवि
सही उत्तर: (क) भूषण
विस्तार: ‘छत्रसाल दशक’ रीतिकाल के वीर-रस के कवि भूषण की रचना है। इसमें उन्होंने अपने आश्रयदाता बुंदेलखंड के राजा छत्रसाल की वीरता का वर्णन दस कवित्तों में किया है।
145. ‘खड़ी बोली’ को ‘कौरवी’ नाम किसने दिया?
(क) सुनीति कुमार चटर्जी
(ख) राहुल सांकृत्यायन
(ग) जॉर्ज ग्रियर्सन
(घ) भोलानाथ तिवारी
सही उत्तर: (ख) राहुल सांकृत्यायन
विस्तार: भाषाविद् और साहित्यकार राहुल सांकृत्यायन ने कुरु जनपद (मेरठ-दिल्ली के आसपास का क्षेत्र) की बोली होने के कारण ‘खड़ी बोली’ को ‘कौरवी’ नाम दिया था।
146. ‘अनामदास का पोथा’ उपन्यास में किस उपनिषद की कथा का आधार लिया गया है?
(क) कठोपनिषद
(ख) केनोपनिषद
(ग) छांदोग्य उपनिषद
(घ) बृहदारण्यक उपनिषद
सही उत्तर: (ग) छांदोग्य उपनिषद
विस्तार: हजारी प्रसाद द्विवेदी के उपन्यास ‘अनामदास का पोथा’ की कथा का आधार छांदोग्य उपनिषद में वर्णित रैक्व मुनि की कथा है। यह उपन्यास प्रेम और आत्मज्ञान के तादात्म्य को प्रस्तुत करता है।
147. ‘एक कंठ विषपायी’ गीतिनाट्य किसके जीवन पर आधारित है?
(क) राम
(ख) कृष्ण
(ग) शिव
(घ) बुद्ध
सही उत्तर: (ग) शिव
विस्तार: ‘एक कंठ विषपायी’ दुष्यंत कुमार द्वारा रचित एक गीति-नाट्य है। इसकी कथा शिव द्वारा विषपान करने की पौराणिक घटना पर आधारित है, जिसे आधुनिक संदर्भों में प्रस्तुत किया गया है।
148. आचार्य शुक्ल ने किस कवि को ‘प्रेम की पीर का कवि’ कहा है?
(क) जायसी
(ख) आलम
(ग) बोधा
(घ) घनानंद
सही उत्तर: (घ) घनानंद
विस्तार: आचार्य शुक्ल ने रीतिमुक्त कवि घनानंद को ‘प्रेम की पीर का कवि’ कहा है। घनानंद की कविता में प्रेम की, विशेषकर विरह की, गहरी और मार्मिक अनुभूति व्यक्त हुई है। शुक्ल जी के अनुसार, ‘प्रेम मार्ग का ऐसा प्रवीण और धीर पथिक तथा जबांदानी का ऐसा दावा रखने वाला ब्रजभाषा का दूसरा कवि नहीं हुआ।’
149. “वह तोड़ती पत्थर, देखा मैंने उसे इलाहाबाद के पथ पर” – यह पंक्ति किस कवि की है?
(क) नागार्जुन
(ख) केदारनाथ अग्रवाल
(ग) सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’
(घ) मुक्तिबोध
सही उत्तर: (ग) सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’
विस्तार: यह पंक्ति निराला की प्रसिद्ध प्रगतिवादी कविता ‘वह तोड़ती पत्थर’ की है। इसमें कवि ने एक मजदूरनी के कठिन श्रम और उसकी दयनीय दशा का यथार्थवादी चित्रण किया है।
150. हिंदी में जासूसी उपन्यासों के प्रवर्तक कौन माने जाते हैं?
(क) देवकीनंदन खत्री
(ख) किशोरीलाल गोस्वामी
(ग) गोपालराम गहमरी
(घ) प्रेमचंद
सही उत्तर: (ग) गोपालराम गहमरी
विस्तार: गोपालराम गहमरी को हिंदी में जासूसी उपन्यासों का प्रवर्तक माना जाता है। उन्होंने आर्थर कॉनन डॉयल से प्रभावित होकर ‘जासूस’ नामक पत्रिका निकाली और ‘सर कटी लाश’, ‘जासूस की भूल’ जैसे अनेक जासूसी उपन्यास लिखे।
151. ‘अपभ्रंश का भवभूति’ किसे कहा जाता है?
(क) स्वयंभू
(ख) पुष्पदंत
(ग) धनपाल
(घ) हेमचंद्र
सही उत्तर: (ख) पुष्पदंत
विस्तार: अपभ्रंश के कवि पुष्पदंत अपनी अलंकारपूर्ण और पांडित्यपूर्ण शैली के लिए प्रसिद्ध हैं। उनकी रचना ‘महापुराण’ के कारण उनकी तुलना संस्कृत के कवियों से की जाती है और उन्हें ‘अपभ्रंश का भवभूति’ तथा ‘काव्य रत्नाकर’ कहा जाता है।
152. रामानंद के कुल कितने शिष्य माने जाते हैं?
(क) 8
(ख) 10
(ग) 12
(घ) 14
सही उत्तर: (ग) 12
विस्तार: भक्तमाल के अनुसार, रामानंद के 12 प्रमुख शिष्य थे, जिनमें विभिन्न जातियों के लोग शामिल थे। इनमें प्रमुख हैं – कबीर (जुलाहा), रैदास (चमार), धन्ना (जाट), सेना (नाई), पीपा (राजपूत) आदि।
विस्तार: बाबा नागार्जुन प्रगतिवादी काव्यधारा के प्रमुख कवि हैं। ‘युगधारा’, ‘सतरंगे पंखों वाली’, ‘प्यासी पथराई आँखें’, ‘तुमने कहा था’ उनके प्रसिद्ध काव्य-संग्रह हैं। वे अपनी जनवादी चेतना और व्यंग्यात्मक शैली के लिए जाने जाते हैं।
154. ‘रस सिद्धांत’ के लेखक कौन हैं?
(क) रामचंद्र शुक्ल
(ख) हजारी प्रसाद द्विवेदी
(ग) रामविलास शर्मा
(घ) डॉ. नगेन्द्र
सही उत्तर: (घ) डॉ. नगेन्द्र
विस्तार: ‘रस सिद्धांत’ डॉ. नगेन्द्र की महत्वपूर्ण आलोचनात्मक कृति है, जिसमें उन्होंने भारतीय काव्यशास्त्र के रस सिद्धांत की व्यापक और सुव्यवस्थित व्याख्या प्रस्तुत की है। (ध्यान दें: ‘रस मीमांसा’ शुक्ल जी की है)।
155. ‘चिंतामणि’ भाग-1 में कुल कितने निबंध संकलित हैं?
(क) 10
(ख) 12
(ग) 15
(घ) 17
सही उत्तर: (घ) 17
विस्तार: आचार्य रामचंद्र शुक्ल के निबंध संग्रह ‘चिंतामणि’ के पहले भाग में भाव और मनोविकार से संबंधित कुल 17 निबंध हैं, जिनमें ‘उत्साह’, ‘श्रद्धा-भक्ति’, ‘करुणा’, ‘क्रोध’ आदि प्रमुख हैं।
156. जयशंकर प्रसाद का अधूरा उपन्यास कौन सा है?
(क) कंकाल
(ख) तितली
(ग) इरावती
(घ) इनमें से कोई नहीं
सही उत्तर: (ग) इरावती
विस्तार: ‘इरावती’ जयशंकर प्रसाद का तीसरा और अधूरा ऐतिहासिक उपन्यास है। वे इसे पूरा नहीं कर सके थे। यह शुंग काल की पृष्ठभूमि पर आधारित है।
157. ‘कवि कुल कल्पतरु’ के रचनाकार कौन हैं?
(क) केशवदास
(ख) चिंतामणि त्रिपाठी
(ग) मतिराम
(घ) देव
सही उत्तर: (ख) चिंतामणि त्रिपाठी
विस्तार: ‘कवि कुल कल्पतरु’ आचार्य चिंतामणि का प्रसिद्ध रीतिग्रंथ है। इसमें काव्य के सभी अंगों (रस, अलंकार, गुण, दोष आदि) का विवेचन किया गया है। आचार्य शुक्ल इन्हीं से रीतिकाल का प्रारंभ मानते हैं।
158. महादेवी वर्मा को उनकी किस कृति के लिए ज्ञानपीठ पुरस्कार मिला था?
(क) नीरजा
(ख) दीपशिखा
(ग) यामा
(घ) शृंखला की कड़ियाँ
सही उत्तर: (ग) यामा
विस्तार: महादेवी वर्मा को 1982 में उनके काव्य-संग्रह ‘यामा’ के लिए भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। ‘यामा’ में उनके चार प्रारंभिक काव्य-संग्रहों (नीहार, रश्मि, नीरजा, सांध्यगीत) के महत्वपूर्ण गीतों का संकलन है।
159. ‘ इंदुमती ‘ कहानी के लेखक कौन हैं, जिसे शुक्ल जी हिंदी की पहली कहानी मानते हैं?
(क) बंग महिला
(ख) किशोरीलाल गोस्वामी
(ग) माधवराव सप्रे
(घ) चंद्रधर शर्मा ‘गुलेरी’
सही उत्तर: (ख) किशोरीलाल गोस्वामी
विस्तार: ‘इंदुमती’ कहानी 1900 ई. में ‘सरस्वती’ पत्रिका में प्रकाशित हुई थी। इसके लेखक किशोरीलाल गोस्वामी हैं। आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने इसे हिंदी की पहली मौलिक कहानी माना है, हालाँकि यह शेक्सपियर के नाटक ‘द टेम्पेस्ट’ से प्रभावित है।
160. ‘नागरी प्रचारिणी सभा’ की स्थापना कब और कहाँ हुई थी?
(क) 1893, काशी (वाराणसी)
(ख) 1900, प्रयाग (इलाहाबाद)
(ग) 1885, कलकत्ता
(घ) 1910, लखनऊ
सही उत्तर: (क) 1893, काशी (वाराणसी)
विस्तार: हिंदी भाषा और देवनागरी लिपि के प्रचार-प्रसार के लिए ‘नागरी प्रचारिणी सभा’ की स्थापना 1893 में काशी में हुई थी। इसके संस्थापकों में श्यामसुंदर दास, रामनारायण मिश्र और शिवकुमार सिंह प्रमुख थे।
161. ‘प्रेमसागर’ के लेखक कौन हैं?
(क) सदल मिश्र
(ख) इंशा अल्ला खाँ
(ग) सदासुख लाल
(घ) लल्लू लाल
सही उत्तर: (घ) लल्लू लाल
विस्तार: ‘प्रेमसागर’ की रचना लल्लू लाल जी ने फोर्ट विलियम कॉलेज में की थी। यह श्रीमद्भागवत के दशम स्कंध की कथा का खड़ी बोली गद्य में अनुवाद है। इसकी भाषा में ब्रजभाषा का प्रभाव अधिक है।
162. ‘संसद से सड़क तक’ काव्य-संग्रह किसका है?
(क) मुक्तिबोध
(ख) नागार्जुन
(ग) धूमिल
(घ) रघुवीर सहाय
सही उत्तर: (ग) धूमिल
विस्तार: सुदामा पांडेय ‘धूमिल’ साठोत्तरी (1960 के बाद) कविता के प्रमुख कवि हैं। ‘संसद से सड़क तक’ उनका प्रसिद्ध काव्य-संग्रह है, जिसमें आजादी के बाद के मोहभंग, भ्रष्टाचार और राजनीतिक व्यवस्था पर तीखा प्रहार है।
163. ‘मृगावती’ के रचयिता कौन हैं, जिसे शुक्ल जी ने पहली सूफी प्रेमाख्यानक रचना माना है?
(क) जायसी
(ख) मंझन
(ग) कुतुबन
(घ) उसमान
सही उत्तर: (ग) कुतुबन
विस्तार: ‘मृगावती’ (1503 ई.) की रचना कुतुबन ने की थी। आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने इसे सूफी प्रेमाख्यानक काव्य परंपरा का प्रथम ग्रंथ माना है।
164. ‘राम की शक्ति-पूजा’ कविता का प्रेरणा-स्रोत क्या है?
(क) वाल्मीकि रामायण
(ख) रामचरितमानस
(ग) कृत्तिवास रामायण (बांग्ला)
(घ) कंब रामायण (तमिल)
सही उत्तर: (ग) कृत्तिवास रामायण (बांग्ला)
विस्तार: निराला की प्रसिद्ध कविता ‘राम की शक्ति-पूजा’ का कथानक बांग्ला की ‘कृत्तिवास रामायण’ से लिया गया है। निराला ने इसमें पौरुष और शक्ति की मौलिक व्यंजना की है।
165. किस आलोचक ने आदिकाल को ‘अत्यधिक विरोधी और व्याघातों का युग’ कहा है?
(क) रामचंद्र शुक्ल
(ख) रामकुमार वर्मा
(ग) हजारी प्रसाद द्विवेदी
(घ) गणपति चंद्र गुप्त
सही उत्तर: (ग) हजारी प्रसाद द्विवेदी
विस्तार: आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी ने आदिकाल की विभिन्न और परस्पर विरोधी प्रतीत होने वाली प्रवृत्तियों (जैसे- वीरता, शृंगार, भक्ति, हठयोग) को देखते हुए इसे ‘अत्यधिक विरोधी और व्याघातों का युग’ कहा है।
166. ‘खालिक बारी’ किसकी रचना है?
(क) अब्दुर्रहमान
(ख) अमीर खुसरो
(ग) मलिक मुहम्मद जायसी
(घ) रहीम
सही उत्तर: (ख) अमीर खुसरो
विस्तार: ‘खालिक बारी’ अमीर खुसरो द्वारा रचित एक फारसी-हिन्दी शब्दकोश है। इसमें फारसी शब्दों के हिन्दी पर्याय दिए गए हैं, जो उनकी भाषा संबंधी प्रतिभा का परिचायक है।
167. ‘वैदेही वनवास’ नामक प्रबंध काव्य किसने लिखा है?
(क) मैथिलीशरण गुप्त
(ख) अयोध्यासिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’
(ग) रामनरेश त्रिपाठी
(घ) श्रीधर पाठक
सही उत्तर: (ख) अयोध्यासिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’
विस्तार: ‘वैदेही वनवास’ हरिऔध जी द्वारा रचित एक प्रबंध काव्य है, जिसमें सीता के वनवास की कथा का करुण वर्णन किया गया है। ‘प्रियप्रवास’ के बाद यह उनका दूसरा प्रसिद्ध महाकाव्य है।
168. ‘झूठा सच’ उपन्यास के लेखक कौन हैं?
(क) भीष्म साहनी
(ख) यशपाल
(ग) राही मासूम रजा
(घ) अमृतलाल नागर
सही उत्तर: (ख) यशपाल
विस्तार: ‘झूठा सच’ प्रगतिवादी उपन्यासकार यशपाल का एक वृहद् उपन्यास है, जो दो भागों में है। इसमें भारत-विभाजन की त्रासदी का यथार्थ और मार्मिक चित्रण किया गया है।
169. ‘तुलसीदास’ नामक आलोचनात्मक पुस्तक किसने लिखी है?
(क) हजारी प्रसाद द्विवेदी
(ख) रामविलास शर्मा
(ग) मुक्तिबोध
(घ) माता प्रसाद गुप्त
सही उत्तर: (ख) रामविलास शर्मा
विस्तार: रामविलास शर्मा ने ‘तुलसीदास’ पर महत्वपूर्ण आलोचनात्मक कार्य किया है। उनकी पुस्तक ‘आचार्य रामचंद्र शुक्ल और हिंदी आलोचना’ में भी तुलसीदास पर विस्तृत अध्याय है। एक प्रसिद्ध कविता ‘तुलसीदास’ निराला की है, लेकिन आलोचनात्मक पुस्तक शर्मा जी की है।
170. ‘अर्धनारीश्वर’ निबंध संग्रह के रचनाकार कौन हैं?
(क) अज्ञेय
(ख) जैनेन्द्र
(ग) रामधारी सिंह ‘दिनकर’
(घ) विष्णु प्रभाकर
सही उत्तर: (ग) रामधारी सिंह ‘दिनकर’
विस्तार: ‘अर्धनारीश्वर’ रामधारी सिंह ‘दिनकर’ का एक प्रसिद्ध निबंध संग्रह है। (ध्यान दें: इसी नाम से एक उपन्यास विष्णु प्रभाकर ने भी लिखा है)। दिनकर के निबंध में नर और नारी के संबंधों और गुणों पर दार्शनिक विचार किया गया है।
171. ‘बाणभट्ट की आत्मकथा’ किस विधा की रचना है?
(क) आत्मकथा
(ख) जीवनी
(ग) रेखाचित्र
(घ) उपन्यास
सही उत्तर: (घ) उपन्यास
विस्तार: यद्यपि नाम में ‘आत्मकथा’ शब्द है, किन्तु ‘बाणभट्ट की आत्मकथा’ हजारी प्रसाद द्विवेदी द्वारा लिखा गया एक ऐतिहासिक उपन्यास है। यह इसकी शैली के कारण एक बहुत ही अनूठी कृति है।
172. ‘प्रगतिवाद’ उपयोगितावाद का दूसरा नाम है – यह कथन किसका है?
(क) रामविलास शर्मा
(ख) नंददुलारे वाजपेयी
(ग) रामचंद्र शुक्ल
(घ) डॉ. नगेन्द्र
सही उत्तर: (ख) नंददुलारे वाजपेयी
विस्तार: छायावादी और स्वच्छंदतावादी आलोचक नंददुलारे वाजपेयी ने प्रगतिवाद की सामाजिक सोद्देश्यता को कला के लिए हितकर नहीं माना और उसकी आलोचना करते हुए कहा कि ‘प्रगतिवाद उपयोगितावाद का दूसरा नाम है’।
173. रसखान ने किससे दीक्षा ली थी?
(क) वल्लभाचार्य
(ख) विट्ठलनाथ
(ग) चैतन्य महाप्रभु
(घ) रामानंद
सही उत्तर: (ख) विट्ठलनाथ
विस्तार: कृष्णभक्त कवि रसखान ने गोस्वामी विट्ठलनाथ से पुष्टिमार्ग में दीक्षा ग्रहण की थी। विट्ठलनाथ वल्लभाचार्य के पुत्र और ‘अष्टछाप’ के संस्थापक थे।
174. ‘रामलला नहछू’ किसकी रचना है?
(क) सूरदास
(ख) अग्रदास
(ग) तुलसीदास
(घ) नाभादास
सही उत्तर: (ग) तुलसीदास
विस्तार: ‘रामलला नहछू’ गोस्वामी तुलसीदास की एक छोटी प्रबंध रचना है। इसमें विवाह के समय होने वाले ‘नहछू’ (नाखून काटने की) रस्म का वर्णन है। यह सोहर छंद में अवधी भाषा में लिखी गई है।
175. ‘कविता के नए प्रतिमान’ पुस्तक के लेखक कौन हैं?
(क) रामविलास शर्मा
(ख) नामवर सिंह
(ग) मुक्तिबोध
(घ) डॉ. नगेन्द्र
सही उत्तर: (ख) नामवर सिंह
विस्तार: ‘कविता के नए प्रतिमान’ (1968) डॉ. नामवर सिंह की प्रसिद्ध आलोचनात्मक कृति है, जिसके लिए उन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार मिला। इसमें उन्होंने नई कविता के मूल्यांकन के लिए नए मानदंडों की स्थापना की।
176. ‘कवियों का कवि’ किसे कहा जाता है?
(क) अज्ञेय
(ख) मुक्तिबोध
(ग) शमशेर बहादुर सिंह
(घ) त्रिलोचन
सही उत्तर: (ग) शमशेर बहादुर सिंह
विस्तार: शमशेर बहादुर सिंह को उनके अनूठे बिंब-विधान, चित्रकला से प्रभावित शिल्प और काव्य-भाषा के लिए ‘कवियों का कवि’ कहा जाता है।
177. ‘एक टोकरी भर मिट्टी’ कहानी के लेखक कौन हैं?
(क) किशोरीलाल गोस्वामी
(ख) बंग महिला
(ग) माधवराव सप्रे
(घ) रामचंद्र शुक्ल
सही उत्तर: (ग) माधवराव सप्रे
विस्तार: माधवराव सप्रे द्वारा लिखित ‘एक टोकरी भर मिट्टी’ (1901) को कई आधुनिक आलोचक हिन्दी की पहली मौलिक कहानी मानते हैं, क्योंकि इसमें कहानी-कला के तत्व ‘इंदुमती’ से अधिक हैं।
178. ‘सरहपा’ को हिन्दी का प्रथम कवि किसने माना है?
(क) रामचंद्र शुक्ल
(ख) हजारी प्रसाद द्विवेदी
(ग) रामकुमार वर्मा
(घ) राहुल सांकृत्यायन
सही उत्तर: (घ) राहुल सांकृत्यायन
विस्तार: महापंडित राहुल सांकृत्यायन ने 8वीं शताब्दी के सिद्ध कवि ‘सरहपा’ (सरहपाद) को उनकी भाषा और विद्रोही चेतना के आधार पर हिन्दी का प्रथम कवि माना है। यह मत अब व्यापक रूप से स्वीकार्य है।
179. ‘भाषा योग वासिष्ठ’ के रचनाकार कौन हैं?
(क) रामप्रसाद निरंजनी
(ख) सदल मिश्र
(ग) लल्लू लाल
(घ) दौलतराम
सही उत्तर: (क) रामप्रसाद निरंजनी
विस्तार: ‘भाषा योग वासिष्ठ’ (1741) के लेखक रामप्रसाद निरंजनी हैं। आचार्य शुक्ल ने इसे खड़ी बोली गद्य की पहली परिमार्जित (साफ-सुथरी) रचना माना है।
180. ‘अंधेर नगरी’ किस प्रकार का नाटक है?
(क) प्रहसन
(ख) भाण
(ग) गीति-नाट्य
(घ) ऐतिहासिक नाटक
सही उत्तर: (क) प्रहसन
विस्तार: भारतेन्दु हरिश्चंद्र का नाटक ‘अंधेर नगरी’ एक प्रहसन (Farce/Satirical Comedy) है। इसमें हास्य-व्यंग्य के माध्यम से तत्कालीन अविवेकी और भ्रष्ट शासन व्यवस्था पर तीखा प्रहार किया गया है।
181. छायावाद को ‘स्थूल के प्रति सूक्ष्म का विद्रोह’ किसने कहा है?
(क) रामचंद्र शुक्ल
(ख) हजारी प्रसाद द्विवेदी
(ग) डॉ. नगेन्द्र
(घ) नंददुलारे वाजपेयी
सही उत्तर: (ग) डॉ. नगेन्द्र
विस्तार: डॉ. नगेन्द्र ने छायावाद की परिभाषा देते हुए उसे ‘स्थूल के प्रति सूक्ष्म का विद्रोह’ कहा है। उनके अनुसार, द्विवेदीयुगीन कविता की स्थूलता, इतिवृत्तात्मकता और नैतिकता के विरुद्ध छायावाद एक सूक्ष्म, वायवीय और कलात्मक प्रतिक्रिया थी।
182. ‘कछुआ धरम’ और ‘मारेसि मोहिं कुठाऊँ’ जैसे निबंधों के लेखक कौन हैं?
(क) बालकृष्ण भट्ट
(ख) चंद्रधर शर्मा ‘गुलेरी’
(ग) सरदार पूर्ण सिंह
(घ) रामचंद्र शुक्ल
सही उत्तर: (ख) चंद्रधर शर्मा ‘गुलेरी’
विस्तार: गुलेरी जी ‘उसने कहा था’ कहानी के अतिरिक्त अपने विद्वत्तापूर्ण और व्यंग्यात्मक निबंधों के लिए भी प्रसिद्ध हैं। ‘कछुआ धरम’ और ‘मारेसि मोहिं कुठाऊँ’ उनके प्रसिद्ध निबंध हैं।
183. ‘हिन्दी साहित्य का आदिकाल’ पुस्तक के लेखक कौन हैं?
(क) रामचंद्र शुक्ल
(ख) रामकुमार वर्मा
(ग) हजारी प्रसाद द्विवेदी
(घ) रामविलास शर्मा
सही उत्तर: (ग) हजारी प्रसाद द्विवेदी
विस्तार: आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी ने आदिकाल पर गहन शोध किया और ‘हिन्दी साहित्य का आदिकाल’ तथा ‘हिन्दी साहित्य: उद्भव और विकास’ जैसी महत्वपूर्ण पुस्तकें लिखीं, जिनसे आदिकाल संबंधी कई भ्रांतियाँ दूर हुईं।
184. ‘दादू पंथ’ के प्रवर्तक दादू दयाल की रचनाओं का संग्रह किस नाम से प्रसिद्ध है?
(क) सबंगी
(ख) बीजक
(ग) हरडेवानी
(घ) ग्रंथ साहिब
सही उत्तर: (ग) हरडेवानी
विस्तार: संत दादू दयाल की वाणियों का संग्रह उनके दो शिष्यों, संतदास और जगनदास ने, ‘हरडेवानी’ नाम से किया था। बाद में रज्जब ने इसका पुनः संपादन ‘अंगवधू’ नाम से किया।
185. ‘शतरंज के खिलाड़ी’ कहानी के लेखक कौन हैं?
(क) जयशंकर प्रसाद
(ख) प्रेमचंद
(ग) यशपाल
(घ) अज्ञेय
सही उत्तर: (ख) प्रेमचंद
विस्तार: ‘शतरंज के खिलाड़ी’ प्रेमचंद की एक प्रसिद्ध ऐतिहासिक कहानी है। इसमें वाजिद अली शाह के समय के लखनऊ के पतनशील सामंती समाज पर व्यंग्य किया गया है, जो अपने दायित्वों से विमुख होकर शतरंज में डूबा रहता है।
186. ‘मधुशाला’ के रचयिता कौन हैं?
(क) सुमित्रानंदन पंत
(ख) रामधारी सिंह ‘दिनकर’
(ग) माखनलाल चतुर्वेदी
(घ) हरिवंश राय ‘बच्चन’
सही उत्तर: (घ) हरिवंश राय ‘बच्चन’
विस्तार: ‘मधुशाला’ (1935) हरिवंश राय ‘बच्चन’ की अत्यंत लोकप्रिय कृति है, जिसने उन्हें अपार प्रसिद्धि दिलाई। यह छायावादोत्तर काल की ‘हालावाद’ नामक प्रवृत्ति का प्रतिनिधि काव्य है।
187. ‘इश्कनामा’ किसकी कृति है?
(क) घनानंद
(ख) आलम
(ग) बोधा
(घ) ठाकुर
सही उत्तर: (ग) बोधा
विस्तार: ‘इश्कनामा’ और ‘विरह वारीश’ रीतिमुक्त कवि बोधा की रचनाएँ हैं। पन्ना दरबार की नर्तकी सुभान से उनके प्रेम के प्रसंग में इन कृतियों की रचना हुई।
188. ‘एक बूंद सहसा उछली’ किस विधा की रचना है?
(क) उपन्यास
(ख) कहानी संग्रह
(ग) निबंध संग्रह
(घ) यात्रा-वृत्तांत
सही उत्तर: (घ) यात्रा-वृत्तांत
विस्तार: ‘अरे यायावर रहेगा याद?’ और ‘एक बूंद सहसा उछली’ अज्ञेय द्वारा रचित प्रसिद्ध यात्रा-वृत्तांत हैं। ‘एक बूंद सहसा उछली’ में उनकी यूरोप यात्रा का वर्णन है।
189. ‘लाल तारा’ और ‘माटी की मूरतें’ के रचनाकार कौन हैं?
(क) महादेवी वर्मा
(ख) रामवृक्ष बेनीपुरी
(ग) बनारसीदास चतुर्वेदी
(घ) कन्हैयालाल मिश्र ‘प्रभाकर’
सही उत्तर: (ख) रामवृक्ष बेनीपुरी
विस्तार: रामवृक्ष बेनीपुरी को ‘शब्द-चित्र का जादूगर’ कहा जाता है। ‘लाल तारा’ उनका संस्मरणात्मक रेखाचित्रों का संग्रह है और ‘माटी की मूरतें’ उनका प्रसिद्ध रेखाचित्र-संग्रह है।
190. आचार्य शुक्ल ने घनानंद को रीतिमुक्त धारा में रखा है, जबकि बिहारी को किस धारा में रखा है?
(क) रीतिबद्ध
(ख) रीतिसिद्ध
(ग) रीतिमुक्त
(घ) स्वच्छंद
सही उत्तर: (ख) रीतिसिद्ध
विस्तार: रीतिकाल का यह वर्गीकरण अत्यंत महत्वपूर्ण है। रीतिबद्ध वे हैं जिन्होंने लक्षण-ग्रंथ लिखे (केशव, चिंतामणि)। रीतिमुक्त वे हैं जो रीति-परंपरा से मुक्त थे (घनानंद, आलम)। और रीतिसिद्ध वे हैं जिन्होंने लक्षण-ग्रंथ नहीं लिखे, पर रीति की जानकारी का उपयोग अपने काव्य में किया, जिनमें बिहारी सर्वश्रेष्ठ हैं।
191. ‘चीड़ों पर चाँदनी’ यात्रा-वृत्तांत के लेखक कौन हैं?
(क) राहुल सांकृत्यायन
(ख) अज्ञेय
(ग) निर्मल वर्मा
(घ) मोहन राकेश
सही उत्तर: (ग) निर्मल वर्मा
विस्तार: ‘चीड़ों पर चाँदनी’ निर्मल वर्मा का प्रसिद्ध यात्रा-संस्मरण है। इसमें उनकी यूरोप यात्रा के अनुभव अत्यंत काव्यात्मक और संवेदनशील गद्य में अंकित हैं।
192. ‘क्या भूलूँ क्या याद करूँ’ किसकी आत्मकथा का पहला खंड है?
(क) रामविलास शर्मा
(ख) हरिवंश राय ‘बच्चन’
(ग) पांडेय बेचन शर्मा ‘उग्र’
(घ) राहुल सांकृत्यायन
सही उत्तर: (ख) हरिवंश राय ‘बच्चन’
विस्तार: हरिवंश राय ‘बच्चन’ की आत्मकथा चार खंडों में प्रकाशित है, जो हिंदी साहित्य की अमूल्य निधि है। इसके खंड हैं – (1) क्या भूलूँ क्या याद करूँ, (2) नीड़ का निर्माण फिर, (3) बसेरे से दूर, और (4) दशद्वार से सोपान तक।
193. ‘सिक्का बदल गया’ कहानी किसकी है?
(क) मन्नू भंडारी
(ख) उषा प्रियंवदा
(ग) कृष्णा सोबती
(घ) मृदुला गर्ग
सही उत्तर: (ग) कृष्णा सोबती
विस्तार: ‘सिक्का बदल गया’ भारत-विभाजन की पृष्ठभूमि पर लिखी गई कृष्णा सोबती की एक मार्मिक कहानी है। इसमें मानवीय संबंधों के विघटन को बड़ी संवेदनशीलता से दर्शाया गया है।
194. डॉ. रामविलास शर्मा किस वर्ग के आलोचक हैं?
(क) प्रभाववादी
(ख) रसवादी
(ग) प्रगतिवादी/मार्क्सवादी
(घ) मनोविश्लेषणवादी
सही उत्तर: (ग) प्रगतिवादी/मार्क्सवादी
विस्तार: डॉ. रामविलास शर्मा हिंदी के शीर्षस्थ प्रगतिवादी या मार्क्सवादी आलोचक हैं। उन्होंने साहित्य की व्याख्या सामाजिक-आर्थिक संघर्ष और वर्ग-चेतना के परिप्रेक्ष्य में की।
195. ‘आधा गाँव’ उपन्यास में किस क्षेत्र के मुस्लिम जीवन का चित्रण है?
(क) अवध
(ख) गाजीपुर (गंगौली गाँव)
(ग) मेरठ
(घ) अलीगढ़
सही उत्तर: (ख) गाजीपुर (गंगौली गाँव)
विस्तार: ‘आधा गाँव’ राही मासूम रजा का प्रसिद्ध आँचलिक उपन्यास है। इसमें उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के गंगौली गाँव के शिया मुसलमानों के जीवन और भारत-विभाजन के दर्द को प्रामाणिकता से चित्रित किया गया है।
196. ‘कनुप्रिया’ काव्य के लेखक कौन हैं?
(क) धर्मवीर भारती
(ख) नरेश मेहता
(ग) भवानी प्रसाद मिश्र
(घ) कुँवर नारायण
सही उत्तर: (क) धर्मवीर भारती
विस्तार: ‘कनुप्रिया’ धर्मवीर भारती द्वारा रचित एक काव्य-कृति है, जिसमें राधा के दृष्टिकोण से कृष्ण और महाभारत युद्ध को देखा गया है। इसमें प्रेम और कर्तव्य के द्वंद्व का सुंदर चित्रण है।
197. ‘निबंध को गद्य की कसौटी’ किसने माना है?
(क) हजारी प्रसाद द्विवेदी
(ख) महावीर प्रसाद द्विवेदी
(ग) बालकृष्ण भट्ट
(घ) रामचंद्र शुक्ल
सही उत्तर: (घ) रामचंद्र शुक्ल
विस्तार: आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने कहा था, “यदि गद्य कवियों या लेखकों की कसौटी है, तो निबंध गद्य की कसौटी है।” उनका मानना था कि निबंध में ही लेखक की भाषा-क्षमता और विचार-शक्ति की असली परीक्षा होती है।
198. ‘तमस’ उपन्यास के रचयिता कौन हैं?
(क) यशपाल
(ख) भीष्म साहनी
(ग) अमृतलाल नागर
(घ) कमलेश्वर
सही उत्तर: (ख) भीष्म साहनी
विस्तार: ‘तमस’ भीष्म साहनी का कालजयी उपन्यास है, जिसमें 1947 के भारत-विभाजन के समय हुए साम्प्रदायिक दंगों का भयावह और मार्मिक चित्रण है। इस कृति के लिए उन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार मिला था।
199. ‘आपका बंटी’ उपन्यास की मुख्य समस्या क्या है?
(क) नारी शोषण
(ख) दलित समस्या
(ग) तलाकशुदा दंपति के बच्चे की समस्या
(घ) राजनीतिक भ्रष्टाचार
सही उत्तर: (ग) तलाकशुदा दंपति के बच्चे की समस्या
विस्तार: ‘आपका बंटी’ मन्नू भंडारी का एक प्रसिद्ध उपन्यास है। इसमें माता-पिता के तलाक के बाद ‘बंटी’ नामक एक बच्चे के अकेलेपन, असुरक्षा और मनोवैज्ञानिक टूटन का अत्यंत संवेदनशील चित्रण किया गया है।
200. ‘आवारा मसीहा’ लिखने में विष्णु प्रभाकर को कितना समय लगा?
(क) 5 वर्ष
(ख) 10 वर्ष
(ग) 14 वर्ष
(घ) 20 वर्ष
सही उत्तर: (ग) 14 वर्ष
विस्तार: विष्णु प्रभाकर ने शरतचंद्र चट्टोपाध्याय की प्रामाणिक जीवनी ‘आवारा मसीहा’ को लिखने के लिए अथक परिश्रम किया, विभिन्न स्थानों की यात्रा की और संबंधित लोगों से मिले। इस महान कृति को पूरा करने में उन्हें लगभग 14 वर्ष का समय लगा।