हिन्दी साहित्य का इतिहास

हिन्दी साहित्य एवं भाषा MCQ (कक्षा XI-XII)

1. ‘आदिकाल’ को ‘वीरगाथा काल’ नाम किसने दिया?

  • (क) हजारी प्रसाद द्विवेदी
  • (ख) डॉ. रामकुमार वर्मा
  • (ग) आचार्य रामचंद्र शुक्ल
  • (घ) राहुल सांकृत्यायन

सही उत्तर: (ग) आचार्य रामचंद्र शुक्ल

व्याख्या: आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने आदिकाल की प्रमुख प्रवृत्ति वीरतापूर्ण रचनाओं (जैसे पृथ्वीराज रासो) के आधार पर इसे ‘वीरगाथा काल’ नाम दिया था। अन्य विद्वानों ने अलग-अलग नाम दिए, जैसे हजारी प्रसाद द्विवेदी ने ‘आदिकाल’, रामकुमार वर्मा ने ‘चारण काल’ और राहुल सांकृत्यायन ने ‘सिद्ध-सामंत काल’ कहा।

2. हिन्दी साहित्य के इतिहास का प्रथम लेखक किसे माना जाता है?

  • (क) जॉर्ज ग्रियर्सन
  • (ख) गार्सा द तासी
  • (ग) शिवसिंह सेंगर
  • (घ) आचार्य रामचंद्र शुक्ल

सही उत्तर: (ख) गार्सा द तासी

व्याख्या: फ्रांसीसी विद्वान गार्सा द तासी ने ‘इस्त्वार द ला लितरेत्यूर ऐन्दुई ऐ ऐन्दुस्तानी’ नामक ग्रंथ लिखा, जिसे हिन्दी साहित्य के इतिहास लेखन का पहला प्रयास माना जाता है। यह फ्रेंच भाषा में लिखा गया था।

3. ‘पृथ्वीराज रासो’ के रचयिता कौन हैं?

  • (क) जगनिक
  • (ख) चंदबरदाई
  • (ग) नरपति नाल्ह
  • (घ) अमीर खुसरो

सही उत्तर: (ख) चंदबरदाई

व्याख्या: ‘पृथ्वीराज रासो’ आदिकाल का सबसे प्रसिद्ध महाकाव्य है, जिसके रचयिता चंदबरदाई थे। वे पृथ्वीराज चौहान के मित्र और राजकवि थे।

4. भक्तिकाल को ‘हिन्दी साहित्य का स्वर्ण युग’ किसने कहा?

  • (क) आचार्य रामचंद्र शुक्ल
  • (ख) जॉर्ज ग्रियर्सन
  • (ग) हजारी प्रसाद द्विवेदी
  • (घ) डॉ. रामविलास शर्मा

सही उत्तर: (ख) जॉर्ज ग्रियर्सन

व्याख्या: जॉर्ज ग्रियर्सन ने अपने ग्रंथ ‘द मॉडर्न वर्नाक्युलर लिटरेचर ऑफ हिंदुस्तान’ में पहली बार भक्तिकाल को ‘स्वर्ण युग’ (Golden Age) कहा था। बाद में श्यामसुंदर दास ने भी इसे ‘स्वर्ण युग’ कहा।

5. कबीरदास किस काव्यधारा के कवि थे?

  • (क) ज्ञानाश्रयी शाखा (संत काव्य)
  • (ख) प्रेमाश्रयी शाखा (सूफी काव्य)
  • (ग) रामभक्ति शाखा
  • (घ) कृष्णभक्ति शाखा

सही उत्तर: (क) ज्ञानाश्रयी शाखा (संत काव्य)

व्याख्या: कबीरदास भक्तिकाल की निर्गुण काव्यधारा के अंतर्गत ज्ञानाश्रयी शाखा के प्रतिनिधि कवि थे। वे समाज सुधारक, एकेश्वरवादी और मूर्तिपूजा के विरोधी थे। उनकी रचनाओं का संग्रह ‘बीजक’ कहलाता है।

6. ‘पद्मावत’ की रचना किसने की?

  • (क) कुतुबन
  • (ख) मंझन
  • (ग) मलिक मुहम्मद जायसी
  • (घ) उस्मान

सही उत्तर: (ग) मलिक मुहम्मद जायसी

व्याख्या: ‘पद्मावत’ भक्तिकाल की प्रेमाश्रयी (सूफी) शाखा का सबसे प्रसिद्ध महाकाव्य है। इसकी रचना मलिक मुहम्मद जायसी ने अवधी भाषा में की थी।

7. ‘रामचरितमानस’ किस भाषा में लिखा गया है?

  • (क) ब्रजभाषा
  • (ख) अवधी
  • (ग) खड़ी बोली
  • (घ) मैथिली

सही उत्तर: (ख) अवधी

व्याख्या: गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित ‘रामचरितमानस’ रामभक्ति शाखा का सर्वप्रमुख ग्रंथ है और इसकी रचना अवधी भाषा में हुई है। यह भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है।

8. ‘अष्टछाप’ की स्थापना किसने की?

  • (क) वल्लभाचार्य
  • (ख) विट्ठलनाथ
  • (ग) सूरदास
  • (घ) नंददास

सही उत्तर: (ख) विट्ठलनाथ

व्याख्या: ‘अष्टछाप’ कृष्णभक्ति शाखा के आठ कवियों का एक समूह था, जिसकी स्थापना 1565 ई. में वल्लभाचार्य के पुत्र गोस्वामी विट्ठलनाथ ने की थी। इसमें चार शिष्य वल्लभाचार्य के और चार शिष्य विट्ठलनाथ के थे। सूरदास इसके प्रमुख कवि थे।

9. रीतिकाल को ‘अलंकृत काल’ किसने कहा है?

  • (क) मिश्रबंधु
  • (ख) विश्वनाथ प्रसाद मिश्र
  • (ग) आचार्य रामचंद्र शुक्ल
  • (घ) डॉ. रमाशंकर शुक्ल ‘रसाल’

सही उत्तर: (क) मिश्रबंधु

व्याख्या: मिश्रबंधुओं (गणेश बिहारी, श्याम बिहारी, शुकदेव बिहारी) ने अपनी रचना ‘मिश्रबंधु विनोद’ में रीतिकाल को ‘अलंकृत काल’ नाम दिया क्योंकि इस काल की कविता में अलंकरण और श्रृंगार की प्रधानता थी।

10. ‘बिहारी सतसई’ में कितने दोहे हैं?

  • (क) 500
  • (ख) 619
  • (ग) 713
  • (घ) 800

सही उत्तर: (ग) 713

व्याख्या: रीतिकाल के रीतिसिद्ध कवि बिहारी की एकमात्र रचना ‘बिहारी सतसई’ है। इसमें कुल 713 दोहे मिलते हैं, जो श्रृंगार, नीति और भक्ति से परिपूर्ण हैं। कुछ विद्वान 719 दोहे भी मानते हैं, लेकिन 713 सर्वाधिक मान्य संख्या है।

11. इनमें से कौन रीतिमुक्त कवि नहीं हैं?

  • (क) घनानंद
  • (ख) बोधा
  • (ग) आलम
  • (घ) केशवदास

सही उत्तर: (घ) केशवदास

व्याख्या: घनानंद, बोधा, आलम और ठाकुर रीतिमुक्त काव्यधारा के कवि हैं, जिन्होंने रीति के बंधनों से मुक्त होकर स्वच्छंद प्रेम का काव्य लिखा। केशवदास रीतिबद्ध धारा के प्रवर्तक आचार्य माने जाते हैं।

12. आधुनिक हिन्दी साहित्य का जनक किसे माना जाता है?

  • (क) महावीर प्रसाद द्विवेदी
  • (ख) भारतेंदु हरिश्चंद्र
  • (ग) जयशंकर प्रसाद
  • (घ) मैथिलीशरण गुप्त

सही उत्तर: (ख) भारतेंदु हरिश्चंद्र

व्याख्या: भारतेंदु हरिश्चंद्र को आधुनिक हिन्दी साहित्य और हिन्दी गद्य का जनक माना जाता है। उन्होंने कविता, नाटक, निबंध आदि विधाओं में लिखकर हिन्दी को नया स्वरूप प्रदान किया। उनके समय को ‘भारतेंदु युग’ कहा जाता है।

13. ‘सरस्वती’ पत्रिका के यशस्वी संपादक कौन थे?

  • (क) भारतेंदु हरिश्चंद्र
  • (ख) बालकृष्ण भट्ट
  • (ग) आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी
  • (घ) प्रेमचंद

सही उत्तर: (ग) आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी

व्याख्या: आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी ने 1903 से 1920 तक ‘सरस्वती’ पत्रिका का संपादन किया। उन्होंने इस पत्रिका के माध्यम से खड़ी बोली हिन्दी को परिष्कृत और मानकीकृत किया, जिससे द्विवेदी युग का सूत्रपात हुआ।

14. छायावाद के ‘ब्रह्मा, विष्णु, महेश’ क्रमशः किन कवियों को कहा जाता है?

  • (क) प्रसाद, पंत, निराला
  • (ख) पंत, प्रसाद, निराला
  • (ग) निराला, पंत, प्रसाद
  • (घ) प्रसाद, निराला, पंत

सही उत्तर: (क) प्रसाद, पंत, निराला

व्याख्या: छायावाद के वृहत्त्रयी या तीन स्तंभों को त्रिदेव की संज्ञा दी गई है। इसमें जयशंकर प्रसाद को ‘ब्रह्मा’ (सृजनकर्ता), सुमित्रानंदन पंत को ‘विष्णु’ (पालक/सौंदर्य के कवि) और सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ को ‘महेश’ (विद्रोही/प्रलयंकारी) कहा जाता है।

15. ‘कामायनी’ महाकाव्य के रचयिता कौन हैं?

  • (क) सुमित्रानंदन पंत
  • (ख) सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’
  • (ग) महादेवी वर्मा
  • (घ) जयशंकर प्रसाद

सही उत्तर: (घ) जयशंकर प्रसाद

व्याख्या: ‘कामायनी’ आधुनिक काल का सर्वश्रेष्ठ महाकाव्य माना जाता है, जिसके रचयिता छायावादी कवि जयशंकर प्रसाद हैं। इसमें मनु, श्रद्धा और इड़ा के माध्यम से मानव चेतना के विकास की कथा कही गई है।

16. हिन्दी भाषा का विकास किस अपभ्रंश से माना जाता है?

  • (क) मागधी
  • (ख) अर्धमागधी
  • (ग) शौरसेनी
  • (घ) पैशाची

सही उत्तर: (ग) शौरसेनी

व्याख्या: आधुनिक हिन्दी (विशेषकर खड़ी बोली) का विकास शौरसेनी अपभ्रंश से हुआ है। शौरसेनी अपभ्रंश से पश्चिमी हिन्दी (जिसमें खड़ी बोली, ब्रजभाषा, हरियाणवी आदि आती हैं), राजस्थानी और गुजराती का विकास हुआ।

17. भारतीय संविधान के किस अनुच्छेद में हिन्दी को राजभाषा का दर्जा दिया गया है?

  • (क) अनुच्छेद 341
  • (ख) अनुच्छेद 343
  • (ग) अनुच्छेद 350
  • (घ) अनुच्छेद 351

सही उत्तर: (ख) अनुच्छेद 343

व्याख्या: भारतीय संविधान के अनुच्छेद 343(1) के अनुसार, “संघ की राजभाषा हिन्दी और लिपि देवनागरी होगी।” इसे 14 सितंबर 1949 को स्वीकार किया गया, इसीलिए 14 सितंबर को हिन्दी दिवस मनाया जाता है।

18. ‘खड़ी बोली’ हिन्दी का प्रथम महाकाव्य कौन सा है?

  • (क) साकेत
  • (ख) कामायनी
  • (ग) प्रियप्रवास
  • (घ) उर्वशी

सही उत्तर: (ग) प्रियप्रवास

व्याख्या: अयोध्यासिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’ द्वारा रचित ‘प्रियप्रवास’ (1914) को खड़ी बोली हिन्दी का प्रथम महाकाव्य माना जाता है। इसमें राधा के विरह का आधुनिक दृष्टिकोण से चित्रण किया गया है।

19. ‘तार सप्तक’ का संपादन किसने किया?

  • (क) रामविलास शर्मा
  • (ख) गजानन माधव ‘मुक्तिबोध’
  • (ग) सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन ‘अज्ञेय’
  • (घ) नेमिचंद्र जैन

सही उत्तर: (ग) सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन ‘अज्ञेय’

व्याख्या: ‘तार सप्तक’ (1943) सात कवियों की कविताओं का संग्रह था, जिसका संपादन ‘अज्ञेय’ ने किया था। यहीं से ‘प्रयोगवाद’ का आरंभ माना जाता है। अज्ञेय ने कुल चार सप्तकों का संपादन किया।

20. ‘राष्ट्रभाषा’ का मुख्य अर्थ क्या है?

  • (क) सरकारी कामकाज की भाषा
  • (ख) संविधान द्वारा स्वीकृत भाषा
  • (ग) किसी राष्ट्र के अधिकांश लोगों द्वारा बोली और समझी जाने वाली भाषा
  • (घ) साहित्य लेखन की भाषा

सही उत्तर: (ग) किसी राष्ट्र के अधिकांश लोगों द्वारा बोली और समझी जाने वाली भाषा

व्याख्या: राष्ट्रभाषा वह भाषा होती है जो किसी देश के बहुसंख्यक निवासियों द्वारा बोली जाती है और जो उनकी सांस्कृतिक और भावात्मक एकता का प्रतीक होती है। भारत में हिन्दी राष्ट्रभाषा की भूमिका निभाती है, हालांकि संवैधानिक रूप से इसे ‘राष्ट्रभाषा’ का दर्जा नहीं दिया गया है, केवल ‘राजभाषा’ का दर्जा प्राप्त है।

21. ब्रजभाषा किस हिन्दी के अन्तर्गत आती है?

  • (क) पूर्वी हिन्दी
  • (ख) पश्चिमी हिन्दी
  • (ग) बिहारी हिन्दी
  • (घ) पहाड़ी हिन्दी

सही उत्तर: (ख) पश्चिमी हिन्दी

व्याख्या: पश्चिमी हिन्दी उपभाषा का विकास शौरसेनी अपभ्रंश से हुआ है। इसके अंतर्गत पाँच बोलियाँ आती हैं: खड़ी बोली (कौरवी), ब्रजभाषा, हरियाणवी (बाँगरू), बुंदेली और कन्नौजी।

22. ‘गोदान’ उपन्यास के लेखक कौन हैं?

  • (क) जयशंकर प्रसाद
  • (ख) यशपाल
  • (ग) भगवती चरण वर्मा
  • (घ) मुंशी प्रेमचंद

सही उत्तर: (घ) मुंशी प्रेमचंद

व्याख्या: ‘गोदान’ (1936) मुंशी प्रेमचंद का अंतिम और सर्वश्रेष्ठ उपन्यास है। इसे ‘कृषक जीवन का महाकाव्य’ कहा जाता है। यह हिन्दी साहित्य की एक कालजयी रचना है।

23. ‘आधुनिक युग की मीरा’ किसे कहा जाता है?

  • (क) सुभद्रा कुमारी चौहान
  • (ख) महादेवी वर्मा
  • (ग) मन्नू भंडारी
  • (घ) कृष्णा सोबती

सही उत्तर: (ख) महादेवी वर्मा

व्याख्या: छायावाद की प्रमुख कवयित्री महादेवी वर्मा को उनके काव्य में विरह-वेदना और रहस्यमयी प्रेम की गहन अभिव्यक्ति के कारण ‘आधुनिक युग की मीरा’ कहा जाता है। ‘यामा’ उनकी प्रसिद्ध कृति है।

24. ‘राजभाषा’ और ‘राष्ट्रभाषा’ में मुख्य अंतर क्या है?

  • (क) राजभाषा संवैधानिक होती है, राष्ट्रभाषा नहीं।
  • (ख) राजभाषा सरकारी काम की भाषा है, राष्ट्रभाषा जन-संपर्क की।
  • (ग) राजभाषा की लिपि होती है, राष्ट्रभाषा की नहीं।
  • (घ) (क) और (ख) दोनों।

सही उत्तर: (घ) (क) और (ख) दोनों।

व्याख्या: राजभाषा (Official Language) का प्रावधान संविधान में होता है और यह सरकारी कामकाज के लिए प्रयुक्त होती है (जैसे भारत की राजभाषा हिन्दी)। राष्ट्रभाषा (National Language) का आधार जन-स्वीकृति और व्यापक प्रयोग होता है, यह पूरे राष्ट्र को भावात्मक रूप से जोड़ती है। इसका संवैधानिक होना अनिवार्य नहीं है। इसलिए दोनों कथन सही हैं।

25. विद्यापति किस काल के कवि हैं?

  • (क) आदिकाल
  • (ख) भक्तिकाल
  • (ग) रीतिकाल
  • (घ) आधुनिक काल

सही उत्तर: (क) आदिकाल

व्याख्या: विद्यापति को आदिकाल और भक्तिकाल का संधिकवि माना जाता है, लेकिन प्रमुख रूप से उन्हें आदिकाल के अंतर्गत ही गिना जाता है। उनकी रचना ‘पदावली’ (मैथिली में) और ‘कीर्तिलता’, ‘कीर्तिपताका’ (अवहट्ट में) प्रसिद्ध हैं।

26. ‘कठिन काव्य का प्रेत’ किस कवि को कहा जाता है?

  • (क) बिहारी
  • (ख) भूषण
  • (ग) केशवदास
  • (घ) मतिराम

सही उत्तर: (ग) केशवदास

व्याख्या: आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने केशवदास की रचनाओं में क्लिष्टता, पांडित्य-प्रदर्शन और चमत्कार की प्रवृत्ति के कारण उन्हें ‘कठिन काव्य का प्रेत’ कहा है। ‘रामचंद्रिका’ उनकी प्रसिद्ध रचना है।

27. ‘परिमल’ और ‘अनामिका’ काव्य संग्रह किसके हैं?

  • (क) जयशंकर प्रसाद
  • (ख) सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’
  • (ग) सुमित्रानंदन पंत
  • (घ) महादेवी वर्मा

सही उत्तर: (ख) सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’

व्याख्या: ‘परिमल’, ‘अनामिका’, ‘गीतिका’, ‘कुकुरमुत्ता’ आदि प्रसिद्ध काव्य संग्रह छायावादी एवं प्रगतिवादी कवि सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ के हैं।

28. प्रगतिवादी काव्यधारा की मुख्य प्रवृत्ति क्या थी?

  • (क) प्रकृति का चित्रण
  • (ख) नारी सौंदर्य का वर्णन
  • (ग) शोषितों के प्रति सहानुभूति और शोषकों का विरोध
  • (घ) वैयक्तिक अनुभूति की अभिव्यक्ति

सही उत्तर: (ग) शोषितों के प्रति सहानुभूति और शोषकों का विरोध

व्याख्या: प्रगतिवाद मार्क्सवादी विचारधारा से प्रभावित था। इस काव्यधारा की मुख्य प्रवृत्ति समाज के शोषित (मजदूर, किसान) वर्ग के प्रति गहरी सहानुभूति व्यक्त करना और शोषक (पूँजीपति, सामंत) वर्ग का जोरदार विरोध करना था।

29. ‘संपर्क भाषा’ (Link Language) का क्या कार्य है?

  • (क) केवल एक राज्य में बोली जाना
  • (ख) दो भिन्न भाषा-भाषी लोगों के बीच संवाद स्थापित करना
  • (ग) केवल साहित्य लिखने के काम आना
  • (घ) केवल सरकारी आदेश जारी करना

सही उत्तर: (ख) दो भिन्न भाषा-भाषी लोगों के बीच संवाद स्थापित करना

व्याख्या: संपर्क भाषा वह भाषा होती है जिसका प्रयोग अलग-अलग भाषा बोलने वाले लोग आपस में बातचीत करने या संपर्क साधने के लिए करते हैं। भारत में हिन्दी एक महत्वपूर्ण संपर्क भाषा की भूमिका निभाती है। अंग्रेजी भी एक वैश्विक संपर्क भाषा है।

30. अवधी और बघेली किस हिन्दी की बोलियाँ हैं?

  • (क) पश्चिमी हिन्दी
  • (ख) पूर्वी हिन्दी
  • (ग) राजस्थानी हिन्दी
  • (घ) बिहारी हिन्दी

सही उत्तर: (ख) पूर्वी हिन्दी

व्याख्या: पूर्वी हिन्दी का विकास अर्धमागधी अपभ्रंश से हुआ है। इसके अंतर्गत तीन प्रमुख बोलियाँ आती हैं: अवधी, बघेली और छत्तीसगढ़ी (ABC)।

31. आदिकाल की कौन सी रचना शृंगार रस प्रधान है?

  • (क) परमाल रासो
  • (ख) हम्मीर रासो
  • (ग) बीसलदेव रासो
  • (घ) पृथ्वीराज रासो

सही उत्तर: (ग) बीसलदेव रासो

व्याख्या: नरपति नाल्ह द्वारा रचित ‘बीसलदेव रासो’ आदिकाल की एक प्रमुख रचना है जिसमें वीर रस के स्थान पर शृंगार रस (विशेषकर विप्रलंभ शृंगार) की प्रधानता है।

32. ‘पुष्टिमार्ग का जहाज’ किस कवि को कहा जाता है?

  • (क) कबीरदास
  • (ख) तुलसीदास
  • (ग) नंददास
  • (घ) सूरदास

सही उत्तर: (घ) सूरदास

व्याख्या: वल्लभाचार्य द्वारा प्रवर्तित पुष्टिमार्ग के सर्वश्रेष्ठ कवि सूरदास थे। उनकी मृत्यु पर गोस्वामी विट्ठलनाथ ने कहा था, “पुष्टिमार्ग को जहाज जात है, सो जाको कछु लेनो होय सो लेउ।”

33. ‘भारत-भारती’ के रचनाकार कौन हैं?

  • (क) मैथिलीशरण गुप्त
  • (ख) रामधारी सिंह ‘दिनकर’
  • (ग) माखनलाल चतुर्वेदी
  • (घ) सियारामशरण गुप्त

सही उत्तर: (क) मैथिलीशरण गुप्त

व्याख्या: ‘भारत-भारती’ (1912) द्विवेदी युग के प्रमुख कवि मैथिलीशरण गुप्त की प्रसिद्ध रचना है। इस रचना ने स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान राष्ट्रप्रेम की भावना जगाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसके कारण महात्मा गांधी ने उन्हें ‘राष्ट्रकवि’ की उपाधि दी।

34. ‘अंधा युग’ गीतिनाट्य के लेखक कौन हैं?

  • (क) मोहन राकेश
  • (ख) जगदीश चंद्र माथुर
  • (ग) धर्मवीर भारती
  • (घ) लक्ष्मीनारायण लाल

सही उत्तर: (ग) धर्मवीर भारती

व्याख्या: ‘अंधा युग’ (1954) धर्मवीर भारती द्वारा रचित एक प्रसिद्ध गीतिनाट्य है। यह महाभारत युद्ध के अंतिम दिन की कथा पर आधारित है और युद्ध की विभीषिका तथा उसके बाद की निराशा को दर्शाता है।

35. संविधान की आठवीं अनुसूची में कुल कितनी भाषाएँ शामिल हैं?

  • (क) 18
  • (ख) 20
  • (ग) 22
  • (घ) 24

सही उत्तर: (ग) 22

व्याख्या: भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में वर्तमान में 22 भारतीय भाषाओं को मान्यता दी गई है। मूल संविधान में 14 भाषाएँ थीं, बाद में संशोधनों द्वारा अन्य भाषाओं को जोड़ा गया।

36. आदिकालीन समाज मुख्यतः कैसा था?

  • (क) पूर्णतः शांतिपूर्ण और व्यापार आधारित
  • (ख) युद्ध और अशांति से ग्रस्त, सामंती व्यवस्था वाला
  • (ग) भक्ति और आध्यात्मिकता से ओतप्रोत
  • (घ) औद्योगिक और नगरीय सभ्यता वाला

सही उत्तर: (ख) युद्ध और अशांति से ग्रस्त, सामंती व्यवस्था वाला

व्याख्या: आदिकाल का सामाजिक परिप्रेक्ष्य युद्ध, अशांति और अस्थिरता से भरा था। समाज छोटे-छोटे राज्यों (सामंती ठिकानों) में बंटा था जो आपस में लड़ते रहते थे। इसी कारण इस युग के साहित्य में वीर रस की प्रधानता है।

37. भक्तिकाल के उदय का प्रमुख सामाजिक-सांस्कृतिक कारण क्या था?

  • (क) राजाओं का आश्रय मिलना
  • (ख) विदेशी व्यापार में वृद्धि
  • (ग) मुस्लिम शासन की स्थापना और हिन्दू समाज की पराजित मनोवृत्ति
  • (घ) वैज्ञानिक अविष्कारों का प्रभाव

सही उत्तर: (ग) मुस्लिम शासन की स्थापना और हिन्दू समाज की पराजित मनोवृत्ति

व्याख्या: आचार्य शुक्ल के अनुसार, देश में मुस्लिम शासन स्थापित होने के बाद जब हिन्दू जाति हर तरफ से निराश और पराजित हो गई, तो उसके पास ईश्वर की शरण में जाने के अलावा और कोई मार्ग नहीं बचा। इसी पराजित मनोवृत्ति ने भक्ति आंदोलन को जन्म दिया। हालाँकि हजारी प्रसाद द्विवेदी इसे भारतीय चिंतनधारा का स्वाभाविक विकास मानते हैं।

38. रीतिकाल का दरबारी संस्कृति से क्या संबंध था?

  • (क) रीतिकाल के कवि दरबारों से दूर रहते थे
  • (ख) रीतिकाल के कवि दरबारों का विरोध करते थे
  • (ग) रीतिकाल के अधिकांश कवि राजाओं के दरबारी थे और उन्हें प्रसन्न करने के लिए लिखते थे
  • (घ) रीतिकाल में दरबारी संस्कृति का पतन हो गया था

सही उत्तर: (ग) रीतिकाल के अधिकांश कवि राजाओं के दरबारी थे और उन्हें प्रसन्न करने के लिए लिखते थे

व्याख्या: रीतिकाल का साहित्य मुख्यतः दरबारी संस्कृति की उपज था। कवि अपने आश्रयदाता राजाओं और सामंतों का मनोरंजन करने और पुरस्कार पाने के लिए श्रृंगारिक और चमत्कारपूर्ण कविताएँ लिखते थे। इसी कारण इसे ‘कला काल’ या ‘श्रृंगार काल’ भी कहा गया।

39. आधुनिक काल में गद्य के विकास का प्रमुख कारण क्या था?

  • (क) कवियों की रुचि में परिवर्तन
  • (ख) अंग्रेजों का आगमन, प्रेस की स्थापना और शिक्षा का प्रसार
  • (ग) संस्कृत का प्रभाव कम होना
  • (घ) मुगलों का संरक्षण

सही उत्तर: (ख) अंग्रेजों का आगमन, प्रेस की स्थापना और शिक्षा का प्रसार

व्याख्या: आधुनिक काल में सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक परिवर्तनों को व्यक्त करने के लिए गद्य एक सशक्त माध्यम बना। अंग्रेजों के आने से, छापेखाने (प्रेस) की स्थापना, पत्र-पत्रिकाओं के प्रकाशन और आधुनिक शिक्षा के प्रसार ने हिन्दी गद्य के विकास में अभूतपूर्व योगदान दिया।

40. ‘रानी केतकी की कहानी’ के लेखक कौन हैं?

  • (क) लल्लू लाल
  • (ख) सदल मिश्र
  • (ग) इंशा अल्ला खाँ
  • (घ) सदासुख लाल

सही उत्तर: (ग) इंशा अल्ला खाँ

व्याख्या: ‘रानी केतकी की कहानी’ या ‘उदयभान चरित’ की रचना इंशा अल्ला खाँ ने की थी। यह हिन्दी गद्य के प्रारंभिक विकास की एक महत्वपूर्ण कड़ी है।

41. ‘ढाई आखर प्रेम का, पढ़े सो पंडित होय’ – यह पंक्ति किसकी है?

  • (क) सूरदास
  • (ख) तुलसीदास
  • (ग) रहीम
  • (घ) कबीरदास

सही उत्तर: (घ) कबीरदास

व्याख्या: यह प्रसिद्ध दोहा संत कबीरदास का है। पूरी पंक्ति है: “पोथी पढ़ि पढ़ि जग मुआ, पंडित भया न कोय। ढाई आखर प्रेम का, पढ़े सो पंडित होय।” इसमें किताबी ज्ञान की अपेक्षा प्रेम और अनुभव को महत्व दिया गया है।

42. वीर रस के कवि भूषण किस काल के कवि हैं?

  • (क) आदिकाल
  • (ख) भक्तिकाल
  • (ग) रीतिकाल
  • (घ) आधुनिक काल

सही उत्तर: (ग) रीतिकाल

व्याख्या: महाकवि भूषण रीतिकाल के एकमात्र ऐसे कवि हैं जिन्होंने श्रृंगार की परंपरा से हटकर वीर रस में रचनाएँ कीं। उन्होंने छत्रपति शिवाजी और छत्रसाल की वीरता का ओजस्वी वर्णन किया है।

43. ‘कामायनी’ में कुल कितने सर्ग (अध्याय) हैं?

  • (क) 10
  • (ख) 12
  • (ग) 15
  • (घ) 17

सही उत्तर: (ग) 15

व्याख्या: जयशंकर प्रसाद के महाकाव्य ‘कामायनी’ में कुल 15 सर्ग हैं। पहला सर्ग ‘चिंता’ है और अंतिम सर्ग ‘आनंद’ है।

44. मैथिली किस हिन्दी उपभाषा की बोली है?

  • (क) बिहारी
  • (ख) पूर्वी हिन्दी
  • (ग) पश्चिमी हिन्दी
  • (घ) राजस्थानी

सही उत्तर: (क) बिहारी

व्याख्या: बिहारी हिन्दी का विकास मागधी अपभ्रंश से हुआ है। इसके अंतर्गत तीन प्रमुख बोलियाँ आती हैं: भोजपुरी, मगही और मैथिली। मैथिली आठवीं अनुसूची में भी शामिल एक स्वतंत्र भाषा है।

45. ‘आल्ह-खंड’ का दूसरा नाम क्या है?

  • (क) पृथ्वीराज रासो
  • (ख) परमाल रासो
  • (ग) खुमान रासो
  • (घ) बीसलदेव रासो

सही उत्तर: (ख) परमाल रासो

व्याख्या: जगनिक द्वारा रचित ‘परमाल रासो’ को ही ‘आल्ह-खंड’ के नाम से जाना जाता है। इसमें महोबा के वीर आल्हा और ऊदल की वीरता की गाथा है। यह लोकगायन परंपरा में आज भी जीवित है।

46. ‘रमैनी’, ‘सबद’ और ‘साखी’ किसके भाग हैं?

  • (क) पद्मावत
  • (ख) बीजक
  • (ग) रामचरितमानस
  • (घ) सूरसागर

सही उत्तर: (ख) बीजक

व्याख्या: कबीर की वाणियों का संग्रह उनके शिष्य धर्मदास ने ‘बीजक’ नाम से किया था। इसके तीन भाग हैं – साखी, सबद और रमैनी।

47. ‘कविप्रिया’ और ‘रसिकप्रिया’ ग्रंथों के रचयिता कौन हैं?

  • (क) चिंतामणि
  • (ख) मतिराम
  • (ग) देव
  • (घ) केशवदास

सही उत्तर: (घ) केशवदास

व्याख्या: ‘कविप्रिया’ और ‘रसिकप्रिया’ रीतिकाल के प्रवर्तक आचार्य केशवदास के प्रसिद्ध रीतिग्रंथ हैं। इनमें काव्य के विभिन्न अंगों (रस, अलंकार आदि) का विवेचन किया गया है।

48. ‘प्रकृति का सुकुमार कवि’ किसे कहा जाता है?

  • (क) जयशंकर प्रसाद
  • (ख) सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’
  • (ख) सुमित्रानंदन पंत
  • (घ) रामधारी सिंह ‘दिनकर’

सही उत्तर: (ख) सुमित्रानंदन पंत

व्याख्या: छायावादी कवि सुमित्रानंदन पंत को उनकी रचनाओं में प्रकृति के कोमल और मनोरम चित्रण के कारण ‘प्रकृति का सुकुमार कवि’ कहा जाता है। ‘पल्लव’, ‘गुंजन’, ‘वीणा’ उनकी प्रमुख कृतियाँ हैं।

49. देवनागरी लिपि का विकास किस लिपि से हुआ है?

  • (क) खरोष्ठी लिपि
  • (ख) ब्राह्मी लिपि
  • (ग) शारदा लिपि
  • (घ) कुटिल लिपि

सही उत्तर: (ख) ब्राह्मी लिपि

व्याख्या: देवनागरी लिपि सहित भारत की अधिकांश लिपियों का विकास प्राचीन ब्राह्मी लिपि से हुआ है। इसका विकास क्रम है: ब्राह्मी > गुप्त लिपि > कुटिल लिपि > नागरी > देवनागरी।

50. ‘कलम का सिपाही’ किसकी जीवनी है?

  • (क) प्रेमचंद की
  • (ख) निराला की
  • (ग) प्रसाद की
  • (घ) दिनकर की

सही उत्तर: (क) प्रेमचंद की

व्याख्या: ‘कलम का सिपाही’ मुंशी प्रेमचंद की जीवनी है, जिसे उनके पुत्र अमृतराय ने लिखा था। इसे साहित्य अकादमी पुरस्कार भी मिला था।

51. ‘अपभ्रंश’ का वाल्मीकि किसे कहा जाता है?

  • (क) पुष्पदंत
  • (ख) धनपाल
  • (ग) स्वयंभू
  • (घ) हेमचंद्र

सही उत्तर: (ग) स्वयंभू

व्याख्या: अपभ्रंश के महाकवि स्वयंभू को ‘अपभ्रंश का वाल्मीकि’ कहा जाता है। उन्होंने ‘पउमचरिउ’ नामक महाकाव्य की रचना की, जो रामकथा पर आधारित है।

52. ‘विनय पत्रिका’ की भाषा क्या है?

  • (क) अवधी
  • (ख) ब्रजभाषा
  • (ग) खड़ी बोली
  • (घ) मैथिली

सही उत्तर: (ख) ब्रजभाषा

व्याख्या: गोस्वामी तुलसीदास ने ‘रामचरितमानस’ अवधी में लिखी, परन्तु उनकी कृति ‘विनय पत्रिका’, जिसमें वे विनय के पद गाते हैं, ब्रजभाषा में रचित है।

53. रीतिकाल के किस कवि ने ‘गागर में सागर’ भरने का काम किया है?

  • (क) केशवदास
  • (ख) बिहारी
  • (ग) घनानंद
  • (घ) भूषण

सही उत्तर: (ख) बिहारी

व्याख्या: बिहारी ने अपने छोटे-छोटे दोहों में बहुत गहरे और विस्तृत भाव भर दिए हैं। उनकी इसी क्षमता के कारण कहा जाता है कि उन्होंने ‘गागर में सागर’ भर दिया है।

54. ‘जूही की कली’ कविता के कवि कौन हैं?

  • (क) जयशंकर प्रसाद
  • (ख) सुमित्रानंदन पंत
  • (ग) सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’
  • (घ) महादेवी वर्मा

सही उत्तर: (ग) सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’

व्याख्या: ‘जूही की कली’ (1916) निराला की प्रसिद्ध कविता है और इसे हिन्दी में मुक्त छंद की पहली कविता माना जाता है। महावीर प्रसाद द्विवेदी ने इसे ‘सरस्वती’ में छापने से मना कर दिया था।

55. अमीर खुसरो किस लिए प्रसिद्ध हैं?

  • (क) रामकथा लिखने के लिए
  • (ख) पहेलियाँ, मुकरियाँ और खड़ी बोली के प्रयोग के लिए
  • (ग) वीरगाथात्मक काव्य के लिए
  • (घ) कृष्ण भक्ति के पदों के लिए

सही उत्तर: (ख) पहेलियाँ, मुकरियाँ और खड़ी बोली के प्रयोग के लिए

व्याख्या: आदिकाल के कवि अमीर खुसरो को ‘हिन्दवी’ (खड़ी बोली) का प्रथम प्रयोगकर्ता माना जाता है। वे अपनी पहेलियों, मुकरियों, दो-सुखनों और मनोरंजन प्रधान साहित्य के लिए विख्यात हैं।

56. ‘साकेत’ महाकाव्य का मुख्य पात्र कौन है?

  • (क) राम
  • (ख) सीता
  • (ग) लक्ष्मण
  • (घ) उर्मिला

सही उत्तर: (घ) उर्मिला

व्याख्या: मैथिलीशरण गुप्त द्वारा रचित ‘साकेत’ महाकाव्य में रामकथा को आधुनिक परिप्रेक्ष्य में प्रस्तुत किया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य उपेक्षित नारी पात्र ‘उर्मिला’ (लक्ष्मण की पत्नी) के विरह और त्याग को महिमामंडित करना था।

57. ‘नई कविता’ पत्रिका का प्रकाशन कहाँ से आरंभ हुआ?

  • (क) दिल्ली
  • (ख) कलकत्ता
  • (ग) इलाहाबाद (प्रयागराज)
  • (घ) वाराणसी

सही उत्तर: (ग) इलाहाबाद (प्रयागराज)

व्याख्या: ‘नई कविता’ पत्रिका का प्रकाशन 1954 में इलाहाबाद (अब प्रयागराज) से आरंभ हुआ। इसके संपादक जगदीश गुप्त, रामस्वरूप चतुर्वेदी और विजयदेवनारायण साही थे। इसी पत्रिका के नाम पर ‘नई कविता’ आंदोलन का नामकरण हुआ।

58. हिन्दी की ‘आदि जननी’ भाषा कौन सी है?

  • (क) पालि
  • (ख) प्राकृत
  • (ग) अपभ्रंश
  • (घ) संस्कृत

सही उत्तर: (घ) संस्कृत

व्याख्या: हिन्दी सहित भारत की अधिकांश आर्य भाषाओं की आदि जननी (मूल स्रोत) संस्कृत है। विकास क्रम इस प्रकार है: संस्कृत > पालि > प्राकृत > अपभ्रंश > अवहट्ट > प्राचीन/प्रारंभिक हिन्दी।

59. ‘संस्कृति के चार अध्याय’ के लेखक कौन हैं?

  • (क) रामधारी सिंह ‘दिनकर’
  • (ख) हजारी प्रसाद द्विवेदी
  • (ग) आचार्य रामचंद्र शुक्ल
  • (घ) डॉ. नगेंद्र

सही उत्तर: (क) रामधारी सिंह ‘दिनकर’

व्याख्या: ‘संस्कृति के चार अध्याय’ राष्ट्रकवि रामधारी सिंह ‘दिनकर’ की एक प्रसिद्ध गद्य कृति है, जिसमें भारतीय संस्कृति के विकास का विश्लेषण किया गया है। इस कृति के लिए उन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार मिला था।

60. ‘कबीर’ वाणी के डिक्टेटर थे।’ – यह कथन किसका है?

  • (क) आचार्य रामचंद्र शुक्ल
  • (ख) आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी
  • (ग) डॉ. रामकुमार वर्मा
  • (घ) श्यामसुंदर दास

सही उत्तर: (ख) आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी

व्याख्या: आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी ने कबीर की भाषा पर जबरदस्त अधिकार को देखते हुए उन्हें ‘वाणी का डिक्टेटर’ (भाषा का तानाशाह) कहा है। उनका मानना था कि भाषा कबीर के सामने लाचार नजर आती है।

61. रीतिकाल की समय-सीमा सामान्यतः क्या मानी जाती है?

  • (क) संवत् 1050-1375
  • (ख) संवत् 1375-1700
  • (ग) संवत् 1700-1900
  • (घ) संवत् 1900 से अब तक

सही उत्तर: (ग) संवत् 1700-1900

व्याख्या: आचार्य रामचंद्र शुक्ल के काल-विभाजन के अनुसार, विक्रम संवत् 1700 से 1900 (लगभग 1643 ई. से 1843 ई.) तक के काल को रीतिकाल माना जाता है।

62. ‘सूरसागर’ किस पर आधारित है?

  • (क) महाभारत
  • (ख) रामायण
  • (ग) श्रीमद्भागवत पुराण
  • (घ) गीतगोविंद

सही उत्तर: (ग) श्रीमद्भागवत पुराण

व्याख्या: सूरदास की अमर कृति ‘सूरसागर’ का मुख्य उपजीव्य (आधार ग्रंथ) श्रीमद्भागवत पुराण का दशम स्कंध है। सूरदास ने भागवत की कथा को आधार बनाकर कृष्ण की बाल लीलाओं और गोपियों के विरह का अद्भुत वर्णन किया है।

63. खड़ी बोली का दूसरा नाम क्या है?

  • (क) बाँगरू
  • (ख) कौरवी
  • (ग) कन्नौजी
  • (घ) बुंदेली

सही उत्तर: (ख) कौरवी

व्याख्या: भाषा वैज्ञानिक राहुल सांकृत्यायन ने खड़ी बोली को ‘कौरवी’ नाम दिया, क्योंकि इसका मुख्य क्षेत्र प्राचीन कुरु जनपद (मेरठ-दिल्ली के आसपास) था।

64. ‘आवारा मसीहा’ किस साहित्यकार की जीवनी है?

  • (क) बंकिमचंद्र चटर्जी
  • (ख) शरतचंद्र चट्टोपाध्याय
  • (ग) रवीन्द्रनाथ टैगोर
  • (घ) प्रेमचंद

सही उत्तर: (ख) शरतचंद्र चट्टोपाध्याय

व्याख्या: ‘आवारा मसीहा’ प्रसिद्ध बांग्ला उपन्यासकार शरतचंद्र चट्टोपाध्याय की जीवनी है, जिसे विष्णु प्रभाकर ने लिखा है। इसे लिखने में 14 वर्ष लगे थे।

65. ‘मैला आँचल’ किस प्रकार का उपन्यास है?

  • (क) ऐतिहासिक
  • (ख) मनोवैज्ञानिक
  • (ग) आंचलिक
  • (घ) जासूसी

सही उत्तर: (ग) आंचलिक

व्याख्या: फणीश्वरनाथ ‘रेणु’ का उपन्यास ‘मैला आँचल’ (1954) हिन्दी का पहला और सर्वश्रेष्ठ आंचलिक उपन्यास माना जाता है। इसमें बिहार के पूर्णिया जिले के मेरीगंज गाँव के जीवन का यथार्थ चित्रण है।

66. सिद्धों की संख्या कितनी मानी गई है?

  • (क) 9
  • (ख) 12
  • (ग) 48
  • (घ) 84

सही उत्तर: (घ) 84

व्याख्या: आदिकाल में बौद्ध धर्म की वज्रयान शाखा के अनुयायी सिद्ध कहलाए। परम्परा के अनुसार इनकी संख्या 84 मानी जाती है। सरहपा, शबरपा, लुइपा आदि प्रमुख सिद्ध थे।

67. तुलसीदास के गुरु का क्या नाम था?

  • (क) वल्लभाचार्य
  • (ख) रामानंद
  • (ग) नरहर्यानंद (नरहरिदास)
  • (घ) विट्ठलनाथ

सही उत्तर: (ग) नरहर्यानंद (नरहरिदास)

व्याख्या: गोस्वामी तुलसीदास के दीक्षा गुरु का नाम नरहर्यानंद (जिन्हें नरहरिदास भी कहा जाता है) था। उन्होंने ही तुलसीदास को रामकथा सुनाई थी।

68. ‘भाषा योग वाशिष्ठ’ के रचनाकार कौन हैं?

  • (क) रामप्रसाद निरंजनी
  • (ख) सदल मिश्र
  • (ग) लल्लू लाल
  • (घ) इंशा अल्ला खाँ

सही उत्तर: (क) रामप्रसाद निरंजनी

व्याख्या: ‘भाषा योग वाशिष्ठ’ (1741) को आचार्य शुक्ल ने खड़ी बोली गद्य की पहली परिमार्जित रचना माना है। इसके लेखक रामप्रसाद निरंजनी थे।

69. ‘उर्वशी’ के लिए ज्ञानपीठ पुरस्कार किसे मिला था?

  • (क) सुमित्रानंदन पंत
  • (ख) रामधारी सिंह ‘दिनकर’
  • (ग) अज्ञेय
  • (घ) महादेवी वर्मा

सही उत्तर: (ख) रामधारी सिंह ‘दिनकर’

व्याख्या: रामधारी सिंह ‘दिनकर’ को उनके काव्य-नाटक ‘उर्वशी’ के लिए वर्ष 1972 में भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

70. अनुच्छेद 351 का संबंध किससे है?

  • (क) हिन्दी को राजभाषा घोषित करने से
  • (ख) आठवीं अनुसूची से
  • (ग) हिन्दी भाषा के विकास के लिए निर्देश से
  • (घ) उच्चतम न्यायालय की भाषा से

सही उत्तर: (ग) हिन्दी भाषा के विकास के लिए निर्देश से

व्याख्या: भारतीय संविधान का अनुच्छेद 351 संघ (केंद्र सरकार) को यह कर्तव्य सौंपता है कि वह हिन्दी भाषा का प्रसार बढ़ाए, उसका विकास करे ताकि वह भारत की सामासिक संस्कृति के सभी तत्वों की अभिव्यक्ति का माध्यम बन सके।

71. ‘नागरी प्रचारिणी सभा’ की स्थापना कहाँ हुई थी?

  • (क) प्रयाग (इलाहाबाद)
  • (ख) काशी (वाराणसी)
  • (ग) लखनऊ
  • (घ) कलकत्ता

सही उत्तर: (ख) काशी (वाराणसी)

व्याख्या: हिन्दी भाषा और देवनागरी लिपि के प्रचार-प्रसार के लिए 1893 में काशी (वाराणसी) में ‘नागरी प्रचारिणी सभा’ की स्थापना हुई थी। इसके संस्थापकों में श्यामसुंदर दास, रामनारायण मिश्र और शिवकुमार सिंह प्रमुख थे।

72. ‘कछुआ धरम’ और ‘मारेसि मोहिं कुठाऊं’ निबंधों के लेखक कौन हैं?

  • (क) बालकृष्ण भट्ट
  • (ख) प्रताप नारायण मिश्र
  • (ग) चंद्रधर शर्मा ‘गुलेरी’
  • (घ) आचार्य रामचंद्र शुक्ल

सही उत्तर: (ग) चंद्रधर शर्मा ‘गुलेरी’

व्याख्या: ‘कछुआ धरम’ और ‘मारेसि मोहिं कुठाऊं’ जैसे प्रसिद्ध निबंधों के लेखक चंद्रधर शर्मा ‘गुलेरी’ हैं। वे ‘उसने कहा था’ कहानी के लिए भी विख्यात हैं।

73. इनमें से कौन सी रचना महादेवी वर्मा की नहीं है?

  • (क) नीहार
  • (ख) रश्मि
  • (ग) दीपशिखा
  • (घ) पल्लव

सही उत्तर: (घ) पल्लव

व्याख्या: ‘नीहार’, ‘रश्मि’, ‘नीरजा’, ‘सांध्यगीत’ और ‘दीपशिखा’ महादेवी वर्मा के प्रमुख काव्य संग्रह हैं। ‘पल्लव’ सुमित्रानंदन पंत की रचना है।

74. “राम की शक्ति पूजा” किसकी लंबी कविता है?

  • (क) जयशंकर प्रसाद
  • (ख) निराला
  • (ग) पंत
  • (घ) दिनकर

सही उत्तर: (ख) निराला

व्याख्या: “राम की शक्ति पूजा” (1936) सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ की एक प्रसिद्ध और लंबी कविता है। यह कृतिवास रामायण पर आधारित है और इसमें राम के द्वंद्व और संघर्ष का मार्मिक चित्रण है।

75. ‘प्रेमचंद घर में’ जीवनी किसने लिखी?

  • (क) अमृतराय
  • (ख) मदन गोपाल
  • (ग) शिवरानी देवी
  • (घ) रामविलास शर्मा

सही उत्तर: (ग) शिवरानी देवी

व्याख्या: ‘प्रेमचंद घर में’ प्रेमचंद की पत्नी शिवरानी देवी द्वारा लिखी गई उनकी जीवनी है। यह प्रेमचंद के घरेलू और व्यक्तिगत जीवन पर प्रकाश डालती है।

76. आदिकाल को ‘सिद्ध-सामंत काल’ किसने कहा?

  • (क) डॉ. रामकुमार वर्मा
  • (ख) आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी
  • (ग) राहुल सांकृत्यायन
  • (घ) महावीर प्रसाद द्विवेदी

सही उत्तर: (ग) राहुल सांकृत्यायन

व्याख्या: महापंडित राहुल सांकृत्यायन ने आदिकाल की दो प्रमुख प्रवृत्तियों – सिद्धों की धार्मिक रचनाएँ और सामंतों की वीरगाथाओं – के आधार पर इसे ‘सिद्ध-सामंत काल’ नाम दिया।

77. ‘द्वैताद्वैतवाद’ के प्रवर्तक आचार्य कौन थे?

  • (क) रामानुजाचार्य
  • (ख) मध्वाचार्य
  • (ग) निम्बार्काचार्य
  • (घ) वल्लभाचार्य

सही उत्तर: (ग) निम्बार्काचार्य

व्याख्या: ‘द्वैताद्वैतवाद’ (या भेदाभेदवाद) नामक दार्शनिक मत के प्रवर्तक निम्बार्काचार्य थे। उनका संप्रदाय ‘सनकादि संप्रदाय’ कहलाता है।

78. इनमें से कौन सा नाटक भारतेंदु हरिश्चंद्र का नहीं है?

  • (क) भारत दुर्दशा
  • (ख) अंधेर नगरी
  • (ग) संयोगिता स्वयंवर
  • (घ) वैदिकी हिंसा हिंसा न भवति

सही उत्तर: (ग) संयोगिता स्वयंवर

व्याख्या: ‘भारत दुर्दशा’, ‘अंधेर नगरी’ और ‘वैदिकी हिंसा हिंसा न भवति’ भारतेंदु के प्रसिद्ध नाटक हैं। ‘संयोगिता स्वयंवर’ नाटक लाला श्रीनिवास दास का है।

79. ‘कितनी नावों में कितनी बार’ काव्य संग्रह के लिए किसे ज्ञानपीठ पुरस्कार मिला?

  • (क) धर्मवीर भारती
  • (ख) मुक्तिबोध
  • (ग) अज्ञेय
  • (घ) निर्मल वर्मा

सही उत्तर: (ग) अज्ञेय

व्याख्या: सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन ‘अज्ञेय’ को उनके काव्य संग्रह ‘कितनी नावों में कितनी बार’ के लिए वर्ष 1978 में भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार प्रदान किया गया।

80. ‘हिंदी प्रदीप’ पत्रिका के संपादक कौन थे?

  • (क) भारतेंदु हरिश्चंद्र
  • (ख) बालकृष्ण भट्ट
  • (ग) प्रताप नारायण मिश्र
  • (घ) बदरीनारायण चौधरी ‘प्रेमघन’

सही उत्तर: (ख) बालकृष्ण भट्ट

व्याख्या: ‘हिंदी प्रदीप’ भारतेंदु युग की एक प्रमुख पत्रिका थी, जिसका संपादन बालकृष्ण भट्ट करते थे। इसका प्रकाशन 1877 में प्रयाग से आरंभ हुआ।

81. “अमी हलाहल मद भरे, सेत स्याम रतनार” – यह प्रसिद्ध दोहा किसका है?

  • (क) बिहारी
  • (ख) देव
  • (ग) रसलीन
  • (घ) मतिराम

सही उत्तर: (ग) रसलीन

व्याख्या: यह प्रसिद्ध दोहा रीतिकाल के कवि रसलीन का है। पूरी पंक्ति है: “अमी हलाहल मद भरे, सेत स्याम रतनार। जियत मरत झुकि झुकि परत, जेहि चितवत इक बार॥” यह उनके ग्रंथ ‘अंग दर्पण’ से है।

82. नाथ पंथ के प्रवर्तक कौन माने जाते हैं?

  • (क) मत्स्येन्द्रनाथ
  • (ख) गोरखनाथ
  • (ग) जालंधरनाथ
  • (घ) चर्पटनाथ

सही उत्तर: (ख) गोरखनाथ

व्याख्या: यद्यपि मत्स्येन्द्रनाथ (मछंदरनाथ) गोरखनाथ के गुरु थे, लेकिन नाथ पंथ को सुव्यवस्थित करने और उसका व्यापक प्रचार-प्रसार करने का श्रेय गोरखनाथ को ही दिया जाता है। इसलिए वे ही नाथ पंथ के प्रवर्तक माने जाते हैं।

83. भक्तिकालीन सामाजिक-सांस्कृतिक परिप्रेक्ष्य में किस बात पर बल दिया गया?

  • (क) जातीय भेदभाव और ऊंच-नीच
  • (ख) कर्मकांड और बाह्याडंबर
  • (ग) मानवीय समानता, प्रेम और भक्ति
  • (घ) राजाओं की प्रशंसा

सही उत्तर: (ग) मानवीय समानता, प्रेम और भक्ति

व्याख्या: भक्तिकाल के संतों और कवियों ने तत्कालीन समाज में व्याप्त जाति-पाति, ऊंच-नीच और धार्मिक आडंबरों का खंडन किया और ईश्वर की भक्ति के सामने सभी मनुष्यों की समानता पर बल दिया। प्रेम को ईश्वर प्राप्ति का मार्ग बताया।

84. ‘तोड़ती पत्थर’ कविता का संबंध किस काव्यधारा से है?

  • (क) छायावाद
  • (ख) प्रयोगवाद
  • (ग) प्रगतिवाद
  • (घ) नई कविता

सही उत्तर: (ग) प्रगतिवाद

व्याख्या: निराला की कविता ‘वह तोड़ती पत्थर’ में इलाहाबाद के पथ पर पत्थर तोड़ती एक मजदूरिन का यथार्थ चित्रण है। यह शोषित वर्ग के प्रति सहानुभूति का एक उत्कृष्ट उदाहरण है, इसलिए इसे प्रगतिवादी कविता माना जाता है।

85. ‘शब्दानुशासन’ के लेखक कौन हैं?

  • (क) पाणिनि
  • (ख) पतंजलि
  • (ग) हेमचंद्र
  • (घ) वररुचि

सही उत्तर: (ग) हेमचंद्र

व्याख्या: ‘सिद्ध-हेम-शब्दानुशासन’ आचार्य हेमचंद्र द्वारा रचित एक प्रसिद्ध व्याकरण ग्रंथ है। इसमें संस्कृत, प्राकृत और अपभ्रंश तीनों भाषाओं का समावेश है, इसलिए इसे ‘त्रिभाषी व्याकरण’ भी कहते हैं।

86. ‘प्रेमसागर’ के लेखक कौन हैं?

  • (क) लल्लू लाल
  • (ख) सदल मिश्र
  • (ग) इंशा अल्ला खाँ
  • (घ) सदासुख लाल

सही उत्तर: (क) लल्लू लाल

व्याख्या: फोर्ट विलियम कॉलेज से संबद्ध लल्लू लाल ने खड़ी बोली गद्य में ‘प्रेमसागर’ की रचना की। इस पर ब्रजभाषा का प्रभाव स्पष्ट दिखाई देता है।

87. “अंधेरे में” कविता किसकी है?

  • (क) अज्ञेय
  • (ख) नागार्जुन
  • (ग) गजानन माधव ‘मुक्तिबोध’
  • (घ) शमशेर बहादुर सिंह

सही उत्तर: (ग) गजानन माधव ‘मुक्तिबोध’

व्याख्या: “अंधेरे में” मुक्तिबोध की एक बहुत लंबी और प्रसिद्ध कविता है। यह आधुनिक जीवन की जटिलता, आत्मसंघर्ष और सामाजिक विसंगतियों का एक शक्तिशाली दस्तावेज़ है।

88. खड़ी बोली के विकास में किसका योगदान नहीं रहा है?

  • (क) फोर्ट विलियम कॉलेज
  • (ख) आर्य समाज
  • (ग) भारतेंदु मंडल
  • (घ) नाथ पंथ

सही उत्तर: (घ) नाथ पंथ

व्याख्या: फोर्ट विलियम कॉलेज, आर्य समाज (स्वामी दयानंद सरस्वती ने सत्यार्थ प्रकाश खड़ी बोली में लिखा) और भारतेंदु मंडल ने 19वीं सदी में खड़ी बोली गद्य के विकास और मानकीकरण में महत्वपूर्ण योगदान दिया। नाथ पंथ का साहित्य पुरानी हिन्दी (सधुक्कड़ी भाषा) में है, न कि आधुनिक खड़ी बोली में।

89. ‘चिंतामणि’ किस विधा की रचना है?

  • (क) कहानी संग्रह
  • (ख) काव्य संग्रह
  • (ग) उपन्यास
  • (घ) निबंध संग्रह

सही उत्तर: (घ) निबंध संग्रह

व्याख्या: ‘चिंतामणि’ आचार्य रामचंद्र शुक्ल के मनोवैज्ञानिक और समीक्षात्मक निबंधों का संग्रह है। यह चार भागों में प्रकाशित है और हिन्दी निबंध साहित्य की अमूल्य निधि है।

90. “कवि-कुल-कल्पतरु” के रचनाकार कौन हैं?

  • (क) केशवदास
  • (ख) चिंतामणि
  • (ग) मतिराम
  • (घ) भूषण

सही उत्तर: (ख) चिंतामणि

व्याख्या: आचार्य रामचंद्र शुक्ल, चिंतामणि त्रिपाठी को रीतिकाल का प्रवर्तक मानते हैं। “कवि-कुल-कल्पतरु” उनका प्रसिद्ध रीतिग्रंथ है जिसमें काव्य के सभी अंगों का विवेचन है।

91. पश्चिमी हिन्दी का विकास किस अपभ्रंश से हुआ है?

  • (क) मागधी
  • (ख) अर्धमागधी
  • (ग) शौरसेनी
  • (घ) ब्राचड़

सही उत्तर: (ग) शौरसेनी

व्याख्या: पश्चिमी हिन्दी उपभाषा वर्ग का विकास शौरसेनी अपभ्रंश से हुआ है। इसके अंतर्गत खड़ी बोली, ब्रजभाषा, कन्नौजी, बुंदेली और हरियाणवी बोलियाँ आती हैं।

92. ‘मृगावती’ के रचयिता कौन हैं?

  • (क) जायसी
  • (ख) मंझन
  • (ग) कुतुबन
  • (घ) उस्मान

सही उत्तर: (ग) कुतुबन

व्याख्या: ‘मृगावती’ (1503 ई.) सूफी प्रेमाख्यानक काव्य परंपरा की एक महत्वपूर्ण रचना है, जिसके लेखक कुतुबन थे। आचार्य शुक्ल इसे सूफी काव्य की पहली रचना मानते हैं।

93. इनमें से कौन द्विवेदी युग का कवि नहीं है?

  • (क) अयोध्यासिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’
  • (ख) मैथिलीशरण गुप्त
  • (ग) रामनरेश त्रिपाठी
  • (घ) जयशंकर प्रसाद

सही उत्तर: (घ) जयशंकर प्रसाद

व्याख्या: ‘हरिऔध’, मैथिलीशरण गुप्त और रामनरेश त्रिपाठी द्विवेदी युग के प्रमुख कवि हैं। जयशंकर प्रसाद छायावाद युग के प्रवर्तक कवि माने जाते हैं।

94. किस काल को गद्य काल भी कहा जाता है?

  • (क) आदिकाल
  • (ख) भक्तिकाल
  • (ग) रीतिकाल
  • (घ) आधुनिक काल

सही उत्तर: (घ) आधुनिक काल

व्याख्या: आधुनिक काल में गद्य की विभिन्न विधाओं (उपन्यास, कहानी, नाटक, निबंध आदि) का अभूतपूर्व विकास हुआ और गद्य लेखन पद्य लेखन से अधिक महत्वपूर्ण हो गया। इसी कारण आचार्य शुक्ल ने इसे ‘गद्य काल’ की संज्ञा दी है।

95. “मैं नीर भरी दुख की बदली” – यह पंक्ति किसकी है?

  • (क) सुभद्रा कुमारी चौहान
  • (ख) महादेवी वर्मा
  • (ग) मीराबाई
  • (घ) सहजोबाई

सही उत्तर: (ख) महादेवी वर्मा

व्याख्या: यह प्रसिद्ध पंक्ति छायावादी कवयित्री महादेवी वर्मा की है। यह उनके काव्य में व्याप्त विरह और वेदना की भावना का सुंदर उदाहरण है।

96. ‘नासिकेतोपाख्यान’ के लेखक कौन हैं?

  • (क) लल्लू लाल
  • (ख) सदल मिश्र
  • (ग) इंशा अल्ला खाँ
  • (घ) रामप्रसाद निरंजनी

सही उत्तर: (ख) सदल मिश्र

व्याख्या: ‘नासिकेतोपाख्यान’ या ‘चंद्रावती’ की रचना फोर्ट विलियम कॉलेज में कार्यरत सदल मिश्र ने की थी। यह खड़ी बोली गद्य के आरंभिक ग्रंथों में से एक है।

97. ‘एक भारतीय आत्मा’ किस कवि को कहा जाता है?

  • (क) मैथिलीशरण गुप्त
  • (ख) माखनलाल चतुर्वेदी
  • (ग) बालकृष्ण शर्मा ‘नवीन’
  • (घ) रामधारी सिंह ‘दिनकर’

सही उत्तर: (ख) माखनलाल चतुर्वेदी

व्याख्या: माखनलाल चतुर्वेदी अपनी राष्ट्रीय और ओजस्वी कविताओं के कारण ‘एक भारतीय आत्मा’ के उपनाम से प्रसिद्ध हुए। ‘पुष्प की अभिलाषा’ उनकी अत्यंत लोकप्रिय कविता है।

98. कौन सी बोली बिहारी हिन्दी की नहीं है?

  • (क) भोजपुरी
  • (ख) मगही
  • (ग) बघेली
  • (घ) मैथिली

सही उत्तर: (ग) बघेली

व्याख्या: भोजपुरी, मगही और मैथिली बिहारी हिन्दी की बोलियाँ हैं। बघेली पूर्वी हिन्दी की बोली है (अवधी, बघेली, छत्तीसगढ़ी)।

99. ‘संसद से सड़क तक’ काव्य संग्रह किसका है?

  • (क) नागार्जुन
  • (ख) केदारनाथ अग्रवाल
  • (ग) धूमिल (सुदामा पांडेय)
  • (घ) त्रिलोचन

सही उत्तर: (ग) धूमिल (सुदामा पांडेय)

व्याख्या: ‘संसद से सड़क तक’ साठोत्तरी कविता के प्रमुख कवि सुदामा पांडेय ‘धूमिल’ का प्रसिद्ध काव्य संग्रह है। यह स्वातंत्र्योत्तर भारत की मोहभंग की स्थिति और राजनीतिक भ्रष्टाचार पर एक तीखा व्यंग्य है।

100. ‘ठेले पर हिमालय’ किस विधा की रचना है?

  • (क) कहानी
  • (ख) उपन्यास
  • (ग) यात्रावृत्त
  • (घ) नाटक

सही उत्तर: (ग) यात्रावृत्त

व्याख्या: ‘ठेले पर हिमालय’ धर्मवीर भारती द्वारा रचित एक प्रसिद्ध यात्रावृत्त है, जिसमें उन्होंने कौसानी की अपनी यात्रा और वहाँ से हिमालय के सौंदर्य का वर्णन किया है। यह एक निबंध के रूप में भी प्रसिद्ध है।

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