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समास विग्रह
- रामायण = राम +ायण = राम का ग्रंथ
- महेन्द्र = महा + इन्द्र = महान इन्द्र
- पितृदर्शन = पितृ + दर्शन = पिता का दर्शन
- राजधानी = राज + धानी = राज्य की मुख्य नगरी
- गृहप्रवेश = गृह + प्रवेश = घर में प्रवेश
- विद्यापीठ = विद्या + पीठ = शिक्षा का स्थान
- जलधि = जल + अधि = जल का अधिपति (सागर)
- दिनेश = दिन + ईश = दिन का स्वामी (सूर्य)
- सूर्यकांत = सूर्य + कांत = सूर्य के समान सुंदर
- धनवान = धन + वान = धन से सम्पन्न
- पुष्पगुच्छ = पुष्प + गुच्छ = फूलों का गुच्छा
- राजपुत्र = राज + पुत्र = राजा का पुत्र
- विजयध्वज = विजय + ध्वज = जीत का झंडा
- महाशक्ति = महा + शक्ति = बड़ी शक्ति
- गंगाधर = गंगा + धर = गंगा को धारण करने वाला (शिव)
- भूमिपुत्र = भूमि + पुत्र = देशज, उस भूमि का पुत्र
- शान्तिनिकेतन = शांति + निकेतन = शांति का आवास
- विद्युत्प्रवाह = विद्युत् + प्रवाह = बिजली का प्रवाह
- दूरदर्शन = दूर + दर्शन = दूर से देखने वाला
- द्वारपाल = द्वार + पाल = द्वार का रक्षक
- महाभारत = महा + भारत = बड़ा भारत
- स्वदेश = स्व + देश = अपना देश
- समुद्र = सम् + उद्र = जो जल से भरा हो (सागर)
- पशुपालक = पशु + पालक = पशुओं का पालक
- रत्नाकर = रत्न + अकर = रत्नों का भंडार (समुद्र)
- सिंहासन = सिंह + आसन = सिंह का आसन (राजसिंहासन)
- मित्रगण = मित्र + गण = मित्रों का समूह
- आकाशगंगा = आकाश + गंगा = आकाश में बहने वाली गंगा
- पुण्यभूमि = पुण्य + भूमि = पवित्र भूमि
- आनंदमय = आनंद + मय = आनंद से पूर्ण
- भवनपाल = भवन + पाल = भवन का रक्षक
- तटबंध = तट + बंध = नदी के किनारे की रक्षा
- राजसिंहासन = राज + सिंहासन = राजा का सिंहासन
- दुर्गावली = दुर्गा + अवली = देवी दुर्गा की माला
- स्वाधीनता = स्व + अधीनता = स्वतंत्रता
- विश्वविद्यालय = विश्व + विद्यालय = दुनिया का विद्यालय
- शब्दकोश = शब्द + कोश = शब्दों का भंडार
- अतिथिदेवो भवः = अतिथि + देवो + भवः = अतिथि देव के समान है
- गुरुकुल = गुरु + कुल = गुरु का परिवार या स्थान
- सिंहशासन = सिंह + शासन = सिंह का शासन
- पुस्तकालय = पुस्तक + आलय = पुस्तकों का घर
- मुक्ताधारा = मुक्त + धारा = खुली धारा
- कृष्णगोपाल = कृष्ण + गोपाल = कृष्ण, जो गोपाल भी है
- वृक्षारोपण = वृक्ष + रोपन = पेड़ लगाना
- चन्द्रमाला = चन्द्र + माला = चाँद की माला (आकाश में तारों की माला)
- अरण्यकांड = अरण्य + कांड = वन का भाग (रामायण का)
- महाशिवरात्रि = महा + शिव + रात्रि = शिव की महान रात्रि
- दिशासूचक = दिशा + सूचक = दिशा बताने वाला (कमपास)
- नीलकंठ = नील + कंठ = नीला गला (शिवजी का नाम)
- कृष्णकान्त = कृष्ण + कान्त = कृष्ण की चमक या सुंदरता
- अन्नदाता = अन्न + दाता = अन्न देने वाला
- महादेव = महा + देव = महान देवता (शिव)
- स्वराज्य = स्व + राज्य = अपना राज्य
- राष्ट्रगान = राष्ट्र + गान = देश का गान
- जलधारा = जल + धारा = जल की धारा
- विद्युत्शक्ति = विद्युत् + शक्ति = बिजली की शक्ति
- अग्निपथ = अग्नि + पथ = अग्नि का रास्ता
- सहस्रधारा = सहस्र + धारा = हजारों धाराएं
- धनपति = धन + पति = धन का स्वामी
- भूमिपुत्र = भूमि + पुत्र = उस भूमि का पुत्र
- सूर्यप्रकाश = सूर्य + प्रकाश = सूर्य की रोशनी
- मुनिपुत्र = मुनि + पुत्र = मुनि का पुत्र
- धनधान्य = धन + धान्य = धन और धान्य
- वृक्षपति = वृक्ष + पति = पेड़ों का स्वामी (पर्यावरण)
- अमरधाम = अमर + धाम = अमर रहने वाला स्थान
- विद्यासागर = विद्या + सागर = ज्ञान का समुद्र
- राजपुरुष = राज + पुरुष = राजा का पुरुष
- आत्मविश्वास = आत्मा + विश्वास = खुद पर विश्वास
- ज्ञानदीप = ज्ञान + दीप = ज्ञान का दीपक
- पुष्पशाला = पुष्प + शाला = फूलों का घर
- नवयुग = नव + युग = नया युग
- दिव्यांग = दिव्य + अंग = दिव्य अंग
- भवसागर = भव + सागर = जीवन का समुद्र
- सत्यसंध = सत्य + संध = सत्य को मानने वाला
- शक्तिमान = शक्ति + मान = शक्ति सम्पन्न
- हिमशिखर = हिम + शिखर = बर्फ से ढका शिखर
- परमात्मा = परम + आत्मा = सर्वोच्च आत्मा
- नवभारत = नव + भारत = नया भारत
- मंगलसूत्र = मंगल + सूत्र = शुभ धागा
- गुरुदक्षिणा = गुरु + दक्षिणा = गुरु को दी जाने वाली श्रद्धा
- अतुल्य = अ + तुल्य = जिसका कोई सानी न हो
- अरण्यक = अरण्य + क = वन का
- कर्मयोग = कर्म + योग = कर्म का योग
- महाविद्यालय = महा + विद्यालय = बड़ा विद्यालय
- साहसिक = साहस + इक = साहसी
- सुगंधित = सु + गंधित = खुशबूदार
- विद्युत्पर्वत = विद्युत् + पर्वत = बिजली जैसा पर्वत
- धैर्यवान = धैर्य + वान = धैर्य रखने वाला
- मनोरम = मन + रम = मन को रमणीय करने वाला
- सिंहवाहन = सिंह + वाहन = सिंह का वाहन (भगवान कार्तिकेय)
- शुभकामना = शुभ + कामना = अच्छी इच्छाएं
- स्निग्ध = स्नेह + ग्ध = स्नेहपूर्ण
- जलप्रपात = जल + प्रपात = जल गिरना (झरना)
- विवाह = वि + विवाह = मेल जोल
- कुमारगृह = कुमार + गृह = बालकों का घर
- महाकाव्य = महा + काव्य = बड़ा काव्य
- सौरभ = सु + रभ = अच्छी खुशबू
- नवीन = नव + ईन = नया
- महासागर = महा + सागर = बड़ा समुद्र
- प्रकाशमय = प्रकाश + मय = प्रकाश से भरा हुआ